
Stock Market vs Gold: 2024 में गोल्ड के आगे फीकी पड़ी स्टॉक मार्केट की चमक, 2025 में कौन रहेगा आगे?
Share Market, Gold & Silver Outlook 2025: सोने ने साल 2024 में रिटर्न (Gold Returns 2024) देने के मामले में शेयर मार्केट को काफी पीछे छोड़ दिया। चांदी की कीमतों में अच्छी तेजी देखने को मिली। वहीं, शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक- सेंसेक्स और निफ्टी का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा। लेकिन, आखिर के तीन महीने में भारी गिरावट के चलते वे रिटर्न देने के मामले में गोल्ड से काफी ज्यादा पीछे रह गए। आइए जानते हैं कि साल 2024 में सोना, चांदी, सेंसेक्स और निफ्टी ने कितना रिटर्न दिया। किससे निवेशकों को अधिक फायदा हुआ। और 2025 में कौन ज्यादा रिटर्न देगा।
सोना, चांदी, सेंसेक्स, निफ्टी का साल 2024 में रिटर्न
असेट | 1 जनवरी 2024 | 31 दिसंबर 2024 | रिटर्न |
सोना | ₹63,970 प्रति 10 ग्राम | ₹78,950 प्रति 10 ग्राम | 23.41 प्रतिशत |
चांदी | ₹78,600 प्रति किलो | ₹89,700 प्रति किलो | 14.12 प्रतिशत |
सेंसेक्स | 72,271 अंक | 78,139 अंक | 8.11 प्रतिशत |
निफ्टी | 21,741 अंक | 23,644 अंक | 18.75 प्रतिशत |
सोने और चांदी ने कितना रिटर्न दिया?
साल 2024 सोना और चांदी दोनों के लिए ही शानदार रहा। वित्त मंत्री ने निर्मला सीतारमण ने बजट 2024-25 में सोने और चांदी पर कस्टम ड्यूटी घटाई। उससे दोनों धातुओं की कीमतों तेज गिरावट आई। लेकिन, उससे सोने और चांदी डिमांड भी बढ़ गई और दोनों धातुओं में शानदार तेजी दिखी।
सोने से कितना रिटर्न मिला?
कैलेंडर वर्ष 2024 के दौरान सोने ने 23.41 फीसदी का शानदार उछाल देखने को मिला। यह साल 2010 के बाद सोने का सबसे शानदार प्रदर्शन है। उस साल गोल्ड ने निवेशकों को 29.61 फीसदी का हैरतंगेज रिटर्न दिया था। एक जनवरी 2024 को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का भाव 63,970 रुपये प्रति दस ग्राम था। यह 31 दिसंबर 2024 को बढ़कर 78,950 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इसका मतलब है कि गोल्ड ने 23.41 फीसदी का शानदार रिटर्न दिया। सोना साल 2024 में 82 हजार रुपये के पार भी पहुंचा।
चांदी से कितना रिटर्न मिला?
सोने की चांदी कीमतों में साल 2024 के भारी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। एक जनवरी 2024 को चांदी का भाव 78,600 रुपये प्रति किलोग्राम था। यह 31 दिसंबर 2024 को 89,700 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। इसका मतलब है कि 1 साल में चांदी की कीमतों में 14.12 प्रतिशत का उछाल आया है। चांदी ने साल 2024 में पहली 1 लाख रुपये प्रति किलो के पार भी पहुंची। इसने 1.02 लाख रुपये किलो का अपना ऑल टाइम हाई भी बनाया।
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सोने-चांदी की कीमतों में किस वजह से तेज उछाल आया?
- वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और भू-राजनीतिक तनाव की वजह से निवेशकों सोने और चांदी में निवेश किया। इन धातुओं को, खासकर सोने को सबसे सुरक्षित निवेश समझा जाता है।
- अमेरिका और यूरोप की कई विकसित अर्थव्यवस्थाओं ने ब्याज दरों में कटौती की। इससे निवेशकों ने अधिक रिटर्न पाने के लिए सोने और चांदी में निवेश किया।
- भारत समेत कई देशों में मुद्रास्फीति भी काफी तेजी से बढ़ी। इसकी वजह से भी सोने में निवेश बढ़ा, क्योंकि सोने को मुद्रास्फीति के खिलाफ सबसे कारगर हथियार माना जाता है।
- सोने की गहनों के लिए काफी ज्यादा डिमांड रही, खासकर शादियों के सीजन में। वहीं, चांदी के लिए इंडस्ट्रियल डिमांड काफी अधिक रही। यह डिमांड ज्यादातर सोलर इंडस्ट्री से आई।
- 2024 के दौरान भारत और चीन समेत कई देशों के केंद्रीय बैंकों ने सोने की जमकर खरीदारी की। इस वजह से सोने के भाव में तेज उछाल आया। आरबीआई 2024 के पहले 10 महीनों में 77 टन सोना खरीद चुका है।
2024 में शेयर बाजार का प्रदर्शन कैसा रहा?
शेयर मार्केट ने 2024 में निवेशकों की काफी अच्छी कमाई कराई। अगर साल के आखिरी तीन महीनों के दौरान मार्केट में करेक्शन न होता, तो निवेशकों का मुनाफा और भी ज्यादा बढ़ सकता था।
2024 की शुरुआत के 9 महीनों में दिखा बुल रन
स्टॉक मार्केट का भी साल 2024 में काफी शानदार प्रदर्शन रहा। खासकर, शुरुआत के 9 महीनों में। इस दौरान सेंसेक्स 85,978 और निफ्टी 26,277 के उच्च स्तर तक पहुंचा गया था। हालांकि, अक्टूबर से फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) की बिकवाली और कंपनियों के कमजोर वित्तीय नतीजों की वजह से शेयर मार्केट में भारी गिरावट आई। सेंसेक्स और निफ्टी दोनों ही अपने ऑल टाइम हाई लेवल के मुकाबले करीब 10-10 फीसदी तक गिर चुके हैं।
सेंसेक्स और निफ्टी में कितना रिटर्न दिया?
2024 में सेंसेक्स ने 8.11 फीसदी और निफ्टी ने 8.75 फीसदी का रिटर्न दिया। सेंसेक्स एक जनवरी 2024 को 72,271 अंक पर था। यह 31 दिसंबर 2024 को 78,139 के स्तर पर पहुंच गया। वहीं, निफ्टी एक जनवरी को 21,741 अंक पर था, जो 31 दिसंबर को 23,644 अंक पर बंद हुआ। पूरे साल में सेंसेक्स में 5,898.75 और निफ्टी में 1,913.4 अंक का इजाफा हुआ। 2023 के दौरान सेंसेक्स ने 18.74 प्रतिशत और निफ्टी ने 20.03 प्रतिशत का रिटर्न दिया था।
77.66 लाख करोड़ रुपये बढ़ी निवेशकों संपत्ति
शेयर बाजार में तेजी के चलते 2024 के दौरान निवेशकों की संपत्ति में 77.66 लाख करोड़ रुपये का भारी इजाफा हुआ। अब बीएसई में लिस्टेड सभी कंपनियों का मार्केट कैप 441.95 लाख करोड़ रुपये हो गया है। कैलेंडर वर्ष 2023 में निवेशकों की संपत्ति में 81.90 लाख करोड़ रुपये की शानदार वृद्धि हुई थी।
2025 में गोल्ड और शेयर बाजार का प्रदर्शन कैसा रहेगा?
एक्सपर्ट का मानना है कि सोना, चांदी और शेयर बाजार 2025 में निवेशकों को अच्छा रिटर्न दे सकते है। खासकर गोल्ड से उम्मीदें काफी ज्यादा हैं।
सोना 2025 में कितने रुपये तक जा सकते हैं?
सोने की कीमतों का रुख साल 2025 में भू-राजनीतिक तनाव और ब्याज दरों में कटौती पर निर्भर करेगा। अगर भू-राजनीतिक तनाव बढ़ता है, तो सुरक्षित निवेश के रूप में सोने की कीमत में भी उछाल आएगा। वहीं, केंद्रीय बैंकों की ओर से सोने की खरीद भी इसकी कीमतों में तेजी लाएगी। ऐसे में एक्सपर्ट का मानना है कि सोना 2025 के दौरान 85,000 से 90,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर पहुंच सकता है। अगर भू-राजनीतिक तनाव घटता है, तो रुपये में गिरावट भी रुकेगी। इस स्थिति में सोने के भाव में गिरावट आ सकती है।
क्या चांदी की भाव में भी तेजी जारी रहेगी?
चांदी की बात करें तो यह भी 2025 में नया ऑल टाइम बना सकती है। एलकेपी सिक्योरिटीज (LKP Securities) में रिसर्च एनालिस्ट (Commodities & Currencies) के वाइस प्रेसिडेंट जतिन त्रिवेदी का कहना है कि अगर भू-राजनीतिक तनाव जारी रहता है या बढ़ता है, तो चांदी की तगड़ा उछाल आ सकता है। यह 1.1 लाख रुपये से 1.25 लाख रुपये प्रति किलो के स्तर तक भी पहुंच सकती हैं।
शेयर बाजार का 2025 में प्रदर्शन कैसा रहेगा?
एक्सपर्ट का मानना है कि साल 2025 शेयर बाजार के लिहाज से काफी चुनौतीपूर्ण होने वाला है। इसकी कई वजहें हैं। एक तो इकोनॉमी सुस्त पड़ रही है। जीडीपी ग्रोथ 5.4 फीसदी रही, जो सात तिमाहियों में सबसे कम है। कंपनियों के वित्तीय नतीजे भी लगातार खराब आ रहे हैं। ऐसे में एक्सपर्ट का मानना है कि कैलेंडर ईयर 2025 की पहली छमाही में शेयर मार्केट से कोई बहुत शानदार रिटर्न मिलने की उम्मीद नहीं है।
हालांकि, आरबीआई फरवरी एमपीसी से ब्याज दरों में कटौती की शुरुआत कर सकता है। अगर ब्याज दरों में कटौती का सिलसिला लगातार जारी कुछ महीने जारी रहता है, तो दूसरी छमाही से शेयर मार्केट में अच्छी तेजी देखने को मिल सकती है।
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