
Explainer: शेयर बाजार में क्यों डूब रहा आपका पैसा, 5 कारण में समझिए पूरी बात
Why share market is falling: भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ दिनों से कोहराम मचा हुआ है। निवेशकों को हर रोज लाखों करोड़ रुपये का नुकसान हो रहा है। सबसे ज्यादा चोट मिड और स्मॉल कैप स्टॉक्स पर पड़ रही है। लार्ज कैप का हाल भी कुछ खास अच्छा नहीं है। अगर बुधवार (12 फरवरी 2025) के मार्केट क्रैश (Share Market Crash Today) को छोड़ भी दें, तो बीते पांच दिन में Sensex 2.82 फीसदी यानी 2215 अंक टूट चुका है। वहीं, निफ्टी50 2.91 फीसदी यानी 692 अंक गिर चुका है। इन पांच दिनों में निवेशकों के 18.64 लाख करोड़ रुपये डूब गए। आइए जानते हैं कि स्टॉक मार्केट में आपका पैसा क्यों डूब रहा है और निवेशकों को अब क्या करना चाहिए।
डोनाल्ड ट्रंप की टैरिफ वॉर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने टैरिफ वॉर छेड़ रखी है। उन्होंने स्टील और एल्युमिनियम के आयात पर 25 फीसदी का टैरिफ लगा दिया। इससे दुनियाभर में महंगाई बढ़ने का खतरा भी बढ़ गया है। ट्रंप के टैरिफ वॉर से निवेशकों में घबराहट का माहौल है और वे जमकर बिकवाली कर रहे हैं।
सोने की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी
वैश्विक अनिश्चितता बढ़ने से निवेशक सोने का रुख कर रहे है, जिसे दुनिया का सबसे सुरक्षित निवेश समझा जाता है। वे शेयर मार्केट से पैसा निकाल अब गोल्ड में इन्वेस्ट कर रहे हैं। इससे शेयर बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है।
रुपये में कमजोरी और FII की बिकवाली
अमेरिकी करेंसी डॉलर के मुकाबले भारतीय रुपया लगातार कमजोर हो रहा है। यह 87 रुपये के पार पहुंच गया था। हालांकि, आरबीआई के दखल के बाद पिछले दो दिनों से इसमें तेजी देखने को मिल रही है। लेकिन, निवेशकों का भरोसा जगाने के लिए यह नाकाफी है। फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) भारतीय शेयर बाजार में आंख बंद करके बिकवाली कर रहे हैं। डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) की खरीदारी उनका मुकाबला नहीं कर पा रही है। यह स्टॉक मार्केट में लगातार गिरावट की सबसे बड़ी वजह है।
रिटेल इन्वेस्टर्स की पैनिक सेलिंग
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने साल 2024 में संसद में रिटेल इन्वेस्टर्स को भारतीय शेयर बाजार की सबसे मजबूत कड़ी बताया था, जो भारत को विदेशी निवेशकों की बिकवाली के झटके से बचा सकते हैं। लेकिन, शेयर मार्केट के लगातार क्रैश होने से उनका भी भरोसा डिगा है और वे भी पैनिक सेलिंग (Retail Investors Panic Selling) करने लगे हैं।
तीसरी तिमाही के कमजोर नतीजे
शेयर मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि भारतीय बाजार का वैल्यूएशन काफी अधिक है। लेकिन, ज्यादातर कंपनियों के तिमाही नतीजे काफी खराब आ रहे हैं। यह भी शेयर बाजार में गिरावट की बड़ी वजह है। पिछले कुछ दिनों में RIL, Asian Paints, TCS और HDFC बैंक जैसे हैवीवेट शेयरों में भी बड़ा करेक्शन हुआ है।
अब क्या करें निवेशक?
शेयर बाजार के जानकारों का मानना है कि अभी रिटेल इन्वेस्टर्स को मार्केट से दूरी बनाकर रखनी चाहिए। चॉइस ब्रोकिंग के आकाश शाह का कहना है, ‘विदेशी निवेशकों की बिकवाली ही बाजार की दिशा तय करेगी। ऐसे में निवेशकों को सलाह है कि वे सावधानी बरतें। उन्हें नई पोजिशन लेने से पहले वैल्यूएशन करेक्शन का इंतजार करना चाहिए।’
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