Tata Capital IPO: देश का सबसे बड़ा आईपीओ लाने की तैयारी में टाटा ग्रुप, कमाई का मिलेगा जबरदस्त मौका

Tata Capital IPO: अगर सबकुछ ठीक रहा, तो जल्द ही IPO मार्केट में बड़ा धमाका हो सकता है। टाटा ग्रुप की प्रमुख फाइनेंशियल सर्विसेज कंपनी टाटा कैपिटल (Tata Capital) अपना आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है। इस आईपीओ का साइज करीब 2 बिलियन डॉलर (लगभग 17,000 करोड़ रुपये) का होगा। हालांकि, टाटा कैपिटल नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) से अंतिम मंजूरी मिलने के बाद ही आईपीओ के लिए SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल करेगी।

Tata Capital IPO की खास बातें

टाटा कैपिटल का वैल्यूएशन 11 बिलियन डॉलर के करीब होने की उम्मीद है। इस IPO में 2.3 करोड़ इक्विटी शेयर जारी किए जाएंगे। इसमें फ्रेश इश्यू और कुछ मौजूदा शेयरधारकों द्वारा ऑफर फॉर सेल (OFS) शामिल होगा। कंपनी राइट्स इश्यू के जरिए भी अतिरिक्त फंड जुटाने की योजना बना रही है। अगर IPO सफल रहता है, तो यह भारत के वित्तीय सेक्टर के सबसे बड़े IPOs में से एक होगा।

Tata Capital IPO कब आएगा?

Tata Capital का यह IPO असल में Tata Motors Finance के साथ मर्जर की अंतिम स्वीकृति पर निर्भर है। समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, NCLT का फैसला इस वित्त वर्ष (FY25) के अंत तक आ सकता है। जब तक यह मंजूरी नहीं मिलती, तब तक टाटा कैपिटल IPO के लिए ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) दाखिल नहीं करेगी। हालांकि, यह वित्त वित्त खत्म होने वाला ही है और टाटा ग्रुप का आईपीओ अगले एक से दो महीने के बीच आ सकता है।

टाटा मोटर्स की Q3 अर्निंग्स कॉल में, ऑटोमेकर के ग्रुप सीएफओ पीबी बालाजी ने कहा कि टाटा मोटर्स फाइनेंस के लेनदारों की बैठक पूरी हो चुकी है। उन्होंने कहा, “एनसीएलटी से अंतिम आदेशों की इंतजार किया जा रहा है। हमें उम्मीद है कि इस वित्त वर्ष के आखिर तक चीजें सेटल हो जाएंगी।”

RBI के नियमों का पालन

Tata Capital को सितंबर 2022 में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) vs “अपर-लेयर NBFC” का दर्जा दिया गया था। RBI के नियमों के अनुसार, इस कैटेगरी में आने वाली कंपनियों को 3 साल के अंदर शेयर बाजार में लिस्ट होना अनिवार्य है। इसी कारण Tata Capital इस पब्लिक लिस्टिंग की दिशा में आगे बढ़ रही है।

Tata Group का दूसरा बड़ा IPO

टाटा कैपिटल का आईपीओ हाल के वर्षों में Tata Group का दूसरा बड़ा आईपीओ होगा। टाटा ग्रुप का आखिरी आईपीओ Tata Technologies का था, जो नवंबर 2023 में लिस्ट हुआ था। टाटा टेक के IPO को निवेशकों की काफी शानदार प्रतिक्रिया मिली थी। अब Tata Capital का IPO टाटा ग्रुप का दूसरा बड़ा सार्वजनिक निर्गम होगा।

IPO को कौन हैंडल करेगा?

  • Cyril Amarchand Mangaldas (लॉ फर्म)
  • Kotak Mahindra Capital (इन्वेस्टमेंट बैंक)

ये दोनों कंपनियां Tata Capital के IPO की रणनीति और नियामक अनुपालन को संभाल रही हैं।

क्या होगा मर्जर के बाद?

Tata Motors Finance के मर्जर के बदले में Tata Capital अपने इक्विटी शेयर जारी करेगी। इससे Tata Motors की Tata Capital में 4.7% हिस्सेदारी होगी। फिलहाल, Tata Sons के पास Tata Capital की 92.83% हिस्सेदारी है।

Tata Capital का IPO भारत के वित्तीय सेक्टर के सबसे बड़े IPOs में से एक हो सकता है। हालांकि, इसके लिए सबसे पहले NCLT की अंतिम मंजूरी जरूरी है। जैसे ही यह प्रक्रिया पूरी होगी, Tata Capital SEBI के पास अपने ड्राफ्ट डॉक्युमेंट जमा कर देगा और निवेशकों के लिए यह कमाई का बड़ा मौका बन सकता है।

HDB Financial Services भी IPO की तैयारी में

सिर्फ Tata Capital ही नहीं, बल्कि HDFC Bank की सहायक कंपनी HDB Financial Services भी जल्द अपना IPO लाने वाली है। इस कंपनी ने पहले ही 12,500 करोड़ रुपये जुटाने के लिए अक्टूबर में SEBI के पास ड्राफ्ट पेपर्स दाखिल कर दिए हैं।

IPO क्या होता है?

IPO (Initial Public Offering) के जरिए कोई प्राइवेट कंपनी पहली बार अपने शेयर पब्लिक को बेचकर स्टॉक मार्केट में लिस्ट होती है। इसका मकसद पूंजी जुटाना होता है, ताकि कंपनी अपने विस्तार, कर्ज चुकाने या नए प्रोजेक्ट्स में निवेश कर सके। IPO के जरिए निवेशकों को कंपनी में हिस्सेदारी मिलती है और वे इसके भविष्य के ग्रोथ में भागीदार बनते हैं।

जब कोई कंपनी IPO लाती है, तो उसे SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) से मंजूरी लेनी होती है। यह कंपनी के लिए एक बड़ा ट्रांजिशन होता है, जिससे वह प्राइवेट लिमिटेड से पब्लिक लिमिटेड बन जाती है।

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Shubham Singh
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