
मार्केट में फिर दिखेगा 10 रुपये का छोटा रिचार्ज, समझिए TRAI ने क्यों दिया नया टैरिफ लाने का आदेश
TRAI new rules: टेलीकॉम रेगुलेटर TRAI ने मोबाइल चलाने वाले उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। उसने रिलायंस जियो, भारती एयरटेल, वोडाफोन आइडिया और बीएसएनएल जैसी दूरसंचार कंपनियों को आदेश दिया है कि वे उन ग्राहकों के लिए अलग टैरिफ प्लान (mobile recharge) लाएं, जो इंटरनेट डेटा का इस्तेमाल नहीं करते। इससे उपभोक्ताओं सिर्फ सर्विसेज के लिए भुगतान करना होगा, जिसका वे इस्तेमाल करते हैं।
TRAI ने क्यों दिया यह आदेश
दरअसल, अब सभी इंटरनेट कंपनियां ऐसा टैरिफ प्लान (Tariff Plans) ऑफर करती हैं, जिसमें फ्री वॉयस कॉलिंग और एसएमएस (Free voice calling and SMS) की सुविधा होती है। यह प्लान काफी महंगा होता है, क्योंकि इसमें हर रोज 1 से लेकर 3 जीबी डेटा भी दिया जाता है। लेकिन, कई उपभोक्ता ऐसे होते हैं, जो बेसिक या फीचर-फोन इस्तेमाल करते हैं। या फिर उन्हें डेटा की बिल्कुल नहीं होती। फिर भी उन्हें डेटा प्लान वाला महंगा रिचार्ज कराना पड़ता है। यही वजह है कि ट्राई ने टेलीकॉम कंपनियों को सिर्फ एसएमएस और कॉलिंग वाला प्लान पेश करने का निर्देश दिया है।
डेटा प्लान नहीं की जरूरत किसे नहीं होती?
- फीचरफोन का इस्तेमाल करने वाले लोगों को।
- वरिष्ठ नागरिक, जो इंटरनेट का इस्तेमाल नहीं करते।
- घरों में ब्रांडबैंड रखने वाले परिवारों को।
- जो लोग घर पर कोई फोन सिर्फ कॉलिंग के लिए रखते हैं।
कितने रुपये का होगा नया टैरिफ प्लान
दूरसंचार कंपनियों को ट्राई ने किसी भी मूल्य का टैरिफ वाउचर पेश करने की छूट दी है। लेकिन, उन्हें कम से कम 10 रुपये का रिचार्ज कूपन भी जारी करना होगा। इसका मतलब कि अब बाजार में 10 रुपये के रिचार्ज प्लान की वापसी तय है। इससे पहले ट्राई ने दूरसंचार ऑपरेटरों को 10 रुपये और 10 के गुणकों में टॉप-अप वाउचर जारी करने की इजाजत दी थी। साथ ही, ट्राई ने विशेष रिचार्ज कूपन पर 90 दिनों की सीमा को हटाकर 365 दिनों तक बढ़ा दिया है।
ट्राई ने नए प्लान के बारे में क्या कहा?
ट्राई के मुताबिक, नए प्लान का मकसद सिर्फ ग्राहकों को अतिरिक्त विकल्प उपलब्ध कराना है। टेलीकॉम रेगुलेटर ने कहा, ‘सिर्फ वॉयस कॉल और एसएमएस के लिए विशेष वाउचर को अनिवार्य करने से उन ग्राहकों को एक विकल्प मिलेगा, जिन्हें डेटा यानी इंटरनेट की जरूर नहीं है। इससे किसी भी तरह से सरकार की इंटरनेट को बढ़ावा देने वाली पहल पर असर नहीं पड़ेगा। क्योंकि टेलीकॉम कंपनियां बातचीत और एसएमएस जैसे बंडल ऑफर के साथ डेटा या फिर सिर्फ इंटरनेट के लिए वाउचर पेश करने के लिए स्वतंत्र हैं।”
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