Shubham Singh

Shubham Singh

Dinosaur Rebirth: डायनासोर वाकई दोबारा जिंदा हो सकते हैं? क्या कहता है विज्ञान

डायनासोर के अलावा विज्ञान ऐसा भी जानवर बना सकता है, जो धरती पर कभी थे ही नहीं।
हार्वर्ड और येल यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिक एक प्रयोग कर रहे हैं, मुर्गियों के DNA में बदलाव कर उन्हें डायनासोर जैसे लक्षण देना। क्योंकि आज के पक्षी (birds) असल में डायनासोर की वंशज माने जाते हैं।

NCC Share Price: इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी को मुंबई मेट्रो के लिए मिला बड़ा कॉन्ट्रैक्ट, स्टॉक पर रखें नजर

NCC का शेयर शुक्रवार को NSE पर ₹220.85 पर बंद हुआ।
NCC को यह कार्य 24 महीने की तय निर्माण अवधि में पूरा करना होगा। इसके बाद दो साल का डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड और पांच साल की समग्र मेंटेनेंस सेवा भी प्रदान करनी होगी।

India Pakistan War: क्या परमाणु मिसाइल को रोक सकता है भारत? क्या है हमारी ताकत?

पाकिस्तान अगर भारत पर परमाणु हमला करे, तो क्या हमारे पास उसे हवा में ही नष्ट करने की क्षमता (India Missile Defense System) है?
क्या भारत परमाणु मिसाइल को रोक सकता है? जानिए देश के बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस सिस्टम की ताकत और सीमाएं, S-400 से लेकर PAD-AAD तक की तैयारी।

UPI बार-बार क्यों बंद हो रहा है, डिजिटल इंडिया को किसकी लगी नजर?

UPI भारत में डिजिटल क्रांति की रीढ़ बन चुका है। लेकिन तेज़ी से बढ़ते उपयोग, सर्वर पर भारी लोड और वित्तीय घाटे ने इस सिस्टम को हिला कर रख दिया है। अगर समय रहते समाधान नहीं ढूंढा गया, तो यह पूरे डिजिटल इकोसिस्टम को प्रभावित कर सकता है।

Stock Market Crash History: शेयर बाजार के 5 सबसे बड़े क्रैश, जब एक ही दिन में कंगाल हुए निवेशक

Stock Market Crash History:1992 में हर्षद मेहता के ₹4,000 करोड़ के घोटाले के सामने आने के बाद सेंसेक्स बुरी तरह टूट गया था।
7 अप्रैल को वैश्विक शेयर बाजारों में आई भारी गिरावट 19 अक्टूबर 1987 के ‘ब्लैक मंडे’ की याद दिलाती है, जिसे आधुनिक समय का पहला ग्लोबल शेयर मार्केट क्राइसिस माना जाता है। इसे ब्लैक मंडे 2.0 (Black Monday 2.0) भी कहा जा रहा है।

Matrix Simulation Theory: क्या हम मायाजाल में जी रहे हैं? हैरान कर देगी सच्चाई

क्या हमारी दुनिया एक कंप्यूटर सिमुलेशन है? The Matrix फिल्म और विज्ञान मिलकर उठाते हैं ये चौंकाने वाला सवाल।
क्या हमारी दुनिया असली है या किसी डिजिटल सिमुलेशन का हिस्सा? इस सवाल पर ऑक्सफोर्ड प्रोफेसर निक बॉस्ट्रॉम की थ्योरी, एलन मस्क के बयान और MIT की रिसर्च ने बहस तेज कर दी है। सिमुलेशन थ्योरी कहती है कि हो सकता है हम एक विकसित सभ्यता द्वारा बनाए गए कम्प्यूटर प्रोग्राम का हिस्सा हों। फिलहाल सबूत नहीं हैं, लेकिन सोचने के लिए बहुत कुछ है।

Ancient Indian Democracy: यूनान से पहले भारत में था लोकतंत्र? क्या कहता है इतिहास

Ancient Indian democratic assembly illustration showing Licchavi republic's council system in a traditional art style.
जब बात लोकतंत्र की शुरुआत की होती है, तो ज्यादातर किताबें यूनान का नाम पहले लेती हैं। लेकिन क्या ये पूरी सच्चाई है? क्या भारत में यूनान से भी पहले लोकतंत्र जैसी राजनीतिक व्यवस्था थी? लिच्छवि गणराज्य और एथेंस के मॉडल में क्या अंतर था? आइए इतिहास की परतों को खोलते हैं और समझते हैं कि लोकतंत्र की असली जननी कौन थी- भारत या यूनान?

अमेरिकी बाजार क्रैश, Trump बोले- Buffett मेरे साथ; लेकिन क्या है हकीकत?

High-resolution image of Warren Buffett and Donald Trump together
वॉरेन बफे (warren buffett) ने सोशल मीडिया पर वायरल उन रिपोर्ट्स को खारिज किया है, जिनमें कहा गया कि उन्होंने डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की Reciprocal Tariffs policy का समर्थन किया है। बफे ने इन्हें पूरी तरह false and misleading करार दिया।

Akbar Ram Sita coins: अकबर के शाही सिक्के पर भगवान राम क्यों छपे थे?

Akbar Ram Sita coins: ये सिक्के आज Indian Museum, Kolkata और कुछ विदेशी नीलामी संस्थानों में संरक्षित हैं।
1604 में मुगल सम्राट अकबर ने धार्मिक सहिष्णुता दिखाते हुए भगवान राम और सीता की छवि वाले सिक्के जारी किए थे। आइए जानते हैं कि इसके पीछे उसका मकसद क्या था। 1604 में मुगल सम्राट अकबर ने धार्मिक सहिष्णुता दिखाते हुए भगवान राम और सीता की छवि वाले सिक्के जारी किए। यह उनके 'दीन-ए-इलाही' दर्शन और हिंदू बहुल समाज से जुड़ाव की रणनीति का प्रतीक था।

Crude Oil Crash: कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट, क्या पेट्रोल-डीजल सस्ता होगा?

कच्चे तेल की कीमतों (Crude Oil Prices) में शुक्रवार (4 अप्रैल 2025) को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली।
क्रूड ऑयल 2021 यानी 4 साल के बाद सबसे निचला स्तर है। चीन और अमेरिका के बीच बढ़ते ट्रेड वॉर (Trade War) और OPEC के उत्पादन बढ़ाने के फैसले ने बाजार को हिला दिया। इससे सवाल उठता है कि क्या कच्चा तेल सस्ता होने के बाद सरकार पेट्रोल-डीजल के दाम भी घटाएगी।