
US Stock Market Crash: अमेरिकी शेयर बाजार में क्यों आया गिरावट का भूचाल, ऐसा क्या कर डाला ट्रंप ने?
US Stock Market Crash: अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार (3 मार्च 2025) को भारी गिरावट की सुनामी आई। Wall Street ने 2025 की सबसे बड़ी गिरावट देखी। इसकी वजह अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Trump Tariff Impact) रहे। उन्होंने अमेरिका के प्रमुख Trading Partners कनाडा औ मैक्सिको पर आज यानी 4 मार्च से नए Tariffs लगाने का एलान किया। साथ ही, ट्रंप ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में चीन के निर्यात पर टैरिफ 10 फीसदी से बढ़ाकर 20 फीसदी किया जाएगा। इससे अमेरिकी शेयर मार्केट में अचानक से भारी बिकवाली देखने को मिली।
अमेरिका के शेयर बाजार में कितनी गिरावट?
अमेरिका के तीन प्रमुख सूचकांक ट्रंप के टैरिफ एलान के बाद एकदम से क्रैश कर गए। S&P 500 में 1.8% की गिरावट दर्ज की गई। यह दिसंबर के बाद से S&P 500 का सबसे खराब सत्र रहा। Dow Jones 650 अंक गिर (Dow Jones Fall) गया, जबकि दिन के उच्चतम स्तर से यह 800 अंक तक लुढ़क गया। वहीं, Nasdaq Composite लगभग 2.7% गिर गया। इसमें Nvidia के Shares में 8% की भारी गिरावट दर्ज की गई।
अमेरिकी शेयर बाजार क्या गिरा?
AP News के मुताबिक, सुबह के समय US Stock Market में स्थिरता (Stability) बनी हुई थी। लेकिन दोपहर में अचानक गिरावट आई जब अमेरिकी राष्ट्रपति Donald Trump ने घोषणा की कि Canada और Mexico से आने वाले सामानों पर 25 फीसदी Tariff लगाया जाएगा। यह Tariff मंगलवार (4 मार्च 2025) से लागू होगा। इससे आखिरी समय में किसी Trade Deal की उम्मीद भी खत्म हो गई।
Trump सख्त Trade Policy क्यों लागू कर रहे हैं?
White House में Commerce Secretary Howard Lutnick के साथ Press Conference में Trump ने कहा, “अब Canada और Mexico के लिए कोई जगह नहीं है।” उन्होंने यह भी बताया कि China पर अतिरिक्त 10% Tariff लगाया जाएगा, जो आने वाले दिनों में प्रभावी होगा।
कमजोर Economic Indicators ने बढ़ाई चिंता
सोमवार की गिरावट के पीछे सिर्फ Tariff ही नहीं, बल्कि हाल ही में जारी हुए कमजोर Economic Data भी एक बड़ा कारण थे।
- Housing Data कमजोर: नए मकानों की बिक्री में कमी देखी गई, जो इकोनॉमी में सुस्ती का संकेत है।
- Unemployment बढ़ी: नए Jobless Claims की संख्या बढ़ गई यानी बेरोजगारी में भी उछाल आया है।
- Consumer Spending में गिरावट: उपभोक्ताओं के Personal Expenditure में भी कमी आई।
इसके अलावा, Cryptocurrency Market भी गिरावट की चपेट में आ गया। सोमवार को Bitcoin 9.5% गिरकर पिछले सत्र की बढ़त को गंवा बैठा। यह गिरावट तब आई जब Trump ने हाल ही में एक National Digital Asset Reserve बनाने की वकालत की थी।
Ritholtz Wealth Management की Callie Cox ने कहा, “चिंता करने का समय आ गया है। यह बेशक मंदी का संकेत नहीं है। लेकिन अमेरिकी बाजार अनिश्चितता (US Market Uncertainty) से जूझ रहा है। निवेशकों (Investors) के लिए यह स्थिति तनावपूर्ण होती जा रही है।”
अन्य वैश्विक शेयर बाजारों की प्रतिक्रिया
जहां U.S. Stock Market में गिरावट देखी गई, वहीं European Markets में तेजी आई। पूरे 2025 में अमेरिका के बाहर के Markets ने बेहतर प्रदर्शन किया है। इस गिरावट के बाद यह Trend और मजबूत हो सकता है। हालांकि, एशियाई बाजारों में जोरदार गिरावट देखने को मिली। भारत के अलावा चीन, जापान, हांगकांग और दक्षिण कोरिया के शेयर बाजार में भी बड़ी गिरावट के साथ ट्रेड हो रहा था।
Volatility Index (VIX): शेयर बाजार की अस्थिरता को बताने वाला वोलैटीलिटी इंडेक्स दिसंबर के बाद अपने उच्चतम स्तर पर पहुंच गया।
Oil Prices गिरे: OPEC+ ने Production बढ़ाने की योजना बनाई, जिससे Crude Oil की कीमतों में गिरावट आई।
Bond Yields में गिरावट: अमेरिका में 10-साल ट्रीजरी यील्ड (10-Year U.S. Treasury Yield) घटकर 4.16 फीसदी पर आ गई।
Dollar कमजोर हुआ: दुनिया की अन्य करेंसीज के मुकाबले डॉलर कमजोर हुआ। U.S. Dollar Index में 0.4% की गिरावट आई।
अमेरिकी शेयर बाजार में अब क्या होगा आगे?
प्रतिष्ठित अमेरिकी ब्रोकरेज जेपी मॉर्गन (JP Morgan) के Analysts के अनुसार, अमेरिकी टेक स्टॉक्स (U.S. Tech Stocks) से Investors का भरोसा हटता जा रहा है। वे ज्यादा स्थिर (Stable) और कम जोखिम वाले अंतरराष्ट्रीय बाजारों (Low-Risk International Markets) में पैसा लगा रहे हैं। हालांकि, अमेरिका की Deregulation Policy और Investor Sentiment इस गिरावट को संभाल सकती है।
वहीं, मॉर्गन स्टेनली (Morgan Stanley) के रणनीतिकार माइकल विल्सन (Strategist Michael Wilson) ने कहा कि अब Market की प्रतिक्रिया बॉन्ड यील्ड्स (Bond Yields) के बजाय आर्थिक विकास (Economic Growth) के आंकड़ों पर ज्यादा निर्भर कर रही है। वहीं, सिटीग्रुप (Citigroup) के Analysts ने चेतावनी दी कि Trump की नई Tariff Policy से अमेरिकी कंपनियों के तिमाही नतीजे (U.S. Corporate Earnings) प्रभावित हो सकती हैं। इसका असर आने वाले महीनों में शेयर बाजार पर भी दिख सकता है।
यह भी पढ़ें : Hindustan Zinc or Vedanta: कौन है बेहतर डिविडेंड स्टॉक, किसमें लगाने चाहिए पैसे?