NPS vs APY: एनपीएस और अटल पेंशन योजना में कौन है बेहतर, किसमें मिलेगी मोटी पेंशन?

NPS vs APY: रिटायरमेंट के बाद आपकी जिंदगी कितनी आसान होगी, यह काफी हद आपके बैंक बैलेंस पर निर्भर करता है। यही वजह है कि आपको समय रहते रिटायरमेंट प्लानिंग शुरू कर देनी चाहिए। इसके लिए सरकार की दो पेंशन योजनाएं काफी बेहतर हो सकती हैं, नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) और अटल पेंशन स्कीम (APY)। आइए जानते हैं कि दोनों योजनाओं में क्या अंतर है और आपके लिए कौन-सी पेंशन योजना बेहतर रहेगी।

नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) क्या है?

यह केंद्र सरकार की पेंशन स्कीम है, जिसे साल 2004 में शुरू किया था। इसमें 18 साल से अधिक उम्र से निवेश करके उसे 70 साल की उम्र तक जारी रख सकता है। इस पैसे को स्टॉक मार्केट, सरकारी बॉन्ड और कॉरपोरेट बॉन्ड के तौर पर इन्वेस्ट किया जाता है। आप 60 साल की उम्र के बाद 40 फीसदी रकम का एन्युटी प्लान ले सकते हैं। इसका मतलब है कि आपको हर महीने एक नियमित आय पेंशन के तौर पर मिलेगी। वहीं, बाकी 60 फीसदी रकम आप एकमुश्त निकाल सकते हैं।

एनपीएस की खासियत क्या है?

  • नेशनल पेंशन सिस्टम में न्यूनतम या अधिकतम निवेश की कोई लिमिट नहीं है।
  • आप चुन सकते हैं कि आप पैसा स्टॉक, सरकारी बॉन्ड या कॉरपोरेट बॉन्ड में लगे।
  • स्टॉक में निवेश चुनने पर मिलने वाला रिटर्न बाजार के उतार-चढ़ाव से तय होगा।
  • 60 साल की उम्र के बाद कितना पैसा मिलेगा, यह आपके अंशदान पर निर्भर करेगा।
  • यह स्कीम इन्वेस्टमेंट प्लान जैसी है यानी इसमें सरकार कोई योगदान नहीं देती है।
  • इसमें नॉमिनी का होना अनिवार्य है और वह आपका जीवनसाथी नहीं होना चाहिए।

अटल पेंशन योजना क्या है?

अटल पेंशन योजना (APY) सरकार ने साल 2015 से उन लोगों के लिए शुरू किया है, जो किसी पेंशन स्कीम का हिस्सा नहीं हैं। इसमें 18 से 40 साल की उम्र का कोई भी शख्स योगदान कर सकता है। यह खासकर असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले लोगों के लिए है। इसमें सरकार एक तय रकम पेंशन के तौर पर देने की गारंटी देती है। आपको कितनी रकम पेंशन के तौर पर मिलेगी, यह इस पर निर्भर करता है कि आप स्कीम में किस उम्र से और कितना अंशदान दे रहे हैं। आपकी पेंशन की रकम 1 हजार रुपये से 5 हजार रुपये तक हो सकती है।

अटल पेंशन योजना की खासियत

  • अटल पेंशन योजना में सरकार रिटायरमेंट के बाद पेंशन की गारंटी देती है।
  • इस योजना में कम से कम 20 साल तक योगदान करना होता है।
  • आप में हर महीने अधिकतम 5000 रुपये तक का अंशदान कर सकते हैं।
  • इस योजना में 1,000 रुपये से 5,000 रुपये के बीच महीना पेंशन मिलेगी।
  • सरकार आपको कितनी पेंशन देगी, यह आपके योगदान पर निर्भर करेगा।
  • इसमें नॉमिनी अनिवार्य है, लेकिन आप किसी को भी नॉमिनी बना सकते हैं।

नेशनल पेमेंट सिस्टम और अटल पेंशन योजना में कौन बेहतर है?

फाइनेंशियल एडवाइजर का मानना है कि दोनों ही योजनाएं बुढ़ापे में पेंशन पाने के लिए बेहतरीन हैं। हालांकि, इनका चयन आप अपनी कमाई और सहूलियत के हिसाब से कर सकते हैं। अगर आप ठीक-ठीक पैसा कमाते हैं और आपको रिटायरमेंट के बाद अधिक पेंशन चाहिए, तो आपको नेशनल पेमेंट सिस्टम में निवेश करना चाहिए।

वहीं, अगर आर्थिक तौर पर ज्यादा सक्षम में नहीं हैं और आपकी योगदान करने की क्षमता सीमित है, तो आपको अटल पेंशन योजना का रुख करना चाहिए। यह आपको कम मासिक योगदान के बदले निश्चित पेंशन की गारंटी देती है।

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Shikha Singh
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