US Stock Market Crash: ट्रंप ने अमेरिकी शेयर बाजार की भी लगाई लंका, खून के आंसू रो रहे निवेशक

Why US Share Market is Falling: अमेरिकी शेयर बाजार में सोमवार (8 मार्च 2025) को जबरदस्त गिरावट देखने को मिली। इसकी वजह बड़ी अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का आर्थिक मंदी और शेयर मार्केट को लेकर बयान रहा। Dow Jones Industrial Average 2.5% (1,060 अंक) गिरकर कारोबार कर रहा था। वहीं, S&P 500 में 3.3% और Nasdaq Composite में 4.7% की गिरावट आई। S&P 500 और Nasdaq दोनों ने सितंबर 2022 के बाद अपनी सबसे बड़ी एकदिन की गिरावट दर्ज की। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दोस्त एलन मस्क की इलेक्ट्रिक कार मेकर टेस्ला के शेयरों में भी 8 फीसदी से अधिक गिरावट आई है। आइए जानते हैं कि अमेरिकी स्टॉक मार्केट क्यों गिर (why us share market is falling) रहा है और इसका भारतीय शेयर बाजार पर क्या असर हो सकता है।

अमेरिकी शेयर मार्केट क्यों गिर रहा है?

US मार्केट के क्रैश होने की सबसे बड़ी वजह डोनाल्ड ट्रंप का रविवार को Fox News के “Sunday Morning Futures” पर दिया गया इंटरव्यू रहा। इसमें ट्रंप ने आर्थिक मंदी (Recession) की आशंका को खारिज करने से इनकार कर दिया। ट्रंप ने अमेरिकी अर्थव्यवस्था को “संक्रमण काल” (Transition Period) में बताया। उन्होंने कहा, “आप स्टॉक मार्केट की ज्यादा परवाह नहीं कर सकते।”

Nasdaq Correction Zone में पहुंचा

Nasdaq इंडेक्स अब Correction Zone में आ चुका है, यानी फरवरी 19 से अब तक इसमें 13% की गिरावट दर्ज की गई है। इसी दौरान S&P 500 में 9% और Dow Jones में 6% (लगभग 2,900 अंक) की गिरावट आई है। S&P 500 ने पिछले हफ्ते 3.1% की गिरावट के साथ सितंबर के बाद सबसे खराब परफॉर्मेंस दी थी।

Big Tech Stocks को सबसे ज्यादा झटका

इस गिरावट में बड़ी टेक कंपनियों (Big Tech Stocks) को सबसे ज्यादा नुकसान झेलना पड़ा।

  • Nvidia के शेयर 5% गिरे, जिससे 19 फरवरी से अब तक इसका नुकसान 23% हो गया।
  • Tesla के शेयर 14% लुढ़के, जिससे फरवरी 19 से अब तक इसका कुल नुकसान 37% हो गया।
  • Apple, Alphabet (Google की पैरेंट कंपनी) और Meta (Facebook की पैरेंट कंपनी) के शेयरों में भी 5% की गिरावट दर्ज की गई।

Bloomberg की रिपोर्ट के अनुसार, “Magnificent Seven” (Alphabet, Amazon, Apple, Meta, Microsoft, Nvidia और Tesla) का कलेक्टिव नुकसान दिसंबर में रिकॉर्ड हाई से 21% तक गिर चुका है।

अमेरिकी स्टॉक्स क्यों गिर रहे हैं?

अमेरिकी बाजार इस वक्त भारी अस्थिरता (Market Volatility) से गुजर रहा है। ट्रंप की नीतियां, टैरिफ, और मंदी की आशंका से निवेशकों का भरोसा डगमगा रहा है। Big Tech Stocks को इस गिरावट में सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। ट्रंप सरकार के नए टैरिफ (Tariffs) लागू करने के फैसले से बाजार अस्थिर हुआ। ये टैरिफ कंपनियों के मुनाफे को नुकसान पहुंचा सकते हैं और उपभोक्ता मांग पर भी असर डाल सकते हैं।

नीतियों को लेकर अनिश्चितता (Policy Uncertainty) और मंदी की आशंका ने निवेशकों की घबराहट बढ़ा दी है।
Goldman Sachs ने अगले 12 महीनों में अमेरिका में मंदी की संभावना 15% से बढ़ाकर 20% कर दी है।

क्या अमेरिकी शेयर बाजार में रिकवरी की उम्मीद है?

अमेरिकी एक्सपर्ट का मानना है कि ट्रंप की नीतियों से निकट भविष्य में उथल-पुथल जारी रहेगी। लेकिन, आखिर में बाजार अच्छी रिकवरी करेगा। Forbes की रिपोर्ट के मुताबिक, Morgan Stanley के प्रमुख रणनीतिकार माइकल विल्सन (Michael Wilson) ने S&P 500 के लिए 2025 के अंत तक 6,500 का टारगेट दिया है, जो सोमवार के 5,610 स्तर से 16% ज्यादा है।

Morgan Stanley के माइकल विल्सन का कहना है, “ट्रंप की आर्थिक नीतियां शुरुआत में ग्रोथ के लिए नकारात्मक होंगी, लेकिन साल के आखिर तक कम ब्याज दरों (Lower Interest Rates) और कॉर्पोरेट-फ्रेंडली पॉलिसी (Pro-Business Policies) के कारण मार्केट को फायदा मिलेगा।”

भारतीय शेयर बाजार पर क्या होगा असर?

अमेरिकी शेयर बाजार (Stock Market) में भारी गिरावट का असर मंगलवार (12 मार्च 2025) को सेंसेक्स (Sensex) और निफ्टी (Nifty) पर भी दिखेगा, जब वे सुबह ट्रेडिंग (Trading) के लिए खुलेंगे। क्योंकि तब अमेरिकी बाजार में क्रैश की खबर दलाल स्ट्रीट (Dalal Street) तक भी फैल जाएगी। यह घबराहट सिर्फ वॉल स्ट्रीट (Wall Street) यानी अमेरिकी बाजार तक सीमित नहीं है। European Markets पहले ही प्रभावित हो चुके हैं, और Asian Markets भी इससे अछूते नहीं रह सकते। दलाल स्ट्रीट में मंगलवार को भारी उथल-पुथल (Volatility) की आशंका है। खासतौर पर सूचना प्रौद्योगिकी (IT – Information Technology) के शेयरों में अधिक हलचल दिख सकती है, जो कारोबार के लिए अमेरिका (USA) पर निर्भर हैं।

जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज (Geojit Financial Services) के रिसर्च हेड विनोद नायर का कहना है, “ग्लोबल मार्केट (Global Market) में हालात काफी मुश्किल हैं। इससे भारतीय शेयर बाजार का सेंटिमेंट प्रभावित हो रहा है। अमेरिका (USA) में बेरोजगारी दर (Unemployment Rate) में वृद्धि और टैरिफ (Tariff) संबंधी चिंताओं के कारण अनिश्चितता (Uncertainty) बढ़ रही है। हालांकि, बहुत सारे इकोनॉमिक फैक्टर्स (Economic Factors) लॉन्ग टर्म इन्वेस्टर्स (Long-Term Investors) के हक में हैं, लेकिन निकट अवधि में अस्थिरता (Volatility) की आशंका है।”

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Piyush Kumar
Piyush Kumar

पीयूष कुमार एक अनुभवी बिजनेस जर्नलिस्ट हैं, जिन्होंने Banaras Hindu University (BHU)
से शिक्षा ली है। वे कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। वित्त, शेयर बाजार और निवेश रणनीतियों पर उनकी गहरी पकड़ है। उनकी रिसर्च-बेस्ड लेखनी जटिल फाइनेंशियल विषयों को सरल और प्रभावी रूप में प्रस्तुत करती है। पीयूष को फिल्में देखने और क्रिकेट खेलने का शौक है।

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