Hindustan Zinc or Vedanta: कौन है बेहतर डिविडेंड स्टॉक, किसमें लगाने चाहिए पैसे?

Hindustan Zinc or Vedanta: पिछले कुछ समय से भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है। इसकी कई वजहें हैं। जैसे कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ वॉर शुरू करना, वैश्विक अनिश्चितता और कंपनियों के खराब तिमाही नतीजे। ऐसे अस्थिर समय में निवेशक उन स्टॉक्स की तलाश में रहते हैं, जो स्थिर और निरंतर रिटर्न प्रदान करें। यही वजह है कि डिविडेंड स्टॉक्स हमेशा निवेशकों के पसंदीदा विकल्पों में से एक होते हैं। आज हम हिंदुस्तान जिंक और वेदांता के बीच तुलना करेंगे, ताकि यह समझा जा सके कि कौन-सा स्टॉक डिविडेंड निवेश के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है।

Hindustan Zinc or Vedanta: दोनों कंपनियों का बिजनेस

वेदांता और हिंदुस्तान जिंक दोनों ही एक ही ग्रुप की कंपनी हैं। इनका मालिकाना हक अरबपति कारोबारी अनिल अग्रवाल के पास है, जो वेदांता ग्रुप के फाउंडर हैं। हिंदुस्तान जिंक असल में वेदांता की सब्सिडियरी यानी सहायक कंपनी है। आइए दोनों कंपनियों के बिजनेस के बारे में जान लेते हैं।

हिंदुस्तान जिंक क्या करती है?

हिंदुस्तान जिंक पहले पूरी तरह से सरकारी कंपनी थी। इसकी शुरुआत 1966 में हुई थी। यह दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी इंटीग्रेटेड जिंक उत्पादक और तीसरी सबसे बड़ी सिल्वर उत्पादक कंपनी है। हिंदुस्तान जिंक मुख्य रूप से जिंक, लेड और सिल्वर का प्रोडक्शन करती है। इसकी कुल उत्पादन क्षमता 1.12 मिलियन टन मेटल्स, 16.52 मिलियन टन अयस्क और 603.1 मेगावाट बिजली उत्पादन है। कंपनी का 75% रेवेन्यू भारत से और 25% निर्यात से आता है।

वेदांता और हिंदुस्तान जिंक के रेवेन्यू की तुलना

वर्ष हिंदुस्तान जिंक (₹ करोड़) वेदांता (₹ करोड़)
2020 1,85,610 8,44,470
2021 2,26,290 8,80,210
2022 2,94,400 13,27,320
2023 3,40,980 14,73,080
2024 2,89,320 14,37,270
5 साल का CAGR 9.30% 11.20%

नोट: वेदांता का राजस्व और ग्रोथ अधिक है, लेकिन हिंदुस्तान जिंक अधिक स्थिर है।
सोर्स: वेदांता और हिंदुस्तान जिंक की ऑफिशियल साइट

वेदांता का कारोबार क्या है?

यह एक विविध प्राकृतिक संसाधन कंपनी है जो जिंक, लेड, सिल्वर, एल्युमीनियम, आयरन ओर, निकल और तेल-गैस के उत्पादन में कार्यरत है। यह भारत में निकल की इकलौती उत्पादक है। वेदांता सबसे बड़ी आयरन ओर माइनिंग कंपनियों में से एक है। यह कच्चे तेल का उत्पादन करती है। भारत, नामीबिया, दक्षिण अफ्रीका, UAE, ऑस्ट्रेलिया और आयरलैंड में ऑपरेशन है। पिछले कुछ साल में वेदांता ने स्टील, पावर और सेमीकंडक्टर सेक्टर में भी विस्तार किया है।

Hindustan Zinc or Vedanta: डिविडेंड का इतिहास

अगर वेदांता और हिंदुस्तान जिंक के डिविडेंड का इतिहास देखें, तो दोनों कंपनियों ने सबसे अधिक डिविडेंड 2023 में दिया। उस साल वेदांता ने ₹101.58 प्रति शेयर और हिंदुस्तान जिंक ने ₹75.5 प्रति शेयर का डिविडेंड दिया। हिंदुस्तान जिंक का डिविडेंड अधिक स्थिर है, जबकि वेदांता का डिविडेंड अधिक उतार-चढ़ाव वाला रहा है। वेदांता के अधिक कर्ज है। इसके कारण इसकी डिविडेंड पॉलिसी में बदलाव हो सकता है।

वर्ष (Year Ending)
वेदांता – प्रति शेयर डिविडेंड (₹)
हिंदुस्तान जिंक – प्रति शेयर डिविडेंड (₹)
2024 28.50 13.00
2023 101.58 76
2022 45.00 18
2021 9.50 21.3
2020 3.9 16.5
2019 18.9 20
2018 21.20 8
2017 19.50 29.4
2016 3.50 27.8
2015 4.10 4.4
2014 3.30 3.5
2013 0.10 3.1
2012 4 2.4
2011 3.5 1

सोर्स: वेदांता और हिंदुस्तान जिंक की ऑफिशियल साइट

Hindustan Zinc or Vedanta: कौन है बेहतर डिविडेंड स्टॉक?

वेदांता हिंदुस्तान जिंक
उच्च लाभांश यील्ड और बेहतर ग्रोथ
अधिक स्थिर लाभांश नीति
अधिक जोखिम, क्योंकि कर्ज अधिक है
मजबूत बैलेंस शीट और कम कर्ज
कई सेक्टर्स में निवेश, जिससे डाइवर्सिफिकेशन
उच्च प्रॉफिट मार्जिन और वित्तीय सुरक्षा

डिविडेंड निवेश में लाभांश यील्ड, वित्तीय स्थिरता और ग्रोथ क्षमता का विश्लेषण करना आवश्यक है। दोनों कंपनियां लंबी अवधि के लिए अच्छे विकल्प हैं। लेकिन हिंदुस्तान जिंक अधिक सुरक्षित और वेदांता अधिक लाभदायक (लेकिन जोखिम भरा) है। अगर आप अधिक डिविडेंड चाहते हैं और थोड़ा जोखिम उठाने को तैयार हैं, तो वेदांता बेहतर विकल्प है। अगर आप स्थिरता और कम जोखिम के साथ लाभांश निवेश चाहते हैं, तो हिंदुस्तान जिंक ज्यादा अच्छा हो सकता है। निवेश से पहले, अपने वित्तीय लक्ष्यों और जोखिम क्षमता का आकलन करें और उसके हिसाब से फैसला लें।

(यह आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है। कोई भी निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें।)

Shubham Singh
Shubham Singh
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