
World War II: हिटलर अगर द्वितीय विश्व युद्ध जीत जाता, तो कैसी होती दुनिया?
What if Hitler had won World War II: जर्मनी के तानाशाह एडोल्फ हिटलर (Adolf Hitler) ने 1 सितंबर 1939 को द्वितीय विश्व युद्ध आगाज किया, पोलैंड पर आक्रमण करके। इस वर्ल्ड वॉर का खात्मा हुआ 2 सितंबर 1945 को, जब जापान ने आत्मसमर्पण कर दिया। इस 6 साल की जंग ने तय कर दिया कि मित्र राष्ट्र (Allied Powers) यानी अमेरिका, सोवियत संघ और ब्रिटेन जैसे विजेता मुल्क दुनिया की अगुआई करेंगे। वहीं, हिटलर की अगुआई वाले धुरी राष्ट्र (Axis Powers) यानी जर्मनी, इटली और जापान जैसे देशों का दबदबा कम हो जाएगा।
लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि अगर हिटलर की नाजी जर्मनी (Nazi Germany) दूसरा विश्व युद्ध जीत जाती, तो आज दुनिया कैसी होती? यह एक ऐसा सवाल है, जो दशकों से इतिहासकार, रणनीतिकार और आम जनता को रोमांचित करता रहा है। आइए जानते हैं कि अगर हिटलर जीत तो दुनिया की अर्थव्यवस्था पर इसका क्या असर होता? शक्ति संतुलन कैसे बदल (global power balance after WWII) जाता? इसके सकारात्मक (Positive) और नकारात्मक (Negative) प्रभाव क्या होते? लेकिन, पहले यह समझ लेते हैं कि हिटलर ने दूसरा विश्व युद्ध शुरू क्यों किया था?
हिटलर ने दूसरा विश्व युद्ध क्यों शुरू किया?
हिटलर के पांच बड़े मंसूबे थे, जिन्हें वह दूसरे विश्व युद्ध के जरिए पूरा करना चाहता था। आइए इसके बारे में विस्तार से जानते हैं:
लेबेंसराउम (Lebensraum) – जर्मनी का विस्तार
हिटलर का मानना था कि जर्मनी की बढ़ती आबादी के लिए अधिक जमीन की जरूरी है। पूर्वी यूरोप और सोवियत संघ पर कब्जा करके वहां जर्मन लोगों के लिए “रहने की जगह” (Living Space) बनाना चाहता था। इस विस्तार की योजना के तहत उसने पोलैंड और रूस पर आक्रमण किया।
आर्यन श्रेष्ठता और नस्लीय शुद्धता:
नाजी विचारधारा नस्लवाद को मानती थी। हिटलर जर्मन “आर्यन” नस्ल को दुनिया की सबसे ‘श्रेष्ठ जाति’ समझता था। उसका लक्ष्य यहूदी, रोमा, स्लाव और अन्य “अवांछित” समुदायों का सफाया करना था। इसके लिए उसने होलोकॉस्ट जैसी नृशंस नीतियों को लागू किया, जिसमें लाखों निर्दोष लोगों की हत्या की गई।
वर्साय संधि को खत्म करना:
मित्र राष्ट्रों ने प्रथम विश्व युद्ध के बाद 1919 में हुई वर्साय संधि में जर्मनी पर भारी प्रतिबंध लगाए थे। इससे जर्मनी की सैन्य और आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई थी। हिटलर इसे अपमानजनक मानता था। वह वर्साय की संधि को खत्म करके जर्मनी को दोबारा वैश्विक महाशक्ति बनाना चाहता था। उसने सैन्यकरण बढ़ाया, औद्योगीकरण को बढ़ावा दिया और कई देशों पर आक्रमण किए।
साम्यवाद (Communism) का खात्मा:
हिटलर साम्यवाद को जर्मनी और यूरोप के लिए सबसे बड़ा खतरा मानता था। उसने सोवियत संघ (USSR) के खिलाफ ऑपरेशन बारबारोसा (Operation Barbarossa) नाम से विशाल युद्ध भी अभियान छेड़ा था। उसका इरादा रूस की पूरी कम्युनिस्ट सरकार को उखाड़ फेंकने और वहां नाजी शासन स्थापित करने का था।
दुनियाभर में नाजी शासन स्थापित करना:
हिटलर सिर्फ जर्मनी तक सीमित नहीं था, वह पूरे यूरोप और बाद में दुनिया पर नाजी विचारधारा का प्रभुत्व चाहता था। उसने ब्रिटेन, फ्रांस और अन्य यूरोपीय देशों को झुकाने की कोशिश की। अगर वह द्वितीय विश्व युद्ध जीत जाता, तो शायद अमेरिका और अन्य महाशक्तियों के खिलाफ भी अपने साम्राज्य विस्तार की योजना बनाता।
अगर हिटलर जीत जाता, तो दुनिया की अर्थव्यवस्था कैसी होती?
जर्मनी का आर्थिक प्रभुत्व:
अगर नाजी जर्मनी युद्ध जीत जाता, तो पूरे यूरोप की अर्थव्यवस्था जर्मन शासन के अधीन होती। जर्मनी यूरोपीय देशों के उद्योगों और प्राकृतिक संसाधनों पर नियंत्रण कर लेता, जिससे उसकी आर्थिक शक्ति काफी बढ़ जाती।
वैश्विक व्यापार पर असर:
अमेरिका, ब्रिटेन और रूस जैसी आर्थिक महाशक्तियां कमजोर हो जातीं। अंतरराष्ट्रीय व्यापार नाजी विचारधारा से प्रभावित होता, और यहूदी, स्लाव और अन्य अल्पसंख्यकों का आर्थिक बहिष्कार होता।
पूंजीवादी बनाम समाजवादी टकराव:
यदि हिटलर युद्ध जीत जाता, तो संभवतः अमेरिका और जर्मनी के बीच एक नया ‘शीत युद्ध’ (Cold War) शुरू हो जाता, जहां एक ओर जर्मनी की अधिनायकवादी (authoritarian) अर्थव्यवस्था होती और दूसरी ओर अमेरिका की पूंजीवादी (capitalist) अर्थव्यवस्था।
तकनीकी और औद्योगिक विकास:
नाजी जर्मनी वैज्ञानिक अनुसंधान में पहले से ही काफी आगे था। अगर हिटलर जीत जाता, तो स्पेस रेस, जैविक हथियारों और जासूसी तकनीकों में तेजी से विकास होता। हालांकि, इसका इस्तेमाल मुख्य रूप से सैन्य उद्देश्यों के लिए होता।
अगर हिटलर जीत जाता, तो शक्ति संतुलन कैसा होता?
यूरोप पर नाजी शासन:
अगर जर्मनी जीत जाता, तो ब्रिटेन, फ्रांस, पोलैंड और रूस का अधिकांश हिस्सा जर्मन शासन के अधीन होता। यूरोप की सरकारें तानाशाही (dictatorship) में बदल दी जातीं और लोकतंत्र का अंत हो जाता।
अमेरिका और जर्मनी के बीच टकराव:
अमेरिका और जर्मनी के बीच एक नई शक्ति प्रतिस्पर्धा शुरू होती। अमेरिका शायद जापान और दक्षिण अमेरिका के साथ गठजोड़ करके अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश करता।
सोवियत संघ का पतन:
अगर हिटलर जीत जाता, तो सोवियत संघ (USSR) पूरी तरह नष्ट हो जाता या बहुत कमजोर हो जाता। इसका मतलब यह होता कि समाजवाद का प्रसार रुक जाता और पूरी दुनिया पर फासीवादी (Fascist) विचारधारा का दबदबा होता।
हिटलर की जीत का प्रभाव क्या होता?
अगर हिटलर दूसरा विश्व युद्ध जीत जाता, तो इसके पॉजिटिव के साथ नेगेटिव इफेक्ट भी होते। सही कहें, तो नेगेटिव इफेक्ट ज्यादा ही होते।
सकारात्मक प्रभाव (Positive Effects):
तकनीकी और वैज्ञानिक विकास:
जर्मनी पहले से ही रॉकेट विज्ञान, चिकित्सा और इंजीनियरिंग में काफी आगे था। अगर हिटलर जीतता, तो यह तकनीकी विकास और तेज हो सकता था।
यूरोप में एक केंद्रीकृत शासन:
यूरोप में एकीकृत शासन से शायद महाद्वीप में युद्ध कम होते, क्योंकि सभी देश एक ही सरकार के अधीन होते।
सैन्य संगठन और अनुशासन:
नाजी जर्मनी का सैन्य संगठन दुनिया में सबसे सख्त और प्रभावी था। अगर वे जीत जाते, तो दुनिया की सेनाओं का पुनर्गठन इसी तर्ज पर होता।
नकारात्मक प्रभाव (Negative Effects):
लोकतंत्र और मानवाधिकारों का अंत:
अगर हिटलर जीत जाता, तो दुनिया में लोकतंत्र की जगह फासीवाद और तानाशाही का राज होता। प्रेस की स्वतंत्रता खत्म हो जाती, और विरोध की कोई गुंजाइश नहीं रहती।
यहूदियों और अन्य अल्पसंख्यकों का नरसंहार:
नाजी विचारधारा के तहत यहूदी, स्लाव, रोमा और अन्य समुदायों का पूर्णतः सफाया कर दिया जाता।
वैश्विक सांस्कृतिक विविधता का खात्मा:
दुनिया में केवल आर्य संस्कृति को बढ़ावा दिया जाता। अन्य संस्कृतियों को खत्म कर दिया जाता। कला, संगीत और साहित्य में एकरूपता आ जाती।
नए युद्ध और विद्रोह:
पूरी दुनिया में नाजी शासन के खिलाफ छोटे-बड़े विद्रोह होते। इससे निरंतर अस्थिरता बनी रहती।
कुल मिलाकर, अगर हिटलर द्वितीय विश्व युद्ध जीत जाता, तो दुनिया आज के मुकाबले बिल्कुल अलग होती। यूरोप में लोकतंत्र खत्म हो जाता, अमेरिका और जर्मनी के बीच नए शक्ति संघर्ष की शुरुआत होती और दुनिया पर अधिनायकवादी (authoritarian) शासन का साया मंडराता। हालांकि, इस वैकल्पिक इतिहास में वैज्ञानिक और तकनीकी तरक्की तेज होती। लेकिन इसकी कीमत मानवाधिकारों, स्वतंत्रता और वैश्विक शांति के रूप में चुकानी पड़ती।
सोर्स (Sources):
- HistoryNet – What If Hitler Had Won World War II? – HistoryNet
- BBC Future – What If the Nazis Had Won? – BBC
- The Guardian – A Nazi World? What If Germany Had Won? – The Guardian
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