Personal Loan for Gold: पर्सनल लोन लेकर सोना खरीदना चाहिए? नफा-नुकसान को समझकर लें फैसला

Personal Loan for Gold Purchase: भारत में सोना सिर्फ निवेश नहीं है, यह धार्मिक और भावनात्मक अहमियत भी रखता है। शादी हो, त्योहार हो या फिर कोई बड़ा पारिवारिक समारोह, भारतीय लोग सोने की खरीदारी को शुभ मानते हैं। लेकिन बढ़ती सोने की कीमतों के कारण इसे खरीदना हर किसी के लिए आसान नहीं रह गया है। ऐसे में कई लोग पर्सनल लोन लेकर सोना खरीदने का विकल्प अपनाते हैं।

लेकिन क्या यह सही कदम है? क्या पर्सनल लोन से सोना खरीदना फायदे का सौदा साबित हो सकता है, या यह एक आर्थिक जाल बन सकता है? आइए इस पर विस्तार से चर्चा करते हैं।

पर्सनल लोन से सोना खरीदने का क्या मतलब है?

पर्सनल लोन असल में अनसिक्योर्ड लोन होता है। इसका मतलब है कि आपको कर्ज लेने के लिए कुछ भी गिरवी रखने की जरूरत नहीं पड़ती। इस लोन का इस्तेमाल आप किसी भी काम के लिए कर सकते हैं, चाहे वह शादी हो, ट्रैवल हो या फिर सोना खरीदना ही क्यों न।

Personal Loan vs Gold Loan: समझिए अंतर

खास बातें गोल्ड लोन पर्सनल लोन
कोलैटरल (गिरवी) सिक्योर्ड लोन (गिरवी रखना जरूरी) अनसिक्योर्ड लोन (गिरवी की जरूरत नहीं)
ब्याज दर 7% – 15% (कम) 10% – 24% (ज्यादा)
लोन अप्रूवल सोने की शुद्धता और मूल्यांकन पर निर्भर क्रेडिट स्कोर और आय पर निर्भर
लोन अमाउंट सोने के मूल्य पर आधारित आय और क्रेडिट स्कोर के आधार पर
लोन टेन्योर 6 महीने – 3 साल 1 साल – 5 साल
क्रेडिट स्कोर का प्रभाव जरूरी नहीं बहुत जरूरी
प्रोसेसिंग समय कुछ ही घंटे 1-3 दिन
रीपेमेंट विकल्प ब्याज पहले, मूलधन बाद में चुकाने का विकल्प
मासिक EMI में भुगतान
जोखिम डिफॉल्ट पर सोना नीलाम हो सकता है
डिफॉल्ट पर क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है
किसके लिए? जिनके पास सोना है और कम ब्याज दर चाहते हैं
जिनके पास सिक्योरिटी नहीं है लेकिन तुरंत लोन चाहिए

अगर आपके पास सोना है और कम ब्याज दर पर लोन चाहिए, तो गोल्ड लोन बेहतर है। लेकिन अगर आपके पास सिक्योरिटी नहीं है और तुरंत पैसों की जरूरत है, तो पर्सनल लोन सही विकल्प हो सकता है।

पर्सनल लोन से सोना खरीदने के फायदे

अगर आप गोल्ड लेने के लिए सही प्लानिंग के साथ पर्सनल लोन लेते हैं, तो यह आपके लिए मददगार साबित हो सकता है। इसके कुछ फायदे हैं:

  • पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड होता है, यानी आपको अपनी कोई संपत्ति या सोना गिरवी नहीं रखना पड़ता। अगर आपके पास कोई बड़ी संपत्ति नहीं है, तो भी आप यह लोन ले सकते हैं।
  • त्योहारों (जैसे धनतेरस या अक्षय तृतीया) या शादी के समय जब तुरंत सोना खरीदने की जरूरत होती है, तब पर्सनल लोन 24-48 घंटों में अप्रूव होकर आपके खाते में आ सकता है।
  • अधिकतर बैंक और NBFCs 1 साल से लेकर 5 साल तक की लोन चुकाने की सुविधा देते हैं। आप अपनी सुविधा के अनुसार EMI चुन सकते हैं ताकि ज्यादा बोझ न पड़े।
  • अगर आप लोन समय पर चुकाते हैं, तो इससे आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हो सकता है। इससे भविष्य में होम लोन या किसी अन्य लोन पर कम ब्याज दर मिलने के चांस बढ़ जाते हैं।

क्या पर्सनल लोन लेकर सोना खरीदना सही फैसला है?

पर्सनल लोन से सोना खरीदने के कई फायदे हैं। लेकिन कुछ बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, ताकि आप कर्ज के जाल में न फंसें।

  • सोने की कीमतें काफी अस्थिर होती हैं। अगर आपने ऊंचे दामों पर सोना खरीदा और बाद में कीमतें गिर गईं, तो आपका निवेश नुकसान में जा सकता है।
  • पर्सनल लोन 10% – 24% तक की ब्याज दर पर मिलता है। यह गोल्ड लोन या अन्य सिक्योर्ड लोन की तुलना में बहुत अधिक होता है। ऐसे में यह देखना जरूरी है कि सोने के बढ़ते दाम आपके लोन के ब्याज को कवर कर पाएंगे या नहीं।
  • आपको पर्सनल लोन लेने से पहले कुछ बातों पर गौर करना चाहिए। जैसे कि क्या आपकी आय स्थिर है? क्या आप हर महीने EMI का भुगतान बिना किसी परेशानी के कर सकते हैं? अगर नहीं, तो पर्सनल लोन लेना गलत फैसला साबित हो सकता है।
  • अगर आप समय पर EMI नहीं चुका पाते, तो आपका क्रेडिट स्कोर गिर सकता है। इससे भविष्य में लोन लेने में दिक्कतें आ सकती हैं।

क्या यह पर्सनल लोन लेकर सोना खरीदने का सही वक्त है?

इस वक्त गोल्ड का रेट रिकॉर्ड ऊंचाई पर हैं। मनीकंट्रोल के मुताबिक, शनिवार (8 मार्च) को महिला दिवस के मौके पर देश के बड़े शहरों में 24 कैरेट गोल्ड का भाव 87,150 रुपये प्रति 10 ग्राम था। फाइनेंशियल एक्सपर्ट का मानना है कि सोने का दाम अपने ऑल टाइम के करीब है। ऐसे में पर्सनल लोन लेकर सोना खरीदना काफी जोखिम भरा कदम हो सकता है।

सोने को आमतौर पर अस्थिर समय में सुरक्षित निवेश माना जाता है। लेकिन कीमतों में मौजूदा उछाल अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ वॉर और केंद्रीय बैंकों की खरीदारी के कारण आया है। ऐसे में इसके लंबे समय तक टिके रहने की संभावना काफी कम है।

गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी में कटौती से सोने की बिक्री बढ़ सकती है। हालांकि, यह भविष्य में सोने की कीमतों में वृद्धि की गारंटी नहीं देता। एक्सपर्ट के मुताबिक, उधार लिए पैसों से निवेश करना बुद्धिमानी नहीं है, क्योंकि अगर सोने की कीमत गिरती है, तो कर्ज चुकाना बड़ा बोझ बन सकता है।”

Gold Loan

क्या आपको पर्सनल लोन लेकर सोना खरीदना चाहिए?

अगर आप वाकई में पर्सनल लोन से सोना खरीदना चाहते हैं, तो इन 5 बातों का ध्यान रखें:

  • ब्याज दरों की तुलना करें: कई बैंकों और NBFCs की लोन ब्याज दरों की तुलना करें और सबसे किफायती विकल्प चुनें।
  • EMI कैलकुलेटर का उपयोग करें: यह देखने के लिए कि आप हर महीने EMI आराम से चुका सकते हैं या नहीं।
  • हैसियत भर का ही लोन लें: आपको सिर्फ उतना ही लोन लेना चाहिए, जितना आसानी से चुका सकें। ज्यादा लोन लेने पर चुकाने में दिक्कत आ सकती है।
  • लॉन्ग टर्म प्लान बनाएं: लोन लेते समय यह सोचें कि सोने के दाम कब तक बढ़ेंगे और आप कितना रिटर्न कमा सकते हैं।
  • इमरजेंसी फंड तैयार रखें: अगर भविष्य में लोन चुकाने में परेशानी हो, तो आपके पास पहले से कुछ सेविंग होनी चाहिए।

पर्सनल लोन से गोल्ड खरीदने का सही फैसला कैसे करें?

अगर आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत है, आपकी आय स्थिर है और आप सही ब्याज दर पर लोन पा रहे हैं, तो पर्सनल लोन से सोना खरीदना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। लेकिन, अगर आपकी आय अनिश्चित है, ब्याज दर बहुत ज्यादा है और आप सिर्फ “सोने के दाम बढ़ेंगे” इस सोच के साथ निवेश कर रहे हैं, तो यह जोखिम भरा हो सकता है।

याद रखें, पर्सनल लोन लेना वित्तीय जिम्मेदारी है। बिना प्लानिंग किए अगर आप कर्ज लेते हैं, तो यह आपको आर्थिक संकट में डाल सकता है। इसलिए, हर पहलू को ध्यान में रखकर ही फैसला करें।

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Piyush Kumar
Piyush Kumar

पीयूष कुमार एक अनुभवी बिजनेस जर्नलिस्ट हैं, जिन्होंने Banaras Hindu University (BHU)
से शिक्षा ली है। वे कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। वित्त, शेयर बाजार और निवेश रणनीतियों पर उनकी गहरी पकड़ है। उनकी रिसर्च-बेस्ड लेखनी जटिल फाइनेंशियल विषयों को सरल और प्रभावी रूप में प्रस्तुत करती है। पीयूष को फिल्में देखने और क्रिकेट खेलने का शौक है।

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