दुबई का गोल्ड स्मगलिंग का अड्डा क्यों; कितना होता है फायदा, पकड़े जाने पर क्या होती है सजा? 

Dubai Gold Smuggling: कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव (Ranya Rao news) दुबई से सोना तस्करी करने के मामले में गिरफ्तार हुई हैं। केम्पेगौड़ा इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर उनके कब्जे से 14.8 किलो सोना जब्त किया गया। इसकी कीमत करीब 12 करोड़ रुपये बताई जा रही है उन्हें बेंगलुरु के राजस्व खुफिया निदेशालय ने बेंगलुरु में गिरफ्तार किया है। रान्या राव (gold smuggling actress) पुलिस महानिदेश रामचंद्र राव की सौतेली बेटी हैं। वह कन्नड़ सुपरस्टार सुदीप किच्चा के साथ Maanikya जैसी फिल्म में भी काम कर चुकी हैं।
दुबई और अन्य खाड़ी देशों से भारत में सोने की तस्करी (Gold Smuggling in India) कई दशकों से होती आ रही है। आइए समझते हैं कि लोग दुबई जैसे देशों से सोना क्यों स्मगल करते हैं, इसके मुख्य तरीके क्या हैं, इसमें कितना फायदा होता है और पकड़े जाने पर क्या सजा मिलती है। साथ ही, कुछ चर्चित मामलों के उदाहरण भी जानेंगे।

दुबई से गोल्ड स्मगलिंग क्यों होती है?

भारत में सोने की मांग हमेशा से बहुत ज्यादा रही है। खासकर शादी-ब्याह और त्योहारों के दौरान गोल्ड की खपत बढ़ जाती है। लेकिन सरकार ने सोने पर भारी आयात शुल्क (Import Duty) लगाया हुआ है। इससे भारत में गोल्ड की कीमत काफी बढ़ जाती है। हालांकि, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने 2024 के केंद्रीय बजट बजट में गोल्ड पर इंपोर्ट ड्यूटी को 15 फीसदी से घटाकर 6 फीसदी कर दिया था। फिर भी गोल्ड स्मगलिंग पर लगाम नहीं लगी है।
भारत में गोल्ड पर 3 फीसदी GST लगता है। लेकिन, दुबई में ऐसा कोई शुल्क नहीं। दुबई में मेकिंग चार्ज भी भारत की तुलना में कम होता है। इससे 24 कैरेट सोना भारत की तुलना में दुबई में 5 फीसदी से 7 फीसदी तक और सस्ता हो जाता है।

गोल्ड स्मगलर दुबई से ही तस्करी क्यों करते हैं?

जैसा कि हमने ऊपर देखा कि भारत में सोने पर काफी टैक्स और मेकिंग चार्ज काफी ज्यादा है। दुबई से सस्ते दाम में खरीदा गया सोना अगर भारत में टैक्स बचाकर (Gold Price Difference) बेचा जाए, तो तस्करों को 10-15 फीसदी तक ज्यादा मुनाफा हो सकता है। भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सोने का उपभोक्ता है, इसलिए इसकी मांग हमेशा बनी रहती है। तस्करों को खरीदार भी बड़ी आसानी से मिल जाता है। स्मगलर्स बिना किसी सरकारी रिकॉर्ड के कैश में सोना खरीदते और बेचते हैं, जिससे काला धन (Black Money) को खपाने का जरिया भी बन जाता है।
दुबई में सोने पर बहुत कम टैक्स या कोई इम्पोर्ट ड्यूटी नहीं होती, जिससे वहां गोल्ड सस्ता मिलता है। वहीं, भारत समेत कई देशों में इम्पोर्ट ड्यूटी और टैक्स बहुत ज्यादा हैं, जिससे वहां सोना महंगा हो जाता है। तस्कर इसी प्राइस गैप का फायदा उठाते हैं। दुबई फ्लाइट और समुद्री रास्ते से कई देशों से जुड़ा है। इसलिए यहां से तस्करी काफी आसान हो जाती है। अंडरवर्ल्ड सरगना हाजी मस्तान और दाऊद इब्राहिम समुद्री रास्ते से ही सोने की तस्करी करते थे।
गोल्ड स्मगलिंग का कारण डिटेल
1. लो टैक्स और ड्यूटी-फ्री गोल्ड
दुबई में इम्पोर्ट ड्यूटी और टैक्स कम हैं, जबकि भारत में अधिक हैं, जिससे प्राइस गैप बनता है।
2. गोल्ड ट्रेडिंग का ग्लोबल हब
दुबई में गोल्ड खरीदना-बेचना आसान है, जिससे तस्करों को सोना सोर्स करने में दिक्कत नहीं होती।
3. भौगोलिक स्थिति और फ्लाइट कनेक्टिविटी
दुबई से भारत और अन्य देशों के लिए कई फ्लाइट्स उपलब्ध हैं, जिससे स्मगलिंग आसान होती है।
4. कैश ट्रांजैक्शन में आसानी
बिना ज्यादा डॉक्युमेंटेशन के कैश में सोना खरीदा जा सकता है, जिससे तस्करों के लिए इसे ट्रैक करना मुश्किल होता है।
5. लॉ एनफोर्समेंट और मॉनिटरिंग में ढील
दुबई में गोल्ड ट्रेडिंग पर अन्य देशों की तुलना में कम रेगुलेशन हैं, जिससे तस्करों को फायदा मिलता है।
6. स्मगलिंग नेटवर्क की मजबूती
दुबई से गोल्ड स्मगलिंग पुरानी है, इसलिए यहां पहले से ही मजबूत नेटवर्क मौजूद हैं।

कैसे होती है गोल्ड स्मगलिंग?

तस्कर सोने की स्मगलिंग के लिए कई इनोवेटिव तरीके अपनाते हैं। क्योंकि उन्हें सिक्योरिटी एजेंसियों को चकमा देना होता है, जो हमेशा चौकन्नी रहती हैं। आइए उनके गोल्ड स्मगलिंग के कुछ तरीके जानते हैं।
शरीर में छिपाकर लाना
कई बार स्मगलर सोने के कैप्सूल बनाकर उन्हें शरीर के अंदर ( Rectum या पेट में) छिपाकर लाते हैं। यह बेहद जोखिम भरा तरीका है, लेकिन पकड़े जाने का चांस कम होता है। केरल के कन्नूर एयरपोर्ट पर एअर इंडिया एक्सप्रेस की एक एयर होस्टेस के पास से लगभग एक किलो सोना बरामद किया गया था। इसे वह अपने प्राइवेट पार्ट (Rectum) में छिपाकर ला रही थी।
गहनों की तरह पहनकर लाना
यात्री गले की चेन, कड़े या अंगूठी के रूप में ज्यादा मात्रा में सोना पहनकर आते हैं और इमीग्रेशन से आसानी से निकलने की कोशिश करते हैं। कस्टम अधिकारियों को चकमा देने के लिए नकली या हल्के दिखने वाले गहनों का इस्तेमाल किया जाता है।
इलेक्ट्रॉनिक सामान में छिपाना
स्मार्टफोन, लैपटॉप, वॉटर हीटर, इंडक्शन कुकर जैसे उपकरणों के अंदर सोने की परत बनाकर लाते हैं। एयरपोर्ट पर कई ऐसे केस पकड़े गए, जहां फोन के बैटरी सेक्शन में सोना छिपाया गया था।
डिप्लोमैटिक चैनल्स का इस्तेमाल
कई बार एयरलाइन के स्टाफ या डिप्लोमैटिक चैनल्स का दुरुपयोग कर सोने की तस्करी की जाती है। 2020 के केरल गोल्ड स्मगलिंग केस में दुबई से भारत आए एक राजनयिक चैनल (Diplomatic Cargo) में सोना पाया गया था।
फ्लाइट के अंदर छिपाकर रखना
कई तस्कर टॉयलेट या सीट के नीचे सोना छिपाकर रखते हैं और एयरपोर्ट पर कोई और साथी उसे उठाने के लिए भेज दिया जाता है।

सबसे ज्यादा कहां से तस्करी होता है सोना?

भारत में सबसे अधिक तस्करी वाला सोना संयुक्त अरब अमीरात (UAE) से आता है। फिर म्यांमार नंबर पर है। अफ्रीकी देशों से भी तस्कर काफी ज्यादा सोना लाते हैं। BRI अधिकारियों के मुताबिक, तस्करी का 10 फीसदी ही सोना पकड़ में आता है। CBIC ने 2023-24 में करीब 4,869.6 किलो गोल्ड पकड़ा था, जो तस्करी वाला था।

अगर भारतीय राज्यों की बात करें, तो सबसे अधिक तस्करी वाला सोना महाराष्ट्र, केरल और तमिलनाडु में आता है। BBC की रिपोर्ट बताती है कि करीब 60 फीसदी तस्करी के केस इन्हीं तीन राज्यों में दर्ज होते हैं।

दुबई से गोल्ड स्मगलिंग पर कितना फायदा?

अगर स्मगलर दुबई से गोल्ड लाते हैं, तो उन्हें 1 किलो पर करीब 6 लाख रुपये का मुनाफा हो सकता है। उदाहरण के लिए, भारत में All India Sarafa Association के मुताबिक 24 कैरेट गोल्ड का रेट 89,300 रुपये प्रति 10 ग्राम है। इस हिसाब से 1 किलो सोना 89.30 लाख रुपये होगी। वहीं, Gulf News के अनुसार, दुबई में 1 ग्राम सोने का दाम 349.50 दिरहम है।
इस हिसाब से 1 किलो सोना 3,49,500 दिरहम में मिलेगा, जो 82.87 लाख रुपये होगा। इसका मतलब है कि तस्करों को 1 किलो सोना पर 6.43 लाख रुपये की कमाई हो जाती है। बड़े तस्कर हर महीने 10-15 किलो सोने की स्मगलिंग करते हैं, जिससे वे करोड़ों में खेलते हैं।

गोल्ड स्मगलिंग में कितनी होती है सजा?

अगर कोई शख्स सोने की तस्करी करते हुए पकड़ा जाता है, तो उसे कई तरह की कानूनी सजा (Gold Smuggling Punishment) झेलनी पड़ सकती है। उसके खिलाफ कस्टम ऐक्ट, 1962 के तहत कार्रवाई हो सकती है। अवैध रूप से लाए गए सोने को जब्त कर लिया जाता है। BBC की रिपोर्ट के मुताबिक, गोल्ड स्मगलिंग का दोषी पाए जाने पर 5 लाख रुपये तक का ज़ुर्माना, उम्रकैद और विदेश यात्रा पर आजीवन रोक भी लग सकती है।

अगर कोई शख्स बड़े पैमाने पर सोना तस्करी कर रहा है, तो उसके खिलाफ PMLA (Prevention of Money Laundering Act) के तहत कार्रवाई की जा सकती है। किसी तस्करी गिरोह के तार आतंकवाद या संगठित अपराध से जुड़े होते हैं, तो उसके खिलाफ NSA (National Security Act) के तहत मुकदमा चल सकता है।

गोल्ड स्मगलिंग का सबसे चर्चित मामला

भारत में रान्या राव से पहले भी सोने की तस्करी के कई बड़े मामले सामने आए हैं। इसमें सबसे चर्चित है केरल गोल्ड स्मगलिंग केस। आज तक की रिपोर्ट के मुताबिक, 2020 में केरल में एक हाई-प्रोफाइल सोना तस्करी मामला सामने आया था। इसमें तिरुवनंतपुरम में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के वाणिज्य दूतावास के माध्यम से 30 किलो सोने की तस्करी की गई थी।
मुख्य आरोपी स्वप्ना सुरेश यूएई वाणिज्य दूतावास की पूर्व कर्मचारी थी। उसके सहयोगी संदीप नायर को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने बेंगलुरु से गिरफ्तार किया था। इस मामले में केरल के मुख्यमंत्री पिनराई विजयन के तत्कालीन प्रधान सचिव एम. शिवशंकर का नाम भी सामने आया, जिन्हें बाद में निलंबित कर दिया गया था।

विदेश से कितना ला सकते हैं सोना?

  • पासपोर्ट एक्ट 1967 के अनुसार, भारतीय नागरिक सभी रूप में सोना (ज्वेलरी, बार या सिक्का) ला सकते हैं।
  • कोई भी पुरुष 20 ग्राम और महिला 40 ग्राम तक सोना ला सकती है। इसके लिए कोई शुल्क नहीं लगेगा।
  • 15 साल से कम उम्र के बच्चों को भी 40 ग्राम सोना लाने की छूट है, लेकिन रिलेशनशिप प्रमाणित करना जरूरी होगा।
  • केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) ने सोना लाने पर शुल्क निर्धारित कर रखा है।
  • अगर आप शुल्क चुका देते हैं, तो चाहे जितना गोल्ड खरीदकर भारत ला सकते हैं।
दुबई से सोने की तस्करी (Gold Smuggling) भारत में एक गंभीर समस्या बनी हुई है। सरकार समय-समय पर आयात शुल्क में बदलाव कर इस पर लगाम लगाने की कोशिश करती है, लेकिन ऊंचे टैक्स रेट और भारत में सोने की मांग की वजह से यह धंधा जारी रहता है। हालांकि, कस्टम और प्रवर्तन निदेशालय (ED) लगातार तस्करों पर कार्रवाई कर रहे हैं, जिससे बड़े रैकेट्स का खुलासा भी हुआ है। लेकिन जब तक सोने की कीमतों में इतना बड़ा अंतर रहेगा, तब तक तस्करी पूरी तरह से खत्म करना मुश्किल हो सकता है।
Shubham Singh
Shubham Singh
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