Satoshi Nakamoto: Bitcoin किसने बनाई, क्या Elon Musk ही सतोशी नाकामोतो हैं?

Bitcoin Price: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की जीत के बाद दुनिया की सबसे बड़ी क्रिप्टोकरेंसी बिटकॉइन के भाव आसमान पर हैं। यह 1 लाख डॉलर (Bitcoin Price USD) के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई थी। ट्रंप ने अपने चुनावी अभियान में अमेरिका को क्रिप्टो कैपिटल बनाने का वादा किया था, जिसका बिटकॉइन को फायदा मिल रहा है। बिटकॉइन ने पिछले एक साल में 130 फीसदी से अधिक का रिकॉर्ड तोड़ रिटर्न दिया है।

लेकिन, अनगिनत लोगों के रातोंरात अमीर बना देने वाली बिटकॉइन खुद में एक अनसुलझा रहस्य है। सबसे बड़ा सवाल तो यही है कि इसका क्रिएटर कौन है। दुनिया बिटकॉइन बनाने वाले को सतोशी नाकामोतो के नाम से जानती है। लेकिन, बिटकॉइन क्रिएटर का छद्म नाम है, उसकी असली पहचान नहीं। यह नाम जापानी है, लेकिन बिटकॉइन क्रिएटर (Bitcoin Creator) किस देश का है, ये बात किसी को नहीं पता।

बिटकॉइन क्रिएटर सतोशी नाकामोतो कब से गायब हैं?

सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) ने अक्टूबर 2008 में अपना पहला पेपर ‘बिटकॉइन: ए पियर-टु-पियर इलेक्ट्रॉनिक कैश सिस्टम’ जारी किया। यहीं से बिटकॉइन नेटवर्क की शुरुआत हुई। उनका आखिरी ईमेल अप्रैल 2011 में आया। यह वही समय था, जब बिटकॉइन ने क्रिप्टोकरेंसी (Cryptocurrency) की दुनिया में धूम मचाना शुरू किया था। तबसे नाकामोतो के बारे में कोई जानकारी नहीं है। इसका मतलब कि पिछले 13 साल से नाकामोतो लापता या फिर गुमनामी में हैं। उन्होंने अपने या बिटकॉइन के बारे में कोई चर्चा नहीं की है।

सतोशी नाकामोतो की पहचान रहस्य क्यों है?

बिटकॉइन बनाने वाले सतोशी नाकामोतो (Satoshi Nakamoto) के पहले स्टैच्यू को हंगरी में बनाया गया। इसमें नाकामोतो के सिर पर हुडी थी, जिस पर बिटकॉइन का लोगो छपा हुआ था। लेकिन, नाकामोतो का चेहरा साफ तौर पर नजर नहीं आ रहा था, ठीक उनकी पहचान की तरह। डिजिटल वर्ल्ड में कोई राज छिपाना तकरीबन नामुमकिन सा है। मगर हैरत की बात है कि डिजिटल करेंसी बिटकॉइन के क्रिएटर को दुनिया उनके छद्म नाम जानती है। कई लोगों का मानना है कि सतोशी नाकामोतो ने जानबूझकर अपनी पहचान को रहस्य रखा है।

क्या एलन मस्क ही बिटकॉइन के क्रिएटर हैं?

इलेक्ट्रिक मेकर टेस्ला के मालिक एलन मस्क (Tesla owner Elon Musk) ने ट्रंप को अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जिताने में काफी अहम भूमिका निभाई। ट्रंप ने जीत के बाद मस्क को ‘ग्रेट एलन मस्क,’जीनियस’ और ‘स्टार’ जैसे शब्दों से संबोधित किया। मस्क के जीनियस होने में किसी को एतराज नहीं, यही वजह है कि कई लोग मानते हैं कि एलन मस्क ही बिटकॉइन के क्रिएटर हैं। मस्क खुद क्रिप्टोकरेंसी के बहुत बड़े दीवाने हैं। उन्होंने अपनी इलेक्ट्रिक कार बनाने वाली कंपनी टेस्ला के माध्यम से क्रिप्टोकरेंसी में काफी निवेश भी कर रखा है।

बिटकॉइन क्रिएटर होने के बारे में मस्क क्या कहते हैं?

एलन मस्क कई बार स्पष्ट कर चुके हैं कि वह बिटकॉइन क्रिएटर सतोशी नाकामोतो नहीं हैं और न ही उनका नाकामोतो से कोई वास्ता है। हालांकि, टेस्ला के सीईओ मस्क का मानना है कि कंप्यूटर साइंटिस्ट निकोलस सैबो (Nicholas Szabo) ही नाकामोतो हैं। उन्होंने ही 1998 में डिजिटल करेंसी बिटगोल्ड (BitGold) बनाने का प्रस्ताव दिया था। हालांकि, निकोलस भी सफाई दे चुके हैं कि वह नाकामोतो नहीं हैं।

कितने लोगों को सतोशी नाकामोतो बताया गया है?

जापान के 46 साल के एक शख्स के बारे में दावा किया गया था, वह नाकामोतो हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया के उद्योगपति क्रेग राइट और फिनलैंड के आर्थिक समाजशास्त्री विली लेदोनविर्ता समेत कई अन्य लोग भी बिटकॉइन क्रिएटर बताए जा चुके हैं। कुछ लोगों का यह भी मानना है कि बिटकॉइन को काफी शानदार तरीके से डिजाइन किया गया है। ऐसे में यह किसी एक शख्स का काम नहीं लगता है। इसलिए हो सकता है कि सतोशी नाकामोतो किसी शख्स का नहीं, बल्कि टीम का नाम रहा हो।

क्या सतोशी नाकामोतो को जेल जाने का डर है?

बिटकॉइन को दुनिया में डिजिटल करेंसी का दर्जा मिल रहा है। इसका मतलब कि यह कई अंतरराष्ट्रीय मुद्राओं के समानांतर खड़ी हो रही है। इसीलिए कई लोगों लगता है कि नाकामोतो ने अपनी सेफ्टी की वजह से गुमनामी की चादर ओढ़ रखी है। दरअसल, अमेरिका में अपनी प्राइवेट करेंसी- लिबर्टी डॉलर बनाने के लिए 2011 में बर्नार्ड वॉन नॉटहॉस (Bernard von NotHaus) को जेल में डाल दिया गया था।

कुख्यात डार्क वेब मार्केटप्लेस सिल्क रोड के क्रिएटर और ऑपरेटर रॉस उलब्रिट (Ross Ulbricht) को 2015 में आजीवन कारावास की सजा मिली थी। नाकामोतो को भी डर होगा कि अगर वह अपनी पहचान उजागर करते हैं, तो उनके साथ भी बुरा बर्ताव हो सकता है। इसीलिए वह गुमनाम रहने में ही अपनी भलाई समझ रहे हों।

क्या सतोशी नाकामोतो की मौत हो चुकी है?

कुछ लोगों का मानना है कि बिटकॉइन जैसी अनमोल रचना करने के बाद किसी का भी गुमनाम रह पाना तकरीबन नामुमिकन है। इसकी प्रसिद्धि की चाह उसे अपनी पहचान उजागर करने पर मजबूर कर ही देगी। अब तो उसे कानून या सजा का भी डर नहीं होगा, क्योंकि नए अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप खुद क्रिप्टोकरेंसी के बड़े कद्रदान हैं। साथ ही, बिटकॉइन एक कल्ट बन चुकी है, जिसके करोड़ों निवेशक हैं।

इस स्थिति में बिटकॉइन क्रिएटर नाकामोतो (Bitcoin creator Satoshi Nakamoto) सिर्फ इसलिए अपनी पहचान नहीं उजागर कर रहा, क्योंकि उनकी मौत हो चुकी है। इस थ्योरी को देने वालों का इशारा शायद अमेरिकी कंप्यूटर साइंटिस्ट हाल फिन्नी (Hal Finney) की ओर है, जिनका 2014 में इंतकाल हो गया। कुछ लोगों को लगता है कि वह जिम्बाब्वे में पले-बढ़े प्रोग्रामर और इंटरनेशनल क्रिमिनल मास्टरमाइंड पॉल ले रू (Paul Le Roux) की तरह जेल में हैं और इसीलिए लोगों के बीच नहीं आ पा रहे हैं।

सतोशी नाकामोतो पर फिल्म भी बन चुकी है

टॉम सैंड्स के निर्देशन में साल 2021 के दौरान एक ब्रिटिश डार्क कॉमेडी मूवी आई थी, डिस्क्रिप्टेड (Decrypted)। इसमें दिखाया गया कि अमेरिकी नेशनल सिक्योरिटी एजेंसी की एक टीम नाकामोतो को किडनैप कर लेती है। वह नाकामोतो से ऐसी जानकारियां उगलवाना चाहती है, जिनके जरिए क्रिप्टो इंडस्ट्री को ध्वस्त किया जा सके। हालांकि, असल जिंदगी में सतोशी नाकामोतो से क्रिप्टोकरेंसी की जानकारियां उगलवाना तो दूर, कोई अभी उन पहचान तक भी नहीं पहुंच पाया है।

इसे भी पढ़ें : Cryptocurrency Market: कैसा होने वाला है क्रिप्टोकरेंसी का भविष्य, क्या इसमें निवेश करना सुरक्षित रहेगा?

Piyush Kumar
Piyush Kumar
Articles: 33