Explained: करोड़पतियों को भारत से क्या परेशानी है, आखिर क्यों छोड़ रहे नागरिकता?
Why rich people leaving india: पिछले दिनों चीफ इकोनॉमिक एडवाइजर वी अनंत नागेश्वरन (V Anantha Nageswaran) ने ‘बिलेनियर टैक्स’ के बारे में बड़ी दिलचस्प बात कही। उन्होंने कहा कि अगर अमीरों पर अतिरिक्त टैक्स लगाया जाता है, तो बहुत-से लोग भारत छोड़कर दूसरे देशों में बस सकते हैं। हालांकि, अभी भी हर साल हजारों की संख्या में अमीर लोग भारत की नागरिकता छोड़ रहे हैं। अब खबर आ रही कि स्टार क्रिकेटर विराट कोहली भी परिवार के साथ (virat kohli family) भारत छोड़कर लंदन (ब्रिटेन) में शिफ्ट होने की तैयारी कर रहे हैं। आइए समझते हैं कि भारत का अमीर वर्ग अपने देश में क्यों नहीं रहना चाहता है। वह किन कारणों के चलते भारत की नागरिकता छोड़ रहा है। और क्या विराट कोहली भारत की नागरिकता (virat kohli leave india news) छोड़कर लंदन में बस जाएंगे।
कितने लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है?
इंडिया की सिटिजनशिप छोड़ने वालों की तादाद लगातार बढ़ रही है। विदेश मंत्रालय का डेटा बताता है कि 2021 में 1,63,370; 2022 में 2,25,620 और 2023 में 2,16,219 लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी है। यह संख्या कोरोना के बाद काफी तेजी से बढ़ी है। वहीं, अमीर वर्ग की बात करें तो हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNWI) के देश छोड़ने वाली लिस्ट में भारत शीर्ष देशों में शुमार है।
हेनले प्राइवेट वेल्थ माइग्रेशन रिपोर्ट 2024 (Henley Private Wealth Migration report 2024) बताती है कि 2023 में करीब 5,100 करोड़पतियों ने भारत की नागरिकता छोड़ी थी। यह रिपोर्ट जून 2024 में आई थी और इसमें अनुमान लगाया गया था कि इस साल करीब 4,300 करोड़पति भारत की नागरिकता छोड़ सकते हैं।
साल के हिसाब से भारतीय की नागरिकता छोड़ने वालों की तादाद (सोर्स: विदेश मंत्रालय)
साल |
नागरिकता छोड़ने वालों की संख्या
|
2011 | 1,22,819 |
2012 | 1,20,923 |
2013 | 1,31,489 |
2014 | 1,29,328 |
2015 | 1,31,489 |
2016 | 1,41,603 |
2017 | 1,33,049 |
2018 | 1,34,561 |
2019 | 1,44,017 |
2020 | 85,256 |
2021 | 1,63,370 |
2022 | 2,25,620 |
2023 | 2,16,219 |
भारत छोड़ने वाले लोग किस देश में बस रहे हैं?
भारत छोड़ने वाले अधिकतर लोग यूएई की नागरिकता ले रहे हैं। हालांकि, हाई नेटवर्थ इंडिविजुअल (HNWI) का देश छोड़ना भारत जैसे कई विकासशील देशों की समस्या है। इनमें चीन, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका जैसे बड़े देश भी शामिल हैं। एक अनुमान के मुताबिक, साल 2024 में रिकॉर्ड 6,700 भारतीयों ने यूएई की नागरिकता ली है। इनमें से कई लोग कंपनियों के फाउंडर तक हैं।
यूएई में जीरो इनकम टैक्स पॉलिसी है। वहां की लाइफस्टाइल काफी आला दर्जे की माना जाती है। यूएई में निवेश के लिहाज से भी काफी शानदार मौके हैं। गोल्डन वीजा जैसी योजनाएं भारतीय करोड़पतियों को लुभा रही हैं। इस वीजा स्कीम के तहत इन्वेस्टर, कारोबारी, रिसर्चर, मेडिकल प्रोफेशनल और साइंस एंड नॉलेज फील्ड से जुड़े लोगों यूएई में लंबे वक्त तक रहने की इजाजत मिलती है।
विदेश में काम करने वाले भारतीयों की संख्या (टॉप 5 देश)
देश |
काम करने वालों की संख्या
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यूएई | 35.54 लाख |
सऊदी अरब | 22.19 लाख |
कुवैत | 8.29 लाख |
कतर | 8.00 लाख |
ओमान | 5.30 लाख |
भारत की नागरिकता छोड़ने की क्या वजह है?
अमीर वर्ग कई वजहों से भारत की नागरिकता (indian citizenship leaving) छोड़कर यूएई या अमेरिका जैसे विकसित देशों में बस रहा है। आइए कुछ कारण को ठीक से समझते हैं।
बुनियादी सुविधाओं का अभाव
भारत की इकोनॉमी तेजी से बढ़ तो रहती है, लेकिन यहां अभी हॉस्पिटल, अच्छी सड़क और साफ पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। यह चीज कोरोना महामारी के दौरान भी साबित हुई, जब ऑक्सीजन सिलेंडर और डॉक्टरों की कमी से लोग दम तोड़ रहे थे।
बढ़ते प्रदूषण से हो रही परेशानी
भारत में प्रदूषण काफी बड़ा समस्या बन गया है। हमारी राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली तो नवंबर-दिसंबर के दौरान सांस लेने लायक नहीं रह जाती। दिल्ली होकर गुजरने वाली यमुना नदी गंदे नाले जैसी नजर आती है। देश की ज्यादातर मेट्रो सिटी का यही हाल है।
भारी इनकम टैक्स की समस्या
भारत का टैक्स सिस्टम भी अमीर वर्ग को नहीं पसंद आता, क्योंकि टैक्स के हिसाब से यहां सुविधाएं नहीं मिलती हैं। वहीं, कई देशों में कम टैक्सेशन है और अगर वे ज्यादा टैक्स लेते भी हैं, तो उस हिसाब से बेहतर स्टैंडर्ड ऑफ लिविंग मुहैया कराते हैं।
भ्रष्टाचार से भी होती है दिक्कत
भारत जैसे कई विकासशील देशों में करप्शन एक बड़ा मसला है। हर वर्ग के लोगों को इससे जूझना पड़ता है। गरीबों के पास के पास कोई रास्ता नहीं होता, तो वे इसके साथ तालमेल बैठाकर रह लेते हैं। लेकिन, जो लोग सक्षम है, वो दूसरे देशों में बसने का विकल्प चुन ले रहे हैं।
बढ़ती अपराध दर और अन्य कारण
कई लोग बढ़ती अपराध दर या हेट क्राइम की वजह से भी नागरिकता छोड़ देते हैं। कुछ लोग व्यावसायिक अवसरों की कमी की वजह से भी ऐसा करते हैं। वहीं, विदेश में अच्छी सैलरी और काम करने का बेहतर माहौल मिलना भी भारत की नागरिकता छोड़ने की एक बड़ी वजह है।
क्या विराट कोहली भारत की नागरिकता छोड़ रहे हैं?
विराट कोहली के दूसरे बेटे अकाय की पैदाइश लंदन में हुई। उसके बाद से विराट अपनी पत्नी और बॉलीवुड अदाकारा अनुष्का शर्मा (anushka sharma) के साथ लंदन में ही रहते हैं। विराट कोहली के बचपन के कोच राजकुमार शर्मा का भी कहना है कि विराट जल्द ही परिवार के साथ (virat kohli london) लंदन में शिफ्ट हो सकते हैं। उन्होंने दैनिक जागरण से बात करते हुए विराट के हमेशा के लिए भारत छोड़ने के सवाल पर कहा, ‘हां, विराट अपनी पत्नी अनुष्का और बच्चों के साथ लंदन शिफ्ट होने का प्लान बना रहे हैं। वह बहुत जल्द भारत छोड़ सकते हैं।’
चूंकि, भारत में दोहरी नागरिकता (Dual citizenship in India) का प्रावधान नहीं है। इसलिए अगर विराट लंदन में बसते हैं और ब्रिटेन की नागरिकता लेते हैं, तो वह भारत के नागरिक नहीं रह जाएंगे। हालांकि, अभी विराट ने भारत की नागरिकता छोड़ने या लंदन में बसने के बारे में कुछ नहीं कहा है।
अक्षय कुमार कनाडा की नागरिकता की वजह चर्चा में रहे
बॉलीवुड स्टार अक्षय कुमार के पास कनाडा की नागरिकता (akshay kumar citizenship) थी। उनका एक वीडियो भी वायरल हुआ था, जिसमें वह रिटायरमेंट के बाद कनाडा में बसने की बात कर रहे थे। उन्हें इस बात को लेकर अक्सर सोशल मीडिया पर ट्रोल का शिकार होना पड़ा। अक्षय जब भी किसी राष्ट्रीय मुद्दे पर बात करते, तो लोग उनकी कनाडा की सिटिजनशिप का मजाक उड़ाने लगते। हालांकि, अक्षय ने बाद में कनाडा की नागरिकता छोड़ दी और वापस भारत के नागरिक बन गए।
भारत के मशहूर क्रिकेटर सुनील गावस्कर (sunil gavaskar) ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी (BGT) 2024-25 के दौरान कमेंट्री करते हुए बताया कि एक समय उनका भी मन था कि वह रिटायरमेंट के बाद पर्थ (ऑस्ट्रेलिया) में बस जाएंगे। हालांकि, उनका रिटायरमेंट के बाद इरादा बदल गया और वह भारत में ही रहे।
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