Stock Market Crash: शेयर बाजार क्यों हुआ क्रैश, 5 प्वाइंट में समझिए पूरा मामला

Stock Market Crash: भारतीय शेयर बाजार सोमवार (3 मार्च 2025) को शुरुआती तेजी को गंवाते हुए क्रैश कर गया। शुरुआती कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 451.62 अंक चढ़कर 73,649.72 अंक पर पहुंच गया। वहीं एनएसई निफ्टी 136.85 अंक चढ़कर 22,261.55 अंक पर पहुंच गया। लेकिन, जल्द ही दोनों सूचकांक में भारी गिरावट देखने को मिली। सुबह 11 बजे तक सेंसेक्स 306.63 यानी आइए जानते हैं कि भारतीय शेयर बाजार के क्रैश होने के पांच बड़े कारण क्या हैं।

पूर्व सेबी चीफ के खिलाफ FIR

मुंबई की एसीबी अदालत ने पूर्व सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच और 5 अन्य के खिलाफ रविवार को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। इन सभी पर स्टॉक एक्सचेंज पर कंपनी की लिस्टिंग में बड़े पैमाने पर फाइनेंशियल फ्रॉड और भ्रष्टाचार का आरोप लगा है। सेबी और कॉर्पोरेट संस्थाओं के बीच मिलीभगत, इनसाइडर ट्रेडिंग और लिस्टिंग के बाद पब्लिक फंड की हेराफेरी का आरोप भी है। इससे सेबी और शेयर बाजार की विश्वसनीयता पर सवाल उठा है, जिसके चलते निवेशक भारी बिकवाली कर रहे हैं।

ट्रंप का टैरिफ वॉर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा से आयात होने वाली वस्तुओं पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का एलान किया है। यह फैसला 4 मार्च 2025 से लागू होगा। साथ ही, चीन से आने वाली चीजों पर 10 फीसदी अतिरिक्त शुल्क लगाने का एलान हुआ है। निवेशकों को डर है कि इससे ग्लोबल ट्रेड वॉर शुरू हो जाएगी। इसलिए वे बिकवाली कर रहे हैं।

क्रूड ऑयल के दाम में तेजी

सोमवार को क्रूड ऑयल की कीमतों में भी तेजी देखने को मिली। यह 0.55 फीसदी चढ़कर 73.21 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। क्रूड ऑयल के दाम में आगे भी गिरावट की आशंका जताई जा रही है। इससे महंगाई बढ़ने का खतरा है। साथ ही, आयात की लागत बढ़ने से राजकोषीय घाटा भी बढ़ सकता है। इस वजह से भी निवेशक भारतीय बाजार में बिकवाली कर रहे हैं।

जीडीपी ग्रोथ का कमजोर डेटा

वित्त वर्ष 2024-25 की तीसरी तिमाही में भारत की विकास दर (GDP Growth Rate) 6.2 फीसदी रही है। पिछले साल इसी अवधि में 9.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी। वहीं, मौजूदा चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई-सितंबर 2024) में 5.6 फीसदी की ग्रोथ हुई थी। जीडीपी ग्रोथ तिमाही आधार पर सुधार दिखाती है, लेकिन सालाना आधार पर इसमें भारी गिरावट आई है। इससे भी भारतीय अर्थव्यवस्था में निवेशकों का भरोसा कमजोर हुआ है।

FII की बिकवाली

फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) ने फरवरी में इंडियन स्टॉक मार्केट से 34,574 करोड़ रुपये निकाले हैं। वहीं 2025 के शुरुआती दो महीने यानी जनवरी और फरवरी में FII ने कुल 1.12 लाख करोड़ रुपये की निकासी की है। स्टॉक एक्सचेंज के डेटा के मुताबिक, 28 फरवरी को FII ने 11,639.02 करोड़ रुपये के शेयर्स बेचे थे। यह सिलसिला लगातार जारी है। इसलिए भी शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है।

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Shubham Singh
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