Mobikwik IPO GMP: मोबिक्विक का आईपीओ ग्रे मार्केट में मचा रहा धूम; जानिए प्राइस बैंड, जीएमपी समेत पूरी डिटेल
Mobikwik IPO: वन मोबिक्विक सिस्टम्स लिमिटेड (One Mobikwik Systems Limited) अपना आईपीओ लाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। देश की सबसे डिजिटल पेमेंट्स कंपनियों में शामिल मोबिक्विक आईपीओ से 572 करोड़ रुपये जुटाना चाहती है। इसके आईपीओ को ग्रे मार्केट में काफी शानदार रिस्पॉन्स मिल रहा है। आइए मोबिक्विक आईपीओ की पूरी डिटेल जानते हैं।
मोबिक्विक ने आईपीओ का साइज क्यों घटाया?
मोबिक्विक ने सबसे पहले जुलाई 2021 में शेयर मार्केट में लिस्ट होने की कोशिश की थी। उस वक्त कंपनी आईपीओ से 1,900 करोड़ रुपये जुटाना चाहती थी। इसे मार्केट रेगुलेटर SEBI का अप्रूवल भी मिल गया था। वह कोरोना का दौर था और मार्केट में काफी उतार-चढ़ाव हो रहा था। इसलिए मोबिक्विक ने अपने आईपीओ को ठंडे बस्ते में डाल दिया। फिर इस साल की शुरुआत में मोबिक्विक ने 700 करोड़ रुपये के आईपीओ के लिए आवेदन किया। अब कंपनी आखिर में 572 करोड़ का आईपीओ ला रही है।
Mobikwik IPO की पूरी डिटेल
- प्राइस बैंड: 265 से 279 रुपये प्रति शेयर
- लॉट साइज: 53 शेयर
- न्यूनतम निवेश: 14,787 रुपये
- IPO खुलेगा : 11 दिसंबर (बुधवार)
- IPO बंद होगा: 13 दिसंबर (शुक्रवार)
- अलॉटमेट: 16 दिसंबर (सोमवार)
- रिफंड: 17 दिसंबर (मंगलवार)
- डीमैट में शेयर क्रेडिट: 17 दिसंबर (मंगलवार)
- लिस्टिंग डेट: 18 दिसंबर (बुधवार)
Mobikwik IPO का GMP कितना है?
फिनटेक कंपनी मोबिक्विक का आईपीओ ग्रे मार्केट में धूम मचा रहा है। इसका ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) फिलहाल 120 रुपये का चल रहा है। इसका मतलब है कि मोबिक्विक के आईपीओ की लिस्टिंग 399 रुपये पर हो सकती है और निवेशकों को 43 फीसदी का शानदार लिस्टिंग गेन मिल सकता है।
ग्रे मार्केट एक अनधिकृत बाजार है, जहां आईपीओ की लिस्टिंग से पहले शेयरों का कारोबार होता है। हालांकि, यहां पर शेयरों का भाव काफी तेजी से ऊपर-नीचे होता रहता है।
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Mobikwik IPO के पैसों का यूज कैसे करेगी
मोबिक्विक के आईपीओ में पूरी तरह से फ्रेश इक्विटी जारी होगी। इसका मतलब है कि पूरा पैसा कंपनी को मिलेगा। मोबिक्विक ने आईपीओ से मिलने वाले 572 करोड़ रुपये को अलग-अलग काम में खर्च करने की योजना बनाई है। कंपनी फाइनेंशियल सर्विसेज बिजनेस में ऑर्गेनिक ग्रोथ के लिए 150 करोड़ रुपये खर्च करेगी। पेमेंट सर्विसेज के विस्तार में 135 करोड़ रुपये लगाएगी।
वहीं, 107 करोड़ रुपये एआई, मशीन लर्निंग और टेक्नोलॉजी की रिसर्च एवं डेवलपमेंट में जाएंगे। पेमेंट डिवाइसेज पर पूंजीगत व्यय के लिए 70.2 करोड़ रुपये का खर्च होगा।
Mobikwik का बिजनेस और वित्तीय प्रदर्शन
मोबिक्विक मई 2024 तक भारत में सबसे बड़ी मोबाइल वॉलेट कंपनी थी। यह अब मोबाइल वॉलेट के अलावा भी कई तरह की वित्तीय सेवाएं देने लगी है। इसमें मोबिक्विक ZIP और ZIP EMI जैसे क्रेडिट प्रोडक्ट्स शामिल हैं। साथ ही, कंपनी अपने वॉलेट, UPI और Zaakpay के जरिए डिजिटल पेमेंट और मोबिक्विक एक्स्ट्रा के जरिए पीयर-टू-पीयर लेंडिंग देती है।
Mobikwik की वित्तीय स्थिति की बात करें, तो वित्त वर्ष 2024 के लिए इसका रेवेन्यू 875 करोड़ रुपये का था। इसे 14.08 करोड़ रुपये नेट प्रॉफिट हुआ था।
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Disclaimer: MoneySoney का यह आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। शेयर मार्केट में निवेश जोखिमों के अधीन है। किसी भी स्टॉक को खरीदने या बेचने से पहले सेबी-रजिस्टर्ड रिसर्च एनालिस्ट की सलाह जरूर लें।