Manoj Modi : कौन हैं मनोज मोदी, जिन्हें कहा जाता है मुकेश अंबानी का दाहिना हाथ?

Manoj Modi : डिज्नी स्टार इंडिया और रिलायंस का वॉयकॉम-18 का मर्जर हो चुका हैं। इसमें डिज्नी हॉटस्टार और जियो सिनेमा (Disney Hotstar and Jio Cinema Merger) भी शामिल है। रिलायंस ने मर्जर से पहले JioStar.com नाम से डोमेन भी रजिस्टर करा लिया है। मुकेश अंबानी का रिलायंस ग्रुप जियो सिनेमा और हॉटस्टार एप (Jio Cinema and Hotstar App) को इसी में कंबाइन कर सकता है, जिसका नाम JioStar होगा। यह देश के ओटीटी जगत का बेताज बादशाह होगा। लेकिन, क्या आपको पता है कि इतनी बड़ी डील किसने कराई? उस शख्स का नाम है मनोज मोदी, जो मुकेश अंबानी के दाहिने हाथ हैं।

आइए जानते हैं कि मनोज मोदी कौन हैं, उन्होंने रिलायंस ग्रुप को आगे बढ़ाने में कैसे मदद की, मुकेश अंबानी ने उन्हें 15 करोड़ का घर क्यों गिफ्ट किया?

भारतीय उद्योग जगत के दिग्गज धीरूभाई अंबानी (Dhirubhai Ambani) का देहांत जुलाई 2002 में हुआ। इसके करीब तीन साल बाद रिलायंस ग्रुप का उनके दोनों बेटों के बीच बंटवारा हो गया। पेट्रोकेमिकल और इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर की कंपनियां बड़े बेटे मुकेश अंबानी के हिस्से आईं। छोटे अनिल अंबानी को टेलीकॉम और नेचुरल एनर्जी सेक्टर मिला। दोनों के बीच यह समझौता भी हुआ कि एक तय वक्त तक दोनों एक-दूसरे के सेक्टर में बिजनेस नहीं करेंगे।

मुकेश अंबानी से आगे कैसे थे अनिल अंबानी?

उस समय माना जा रहा था कि अनिल व्यापार के मामले में अपने बड़े भाई से आगे निकल सकते हैं। तब क्रूड ऑयल का दाम 60 डॉलर प्रति बैरल के रिकॉर्ड स्तर पर था। मुकेश के लिए यह परेशानी का मसला था क्योंकि इससे उनकी रिफाइनरी कंपनियों का मार्जिन घटने का डर था। दूसरी ओर, टेलीकॉम सेक्टर तेजी से फलफूल रहा था। साथ ही, नेचुरल एनर्जी और पावर सेक्टर में अनिल के लिए ग्रोथ की बेहिसाब गुंजाइश थी।

दो दशक बीतने के बाद मुकेश अपने छोटे भाई से मीलों आगे निकल गए। उन्होंने अपना पेट्रोकेमिकल और इन्फ्रा व्यापार तो बढ़ाया ही, साथ ही नॉन-कंपीट कंडीशन खत्म होने के फौरन बाद जियो इंफोकॉम लाकर टेलीकॉम इंडस्ट्री में भी हंमागा मचा दिया, जो कभी अनिल अंबानी की आरकॉम (रिलायंस कम्युनिकेशन) के दबदबे वाला सेक्टर था। अनिल की आरकॉम का तो दिवाला तक निकल गया।

मुकेश अंबानी अपने छोटे भाई से आगे कैसे निकले?

इसका जवाब है, मनोज मोदी। किसी राजा का साम्राज्य कितना आगे बढ़ेगा, यह काफी हद तक इस बात पर निर्भर करता है कि उसका मंत्री कितना कुशल है, कितना काबिल है। इस मामले में मुकेश अंबानी खुशनसीब रहे कि उन्हें मनोज मोदी का साथ मिला, जो उनके दाहिने हाथ समझे जाते हैं। मोदी के बारे में कारोबार जगत के बाहर शायद ही किसी ने कुछ सुना हो क्योंकि उन्हें सुर्खियों में रहना पसंद नहीं। लेकिन, रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) के लिए मनोज की अहमियत उतनी ही है, जितनी शायद मुकेश अंबानी की।

कौन हैं मनोज मोदी?

मनोज मोदी ने इंस्टीट्यूट ऑफ केमिकल टेक्नोलॉजी, मुंबई से पढ़ाई की है। वह मुकेश अंबानी के बैचमेट और दोस्त थे। मोदी रिलायंस ग्रुप का हिस्सा बने 1980 के दशक में। मोदी ने पहले रिलायंस ग्रुप के फाउंडर धीरूभाई अंबानी के साथ काम किया। फिर उन्होंने अपने दोस्त मुकेश अंबानी और उनकी पत्नी नीता अंबानी के साथ मिलकर कंपनी को आगे बढ़ाया। अब वह तीसरी पीढ़ी के अंबानी, आकाश और ईशा के साथ काम कर रहे हैं। वह अमूमन सभी बड़े सौदों को आकाश अंबानी के साथ मिलकर फाइनल करते हैं।

मोदी की अहमियत को मुकेश अंबानी भी अच्छे से समझते हैं। मोदी कई दशकों से रिलायंस ग्रुप को मजबूत करने के लिए काम कर रहे हैं। इस वफादारी का इनाम देते हुए मुकेश ने पिछले साल मोदी को 22 मंजिला बिल्डिंग गिफ्ट की, मुंबई की नेपियन सी रोड पर। करीब दो लाख वर्ग फुट में फैली इस इमारत की खूबसूरती देखते ही बनती है। मैजिकब्रिक्स.कॉम के मुताबिक, इसकी अनुमानित कीमत करीब 15 सौ करोड़ रुपये है। इस 22 मंजिला इमारत की पहली सात मंजिलें कार पार्किंग के लिए हैं और फिलहाल मनोज मोदी इसी इमारत में रहते हैं।

रिलायंस ग्रुप के लिए क्या किया है मनोज मोदी ने?

मनोज रिलायंस की कई अन्य बड़ी कंपनियों के साथ बड़ी डील करा चुके हैं। इनमें सबसे प्रमुख है, रिलायंस का सोशल मीडिया दिग्गज फेसबुक के साथ करार। साल 2020 में जब दुनिया कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वजह से ठप थी, तो उस वक्त मनोज ने फेसबुक से रिलायंस ग्रुप के जियो और रिटेल प्लेटफॉर्म में 43 हजार करोड़ रुपये का निवेश कराने में अहम भूमिका निभाई। इससे फेसबुक को जियो में 10 फीसदी हिस्सेदारी मिली, जो भारत में सबसे बड़ा विदेशी निवेश है।

रिलायंस-डिज्नी डील में क्या रोल है मनोज मोदी का?

मुकेश अंबानी के चीफ एडवाइजर मनोज ने रिलायंस के स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म जियो सिनेमा और अमेरिकी कंपनी वॉल्ट डिज्नी की इंडियन एंटरटेनमेंट यूनिट डिज्नी हॉटस्टार के साथ मर्जर में अहम भूमिका निभाई। यह देश का सबसे बड़ा मीडिया और एंटरटेनमेंट बिजनेस है। इसमें रिलायंस ग्रुप के पास कंट्रोलिंग स्टेक होगा। इस डील में डिज्नी की ओर से जहां सलाहकार सहायता देने वाले डी राइन ग्रुप के साथ जस्टिन वारब्रुक और केविन मेयर वॉल्ट जैसे चेहरे सौदेबाजी कर रहे थे, वहीं रिलायंस की ओर से मनोज मोर्चा संभाल रहे थे।

डिज्नी-रिलायंस एंटरटेनमेंट के पास अब 2 ओवर द टॉप यानी, OTT और 120 चैनल के साथ 75 करोड़ दर्शक हो गए हैं। यह मर्जर का प्रोसेस पिछले करीब एक साल चल रहा था। ये डील 70,352 करोड़ रुपए में हुई है। नई कंपनी में रिलायंस की 63.16 फीसदी हिस्सेदारी है। डिज्नी की 36.84 फीसदी स्टेक रहेगा। नई कंपनी की चेयरपर्सन नीता अंबानी होंगी। वाइस चेयरपर्सन उदय शंकर होंगे। इस डील के साथ मनोज मोदी ने रिलायंस को एंटरटेनमेंट वर्ल्ड में उस मुकाम पर पहुंचा दिया है, जहां पहुंचने के बारे में अब कोई कंपनी सोच भी नहीं सकती है।

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Piyush Kumar
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