
SIP क्यों बंद कर रहे निवेशक, किस बात का है डर; आपको क्या करना चाहिए?
मनीसनी डेस्क, नई दिल्ली। पिछले कुछ समय से म्यूचुअल फंड इंडस्ट्री में एक बड़ा ट्रेंड देखने को मिला रहा है। वो है, सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) बंद करने वाले निवेशकों (SIP Cancellations) की तेजी से बढ़ती संख्या। एसोसिएशन ऑफ म्यूचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के लेटेस्ट डेटा के मुताबिक, जनवरी 2025 में SIP स्टॉपेज रेशियो (SIP Stoppage Ratio) बढ़कर 109% तक पहुंच गया, जो दिसंबर में 82.73% और सितंबर 2024 में 60.72% था।
इस बढ़ती SIP कैंसलेशन दर से यह सवाल उठता है कि आखिर निवेशक अपने SIP को बीच में ही क्यों रोक रहे हैं? क्या यह बाजार में अस्थिरता (Market Volatility) का असर है, या फिर सोशल मीडिया पर SIP को लेकर बढ़ती नकारात्मकता इसके पीछे है? आइए इस पूरे मामले को विस्तार से समझते हैं।
SIP में निवेश कम क्यों हो रहा है? (Why SIP Investments Are Declining?)
SIP को लंबी अवधि में सबसे शानदार रिटर्न देने वाला निवेश माना जाता है। लेकिन, पिछले कुछ महीनों में सिप बंद करने की दर काफी तेजी से बढ़ी है। आइए इसकी वजह को समझते हैं:
बाजार में गिरावट और अस्थिरता (Market Volatility and Decline in Stock Market)
पिछले छह महीनों में निफ्टी 50 (Nifty 50) लगभग 5% और सेंसेक्स (Sensex) 4% तक गिर चुका है। वहीं BSE MidCap और BSE SmallCap इंडेक्स करीब 20% तक गिर चुके हैं, जिससे छोटे निवेशकों के मन में डर बैठ गया है। निवेशक अपने पोर्टफोलियो में नुकसान देखकर घबरा रहे हैं और SIP बंद कर रहे हैं।
सोशल मीडिया पर नकारात्मक माहौल (Negative Sentiment on Social Media)
सोशल मीडिया पर कई इन्वेस्टर्स और फिनटेक इनफ्लुएंसर्स (Finfluencers) SIP निवेश को लेकर शंका जता रहे हैं। खासतौर पर मिडकैप (MidCap) और स्मॉलकैप (SmallCap) शेयरों में आई गिरावट के बाद। इससे नए निवेशक घबरा रहे हैं और SIP बंद करने का फैसला ले रहे हैं।
आर्थिक दबाव और उपभोक्ता खर्च (Rising Inflation & Consumer Spending)
बढ़ती महंगाई (Inflation) और ब्याज दरों में बदलाव के कारण लोगों की आर्थिक स्थिति प्रभावित हुई है। ऑटो और कंज्यूमर ड्यूरेबल्स (Consumer Durables) की मांग में गिरावट दिख रही है, जिससे SIP में निवेश घटा है। कई निवेशक अपने मौजूदा खर्च को प्राथमिकता दे रहे हैं, और इसीलिए वे SIP रोक रहे हैं।
क्या SIP कैंसलेशन मार्केट के लिए खतरनाक संकेत है?
कुछ निवेश विश्लेषकों का मानना है कि SIP में गिरावट बाजार के लिए चिंताजनक संकेत हो सकता है, जबकि अन्य इसे सामान्य बात मानते हैं।
क्या कह रहे हैं एक्सपर्ट्स?
WhiteOak Capital AMC के CEO आशीष सोमैया ने मनीकंट्रोल से कहा, “अगर निवेशक हर छोटी गिरावट पर SIP बंद करने लगें, तो यह इंडस्ट्री के लिए चिंता की बात होगी। अगर यह ट्रेंड जारी रहा, तो फरवरी में और भी अधिक SIP बंद हो सकते हैं।”
वहीं, Scripbox के Managing Partner सचिन जैन के मुताबिक, “यह कहना जल्दबाजी होगी कि SIP में गिरावट एक स्थायी ट्रेंड बन चुका है। हां, हाल के महीनों में निवेश की रफ्तार घटी है, लेकिन यह सिर्फ कुछ वक्त की बात हो सकती है।” एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि बाजार में गिरावट आने पर SIP स्टॉपेज बढ़ना सामान्य है। लॉन्ग टर्म में जब बुल रन दोबारा आएगा, तो यह ट्रेंड फिर से बदल सकता है।
क्या निवेशकों को SIP जारी रखना चाहिए? (Should Investors Continue SIPs?)
शेयर मार्केट में मंदी के रुख की वजह से SIP को लेकर डर और अनिश्चितता है। इसके बावजूद फाइनेंशियल एक्सपर्ट मानते हैं कि SIP को बंद करना सही रणनीति नहीं है। इसकी कुछ अहम वजहें हैं:
लॉन्ग-टर्म रिटर्न: म्यूचुअल फंड SIP एक लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी है, जो बाजार के उतार-चढ़ाव को समय के साथ संभाल लेती है।
मार्केट में गिरावट = निवेश का अवसर: बाजार में गिरावट आने पर कम कीमत पर अधिक यूनिट खरीदने का मौका मिलता है (Rupee Cost Averaging)।
इंस्ट्रूमेंटल ग्रोथ: SIP से धीरे-धीरे आपका पोर्टफोलियो मजबूत बनता है। आप इसे अपने रिस्क प्रोफाइल और वित्तीय लक्ष्यों के अनुसार संतुलित कर सकते हैं।
जनवरी 2025 के SIP डेटा का विश्लेषण (SIP Investment Trends in January 2025)
महीना | SIP स्टॉपेज (लाख में) | नए SIP रजिस्ट्रेशन (लाख में) |
SIP इनफ्लो (₹ करोड़ में)
|
सितंबर 2024 | 30.72 | 51.39 | 24,500.00 |
दिसंबर 2024 | 44.90 | 54.27 | 26,459.00 |
जनवरी 2025 | 61.33 | 56.19 | 26,400.00 |
SIP के बारे में ध्यान देने वाली बातें
- SIP स्टॉपेज तेजी से बढ़ रहा है।
- नए रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं, लेकिन स्टॉपेज की संख्या अधिक है।
- कुल SIP इनफ्लो में मामूली गिरावट देखी गई।
SIP निवेशकों के लिए 5 जरूरी टिप्स (5 Important Tips for SIP Investors)
- घबराएं नहीं, धैर्य रखें – बाजार में उतार-चढ़ाव आम बात है। निवेश जारी रखें।
- सही असेट एलोकेशन चुनें – अपने निवेश को इक्विटी, डेट और गोल्ड में बैलेंस करें।
- रुपी कॉस्ट एवरेजिंग को अपनाएं – गिरते बाजार में SIP जारी रखें, ताकि कम कीमत पर अधिक यूनिट खरीद सकें।
- इमरजेंसी फंड बनाएं – जरूरत पड़ने पर SIP रोकने की बजाय इमरजेंसी फंड का इस्तेमाल करें।
- एक्सपर्ट की सलाह लें – SIP बंद करने से पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से राय लें।
क्या SIP बंद करनी चाहिए या जारी रखनी चाहिए?
हालांकि SIP स्टॉपेज बढ़ रहा है, लेकिन लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टर्स के लिए SIP बंद करना सही फैसला नहीं होगा। अगर आप मार्केट में गिरावट देखकर SIP रोक रहे हैं, तो हो सकता है कि जब बाजार चढ़ेगा, तब आप निवेश करने से चूक जाएं।
SIP का असली फायदा तभी मिलता है, जब आप इसे लंबी अवधि तक जारी रखते हैं। इसलिए, अगर आप लॉन्ग-टर्म फाइनेंशियल गोल्स को हासिल करना चाहते हैं, तो SIP में निवेश जारी रखना बेहतर रणनीति होगी।
सोर्स (Sources):
- AMFI (Association of Mutual Funds in India) रिपोर्ट
- SEBI (Securities and Exchange Board of India)
- WhiteOak Capital AMC, Scripbox & Ventura Securities विश्लेषण
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