Gautam Adani का क्या होने वाला है अनिल अंबानी जैसा हाल, आखिर क्यों खतरे में है Adani Group?
Adani Group News: अरबपति कारोबारी और अदाणी ग्रुप के मालिक गौतम अदाणी (Gautam Adani) की कहानी किसी सांप-सीढ़ी वाले खेल से कम नहीं है। गौतम अदाणी जैसे ही सीढ़ी का सहारा लेकर ऊपर चढ़ते हैं और रईसों की फेहरिस्त में अपना नाम लिखाते हैं, तभी अचानक से गोटी उन्हें सांप वाले खाने में लेकर चली जाती है और वह फिर से नीचे आ जाते हैं।
ऐसा दो बार हो चुका है। पहली दफा साल 2023 की शुरुआत में हुआ। उस वक्त गौतम अदाणी रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) को पीछे छोड़कर एशिया के सबसे अमीर उद्योगपति बने थे। तभी अमेरिकी शॉर्ट सेलर हिंडनबर्ग रिचर्स की रिपोर्ट आई। इसमें अदाणी ग्रुप पर कई गंभीर आरोप लगाए थे। इससे अदाणी ग्रुप के शेयरों में भारी बिकवाली हुई और उनकी नेटवर्थ घटकर आधी रह गई।
इस बार भी गौतम अदाणी अमेरिका में बॉन्ड बेचकर मोटी रकम जुटाने वाले थे। तभी उनके खिलाफ अमेरिका में रिश्वतखोरी और धोखाधड़ी का आरोप लग गया। इससे अदाणी को बॉन्ड बेचकर पैसे जुटाने का प्लान वापस लेना पड़ा। अदाणी ग्रुप की सभी लिस्टेड कंपनियों में भारी गिरावट आई। अदाणी एंटरप्राइजेज में तो एक ही दिन में 20 फीसदी का लोअर सर्किट लग गया।
गौतम अदाणी की मुश्किलें कैसे बढ़ रही हैं?
अमेरिका की प्रतिष्ठित रेटिंग एजेंसी मूडीज (Moody’s Investors Service) ने अदाणी ग्रुप की सात कंपनियों की क्रेडिट रेटिंग स्टेबल से घटाकर नेगेटिव कर दी है। इसका आसान शब्दों में मतलब यह है कि अब अदाणी ग्रुप के लिए विदेशी बैंकों से कर्ज जुटाना काफी मुश्किल हो जाएगा। अदाणी ग्रुप के विस्तार के लिए यह कर्ज जुटाना काफी जरूरी था। केन्या सरकार ने अदाणी ग्रुप के साथ एयरपोर्ट और पावर ट्रांसमिशन से जुड़ा करार भी रद्द कर दिया। इस तरह की भी रिपोर्ट आ रही हैं कि आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की सरकार अदाणी पावर के साथ समझौता रद्द करने पर विचार कर रही है।
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क्या अदाणी के खिलाफ मुकेश अंबानी साजिश रच रहे हैं?
सोशल मीडिया पर कई कॉन्सपिरेसी थ्योरी चल रही हैं। इनमें दावा किया जा रहा है कि अदाणी के डाउनफॉल के पीछे मुकेश अंबानी का हाथ है, क्योंकि अंबानी नहीं चाहते कि भारत में कोई उद्योगपति अमीरी के मामले में उनसे आगे निकले। लेकिन, इस कॉन्सपिरेसी थ्योरी में दम नजर नहीं आता। यह मुमकिन नहीं कि अंबानी या कोई अन्य उद्योगपति अपने दबदबे से अमेरिकी अदालत को प्रभावित कर दे। साथ ही, गौतम अदाणी कोई पान की गुमटी लगाने वाले नहीं हैं। वह सत्ता पक्ष के काफी करीबी समझे जाते हैं। अदाणी अपने खिलाफ ऐसी साजिश का आसानी से पर्दाफाश कर सकते हैं।
क्या अदाणी का अनिल अंबानी जैसा हाल होने वाला है?
एशिया के सबसे अमीर मुकेश अंबानी के छोटे भाई अनिल अंबानी (Anil Ambani) कभी रईसी में उनसे आगे निकलने वाले थे। उनकी रिलायंस पावर का आईपीओ उस वक्त का सबसे बड़ा आईपीओ था। लेकिन कथित तौर पर मुकेश अंबानी ने साजिशन अनिल अंबानी की रिलायंस पावर के शेयरों में बिकवाली करवाई। इससे कुछ ही महीनों में रिलायंस पावर के शेयरों की कीमत 50 फीसदी से भी अधिक गिर गई। इस झटके से अनिल अंबानी उबर नहीं पाए और उनकी नेटवर्थ लगातार गिरती गई। साल 2020 में तो उन्होंने अदालत में खुद कहा कि उनकी नेटवर्थ जीरो हो गई है।
गौतम अदाणी को कौन-सी चीज बचा सकती है?
हालांकि, गौतम अदाणी का अनिल अंबानी जैसा हाल होना काफी मुश्किल है। अनिल अंबानी को विरासत में दौलत मिली थी, जबकि गौतम अदाणी ने अपने तजुर्बे से पैसा कमाया है। अगर अब सरकार भी बदलती है, तो सत्ता में आने वाली किसी भी पार्टी के लिए गौतम अदाणी को नजरअंदाज कर पाना मुश्किल होगा। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि विपक्षी पार्टी के शासन वाले राज्यों में भी उनके प्रोजेक्ट धड़ल्ले से चल रहे हैं। मौजूदा झटके से बस इतना हो सकता है कि कुछ समय के लिए अदाणी के बिजनेस की ग्रोथ ठहर जाए। लेकिन, वह जल्द वापसी कर सकते हैं, जैसे कि हिंडनबर्ग रिसर्च वाले मामले के बाद की थी।
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