
भाविश अग्रवाल की ओला इलेक्ट्रिक दिवालिया हो जाएगी? क्यों आ रही ये नौबत
Ola Electric insolvency petitions: अरबपति कारोबारी भाविश अग्रवाल की ओला इलेक्ट्रिक की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं। दरअसल, ओला इलेक्ट्रिक की एक यूनिट के खिलाफ दो बड़ी कंपनियों ने केस किया है। Business Standard की रिपोर्ट के मुताबिक, दोनों कंपनियों का कहना है कि ओला ने उनकी करोड़ों की पेमेंट अब तक नहीं चुकाई है। उन्होंने दिवाला कानून के तहत ओला इलेक्ट्रिक पर मुकदमा किया है।
किन कंपनियों ने ओला इलेक्ट्रिक पर केस किया?
- Rosmerta Digital Services Pvt. – यह वाहन पंजीकरण सेवाएं देती है।
- Rosmerta Safety Systems – यह हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट्स सप्लाई करती है।
कितना पैसा बकाया है?
- Rosmerta Digital Services को ₹22 करोड़ (2.5 मिलियन डॉलर) लेने हैं।
- Rosmerta Safety Systems को ₹2.5 करोड़ की पेमेंट बाकी है।
ओला इलेक्ट्रिक का क्या कहना है?
कंपनी ने कहा कि ये दावे गलत हैं और वह कानूनी सलाह ले रही है। केस बेंगलुरु के नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में चल रहा है।
यह पूरा विवाद क्यों हुआ?
ओला इलेक्ट्रिक अपने स्कूटर्स की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया खुद संभालना चाहती है। पहले ये काम बाहरी कंपनियां कर रही थीं, लेकिन अब ओला इन्हें हटाकर अपनी टीम से काम करवाने की तैयारी में है।
ओला पहले से किन मुश्किलों में है?
- सरकारी जांच: Bloomberg की एक रिपोर्ट के मुताबिक, ओला के 95% शोरूम बिना मंजूरी के चल रहे थे। इस कारण कई राज्यों में छापे पड़े, शोरूम बंद हुए और गाड़ियां जब्त हुईं।
- स्टाफ की छंटनी: ओला इलेक्ट्रिक में बड़े पैमाने पर कर्मचारियों को निकाला जा रहा है। कंपनी का कहना है कि वह कॉस्ट कटिंग कर रही है।
- शेयरों में भारी गिरावट: अगस्त में IPO लॉन्च के बाद से ओला के शेयर 65% तक गिर चुके हैं। ओला इलेक्ट्रिक (ola electric mobility share price) का शेयर फिलहाल 50.63 पर है।
इन सबके बीच नया विवाद ओला इलेक्ट्रिक की समस्याओं को और बढ़ा सकता है। ओला की मुश्किल इसलिए भी बढ़ रही है। क्योंकि उसे बजाज और दूसरी इलेक्ट्रिक टू व्हीलर बनाने वाली कंपनियों से कड़ी चुनौती मिल रही है।
यह भी पढ़ें: Multibagger Penny Stock: ₹1 लाख से ₹5.45 करोड़! इस मल्टीबैगर स्टॉक ने दिखा दिया सब्र का असली फल