Stock Market Crash: क्यों गिर रहा है शेयर बाजार, क्या करें निवेशक?
Why Stock Market Falling Today: भारत के प्रमुख शेयर बाजार सूचकांक BSE Sensex और Nifty50 लगातार कमजोर प्रदर्शन कर रहे हैं। सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट आई। खासकर, Sensex ने शुरुआती ट्रेड में 77,099.55 का निचला स्तर छुआ। यह पिछले दिन के बंद से लगभग 580 अंक कम था। वहीं, Nifty50 भी लगभग 150 अंक गिरकर 23,376.25 पर ट्रेड कर रहा था।
हालांकि, Tata Consultancy Services (TCS) के तीसरी तिमाही के नतीजों बाजार के लिए सकारात्मक रहे। लेकिन, अधिकांश अन्य शेयर और व्यापक बाजार सूचकांक नकारात्मक क्षेत्र में ट्रेड कर रहे थे। आइए समझते हैं कि किस वजह से बाजार में कमजोरी बनी हुई है।
तीसरी तिमाही (Q3) के नतीजों से जुड़ी
टीसीएस के तिमाही नतीजे बेशक अच्छे रहे। लेकिन, अन्य कंपनियों के नतीजों ने बाजार में नकारात्मक माहौल बना दिया है। Tata Elxsi के शेयरों में 7 फीसदी से अधिक की गिरावट आई, क्योंकि उनकी तीसरी तिमाही के परिणाम एनालिस्टों के अनुमान से कम रहे।
कई एनालिस्टों का मानना है कि वित्त वर्ष 2024-25 के Q3 के नतीजे पिछली तिमाही की तुलना में कमजो रह सकते हैं। इससे निवेशकों की चिंता बढ़ रही है और वे बिकवाली पर जोर दे रहे हैं। Geojit Financial Services में Chief Investment Strategist वीके विजयकुमार का कहना है, “तिमाही नतीजे आने शुरू हो गए हैं। अब शेयर बाजार में कई स्टॉक-स्पेसिफिक एक्शन देखने को मिलेंगे यानी जिस कंपनी का जैसा नतीजा आएगा, उसका शेयर भी वैसा ही प्रदर्शन करेगा।”
डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों पर अनिश्चितता
अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप 20 जनवरी को पदभार संभालेंगे। उनकी नीतियों (Donald Trump’s policies) को लेकर भी अभी काफी अनिश्चितता है। इससे निवेशक उलझन में हैं और उनका फोकस बिकवाली पर बढ़ गया है। Mehta Equities Ltd में सीनियर वाइस प्रेसिडेंट Prashanth Tapse का कहना है, “अभी निवेशक समझ नहीं पा रहे हैं कि ब्याज दर घटाने या बढ़ाने पर अमेरिकी फेडरल रिजर्व का क्या रुख रहेगा। की नीतियों को लेकर अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। इससे बाजार में निराशा का स्तर बढ़ रहा है।”
विजयकुमार भी तापसे की बातों से सहमति जताते हैं। उनका कहना है, ‘ट्रंप के बारे में पता नहीं है कि वह किस तरह के कदम उठाएंगे। यही वजह है कि निकट भविष्य में शेयर बाजार में कोई बड़ा रैली देखने को नहीं मिलेगी।”
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की बिक्री
शेयर बाजार में गिरावट की सबसे बड़ी वजहों में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) की लगातार बिकवाली भी शामिल है। Vijayakumar ने कहा, “विदेशी संस्थागत निवेशकों की बिकवाली गुरुवार को 7,170 करोड़ तक पहुंच गई। इससे बाजार पर दबाव बना हुआ है।” जब तक FII की बिक्री जारी रहेगी, बाजार में तेजी आने की उम्मीद कम है।
विजयकुमार ने यह भी कहा, “बैंकिंग क्षेत्र के नतीजे अच्छे होंगे। लेकिन, दूसरे फैक्टर कमजोर बने हुए हैं। ऐसे में यह सेक्टर हो सकता है कि अच्छे नतीजों के बाद भी अच्छा प्रदर्शन न करे।’ विजयकुमार का कहना है कि फार्मा और चुनिंदा ऑटो स्टॉक जैसे Eicher, M&M और Bajaj Auto कमजोर बाजार में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
शेयर बाजार आने वाले समय में कैसा रहेगा?
स्टॉक मार्केट का आने वाले समय में प्रदर्शन कैसा रहता है, यह काफी हद कंपनियों के तिमाही नतीजों और FII की बिकवाली रुकने पर निर्भर करेगा। आइए इसे गहराई से समझते हैं:
तीसरी तिमाही के नतीजे
अगर Q3 के नतीजे अच्छे नहीं आते, तो बाजार में और गिरावट देखने को मिल सकती है। हालांकि, कुछ कंपनियां जैसे TCS ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन उनका प्रभाव ओवरऑल मार्केट पर कम दिख रहा है। ऐसे में अधिक से अधिक कंपनियों को अच्छे नतीजे लाना पड़ेगा, ताकि FII की बिकवाली रुके और निवेशकों का भरोसा बहाल हो।
Volatility में बढ़ोतरी
शेयर बाजार में अस्थिरता (Volatility) लगातार बढ़ रही है। इससे संकेत मिलता है कि निवेशकों के बीच डर और अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। ऐसे में निवेशकों का भरोसा बहाल करने के लिए रिलायंस इंडस्ट्रीज और HDFC बैंक जैसे दिग्गजों का अच्छा प्रदर्शन करना जरूरी है।
FII बिकवाली का दबाव
जब तक FII लगातार बिकवाली करते रहेंगे, तब तक बाजार पर दबाव बना रहेगा। इस बिक्री का असर सभी सेक्टर की बड़ी कंपनियों पर दिखेगा, जिनमें विदेशी निवेशकों का पैसा लगा हुआ है। यही वजह है कि अच्छे दिसंबर तिमाही में वित्तीय प्रदर्शन के बावजूद ज्यादातर सेक्टर के स्टॉक में तेजी नहीं आएगा।
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