SIP vs Car Loan: कितना सही है SIP से कार खरीदने का प्लान, समझिए पूरा हिसाब

How to buy Car with SIP: क्या आप बिना लोन लिए अपनी पसंदीदा कार खरीदना चाहते हैं? अगर हां, तो SIP (Systematic Investment Plan) आपके लिए सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है। अमूमन लोग कार खरीदने के लिए ऑटो लोन लेते हैं, लेकिन इसकी EMI (ब्याज समेत) आपकी जेब पर भारी पड़ सकती है। दूसरी ओर, SIP बचत वाला तरीका है। इसमें आप बिना कर्ज के स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग के जरिए कार खरीद (Where should I invest to buy a car) सकते हैं। आइए जानते हैं कि SIP से कार खरीदने (Car buying through SIP) की रणनीति क्या होनी चाहिए, कौन-कौन से फंड बेस्ट होंगे और यह कितना फायदेमंद रहेगा।

SIP से कार खरीदने का आइडिया क्या है?

एसआईपी से कार खरीदने का आइडिया ‘अभी खरीदो, बाद में चुकाओ’ (Buy Now, Pay Later) की जगह ‘अभी बचाओ, बाद में खरीदो’ (Save Now, Buy Later) पर आधारित है। इसका मतलब यह है कि आप पहले अपने पैसे को SIP में निवेश करें। इससे आपको अच्छा रिटर्न मिलेगा और आप फिर निश्चित समय के बाद बिना कर्ज लिए अपनी कार खरीदने का सपना पूरा कर पाएंगे।

SIP से कार खरीदने प्लान काम कैसे करता है?

  • कार की कीमत तय करें: सबसे पहले आप यह तय करें कि कितनी कीमत की कार खरीदनी है। जैसे कि 10 लाख, 15 लाख या 20 लाख रुपये की कार।
  • निवेश की अवधि तय करें: अगर आप 3 साल बाद कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो आपको अपना इन्वेस्टमेंट प्लान भी उसी हिसाब से बनाना होगा।
  • SIP से रिटर्न का अनुमान लगाएं: आपको SIP से मिलने वाले रिटर्न का अनुमान लगाना होगा, तभी आप तय समय के भीतर कार खरीदने का जरूरी फंड तैयार कर पाएंगे।

10 लाख रुपये के लिए कितनी करनी होगी SIP?

अगर आप 10 लाख की कार खरीदना चाहते हैं, तो आपको टाइम पीरियड के हिसाब से SIP में कम या ज्यादा निवेश करना होगा।

हर महीने SIP समय अनुमानित रिटर्न अंतिम रकम
₹23,000 3 साल 12% ₹10 लाख
₹12,500 5 साल 12% ₹10 लाख
₹7,500 7 साल 12% ₹10 लाख

SIP से कार खरीदने के फायदे

अगर आप SIP से कार खरीदने का प्लान बनाते हैं, तो इसके कई फायदे मिलेंगे। जैसे कि कार लोन लेने पर आपको EMI में 10-12 फीसदी ब्याज चुकाना पड़ता है, जबकि SIP में उलटे आपको इतना रिटर्न मिलेगा। SIP से निवेश करने की आदत बनेगी और आपको भविष्य में अन्य बड़े खर्चों के लिए भी तैयारी करने में मदद मिलेगी।अगर आपने 5 साल तक SIP किया, तो आपको FD और दूसरे निवेश माध्यमों से भी काफी बेहतर रिटर्न मिल सकता है। आप इक्विटी फंड के बजाय डेट फंड या हाइब्रिड फंड में निवेश किया है, तो इसमें बाजार के उतार-चढ़ाव का असर भी कम होगा।

SIP से कार खरीदने के लिए कौन-सा फंड बेहतर?

एसआईपी में पैसा लगाने के लिए सही फंड चुनना बहुत जरूरी है। यह काफी हद तक आपके समय और जोखिम लेने की क्षमता पर भी निर्भर करता है। 1 से 3 साल में कार खरीदनी हो, तो कॉरपोरेट बॉन्ड फंड या लिक्विड फंड सही रहेंगे। इसमें 6 से 8% का स्थिर रिटर्न मिलता है। कम जोखिम के साथ। अगर 3 से 5 साल में कार खरीदनी हो, तो कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड अच्छा रहेगा। इसमें रिटर्न 8-10% रहता है, मध्यम जोखिम के साथ।

अगर आपका 5 साल बाद कार खरीदने का प्लान हो, तो इक्विटी म्यूचुअल फंड सही रहेगा, जिससे ज्यादा रिटर्न मिल सके। यह थोड़े अधिक जोखिम के साथ लॉन्ग टर्म में 12 से 15% रिटर्न दे सकता है।

SIP vs Car Loan: कौन बेहतर?

फैक्टर कार लोन SIP
ब्याज दर 9-12%
10-14% संभावित रिटर्न
टैक्स बेनेफिट नहीं मिलता
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लागू
मासिक बोझ EMI देनी होगी कम बचत से निवेश
फाइनेंशियल लोड लोन का बोझ रहेगा
बचत से खरीदी जाएगी
लचीलापन नहीं
निवेश रोक सकते हैं

अगर आप जल्दबाजी में नहीं हैं और स्मार्ट फाइनेंशियल प्लानिंग करना चाहते हैं, तो SIP से कार खरीदना सबसे अच्छा विकल्प है।

SIP से कार खरीदने वाले प्लान के नुकसान

अगर आप SIP से कार खरीदने का प्लान बना रहे हैं, तो यह आपके लिए दोनों हाथ में लड्डू वाली बात नहीं है। इसमें कुछ जोखिम और नुकसान भी हो सकते हैं, जिसके बारे में जानना जरूरी है।

बाजार में उतार-चढ़ाव का जोखिम

SIP इक्विटी फंड में हो, तो शेयर बाजार की अस्थिरता आपके निवेश पर असर डाल सकती है। जिस समय आपको पैसा निकालना हो, अगर बाजार डाउन हुआ, तो नुकसान उठाना पड़ सकता है। जैसा कि इस वक्त शेयर मार्केट में भारी गिरावट के चलते ज्यादातर म्यूचुअल फंड का रिटर्न काफी घट चुका है।

लंबा समय लग सकता है

अगर आप जल्दी कार खरीदना चाहते हैं (1-3 साल में), तो SIP ज्यादा सही ऑप्शन नहीं है। क्योंकि SIP में कंपाउंडिंग का फायदा ज्यादा वक्त बीतने के साथ मिलता है। इक्विटी फंड में शॉर्ट-टर्म इन्वेस्टमेंट जोखिम भरा हो सकता है।

इन्फ्लेशन और कार की बढ़ती कीमतें

हर साल कार की कीमतें बढ़ती हैं, और SIP का रिटर्न हमेशा उससे तेज नहीं बढ़ता। हो सकता है, जब तक आप SIP से कार खरीदने के लिए पर्याप्त पैसा जोड़ें, तब तक कार महंगी हो जाए। जैसे कि आपने 10 लाख रुपये की कार खरीदने का प्लान बनाया हो, लेकिन 5 साल अच्छी कारों का दाम 15 लाख रुपये पहुंच गया हो।

जल्दी पैसा निकालने के नुकसान

इमरजेंसी की स्थिति में SIP का पैसा समय से पहले निकालने में नुकसान हो सकता है। जैसे कि आप 5 के बजाय 1.5 साल में पैसा निकालते हैं, तो हो सकता है कि आपका रिटर्न नेगेटिव में हो।

लिक्विडिटी की समस्या

कार खरीदने के लिए फंड तैयार करने तक इंतजार करना पड़ेगा, जबकि लोन तुरंत मिल जाता है। SIP से मिलने वाला पैसा फिक्स नहीं होता, लेकिन लोन लेने पर निश्चित बजट के साथ तुरंत कार खरीदी जा सकती है।

क्या होना चाहिए आपका आखिरी फैसला?

अगर आपके पास समय है और बिना कर्ज लिए कार खरीदना चाहते हैं, तो SIP बढ़िया विकल्प है। हालांकिं, आपको SIP से कार खरीदने की प्लानिंग करते समय इन्फ्लेशन और मार्केट वोलैटिलिटी को भी ध्यान में रखना चाहिए। अगर कार तुरंत चाहिए, तो फिर कार लोन लेना बेहतर रहेगा।

यह भी पढ़ें: Used Car Buying Guide: सेकेंड हैंड कार खरीदते समय किन बातों का रखें ध्यान, क्या हैं इसके फायदे और नुकसान?

Piyush Kumar
Piyush Kumar

पीयूष कुमार एक अनुभवी बिजनेस जर्नलिस्ट हैं, जिन्होंने Banaras Hindu University (BHU)
से शिक्षा ली है। वे कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। वित्त, शेयर बाजार और निवेश रणनीतियों पर उनकी गहरी पकड़ है। उनकी रिसर्च-बेस्ड लेखनी जटिल फाइनेंशियल विषयों को सरल और प्रभावी रूप में प्रस्तुत करती है। पीयूष को फिल्में देखने और क्रिकेट खेलने का शौक है।

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