
Credit Score: भूलकर भी न करें ये 8 गलतियां, नहीं तो पाकिस्तान की तरह घूमेंगे और कोई बैंक नहीं देगा लोन
Common Credit Score Mistakes: क्या आपने क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई किया और वह रिजेक्ट हो गया? या फिर किसी पर्सनल लोन के लिए आवेदन करने पर पता चला कि आपका क्रेडिट स्कोर बहुत कम है? अगर ऐसा हुआ है, तो आप अकेले नहीं हैं! बहुत सारे लोग इस समस्या का सामना करते हैं, क्योंकि या तो उनका क्रेडिट स्कोर खराब होता है या फिर उनके पास कोई क्रेडिट हिस्ट्री ही नहीं होती। लेकिन ऐसा क्यों होता है? आइए जानते हैं वे मुख्य कारण, जिनकी वजह से क्रेडिट स्कोर खराब होता है और इसे सुधारने के आसान तरीके।
क्रेडिट स्कोर खराब होने के 8 बड़े कारण
क्रेडिट स्कोर न होने या खराब होने के कई कारण हो सकते हैं। आइए एक-एक करके उनके बारे में जानते हैं।
वित्तीय जानकारी की कमी
कई लोगों को यह पता ही नहीं होता कि क्रेडिट स्कोर क्या होता है और यह उनकी फाइनेंशियल लाइफ को कैसे प्रभावित करता है। कुछ लोगों को लगता है कि अगर वे क्रेडिट कार्ड या लोन नहीं लेंगे, तो यह उनके लिए अच्छा होगा, जबकि हकीकत में ऐसा नहीं है। अगर आप कोई क्रेडिट नहीं लेते, तो आपका क्रेडिट स्कोर बन ही नहीं पाएगा। इससे अगर आपको भविष्य में अचानक लोन लेने की जरूरत पड़ी, तो बैंक मना भी कर सकते हैं।
क्रेडिट कार्ड और लोन का कम इस्तेमाल
आज भी ज्यादातर लोग कैश या UPI ट्रांजैक्शन पर निर्भर रहते हैं। इससे उनकी कोई क्रेडिट हिस्ट्री नहीं बनती। जब पहली बार लोन या क्रेडिट कार्ड लेने की बारी आती है, तो बैंक और फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन्स के पास आपके क्रेडिट बिहेवियर को परखने के लिए कोई डेटा नहीं होता। इससे पहली बार लोन या क्रेडिट कार्ड लेने वालों को मुश्किल होती है।
खराब भुगतान व्यवहार (Late Payments और EMI डिफॉल्ट)
अगर आप समय पर क्रेडिट कार्ड बिल या लोन EMI का भुगतान नहीं करते हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर पर बुरा असर डालता है। इसलिए हमेशा क्रेडिट कार्ड का बकाया और EMI का भुगतान समय पर करना चाहिए। क्रेडिट कार्ड केवल मिनिमम ड्यू पेमेंट करने से ब्याज का बोझ बढ़ता है। इससे भी आपको बचना चाहिए।
जरूरत से ज्यादा कर्ज लेना (Over-Leveraging & High Credit Utilization)
अगर आप अपने कुल क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल कर रहे हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को प्रभावित कर सकता है। क्रेडिट कार्ड को पूरा इस्तेमाल करना और बार-बार अधिकतम लिमिट तक पहुंचना खतरनाक हो सकता है। एक साथ कई लोन लेना भी आपकी क्रेडिटवर्थीनेस (Loan Repayment Ability) पर बुरा असर डाल सकता है।
बार-बार लोन और क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करना
अगर आप एक ही समय में कई बैंकों या फाइनेंशियल कंपनियों से लोन या क्रेडिट कार्ड के लिए आवेदन कर रहे हैं, तो यह आपके क्रेडिट स्कोर को नुकसान पहुंचा सकता है। हर बार जब आप लोन के लिए अप्लाई करते हैं, तो बैंक आपकी क्रेडिट हिस्ट्री की जांच करते हैं। अगर कम समय में बार-बार लोन अप्लाई करने पर बार-बार रिजेक्शन मिल जाए, तो यह आपके स्कोर को और गिरा सकता है।
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निष्क्रिय क्रेडिट हिस्ट्री (Inactive Credit History)
अगर आपने कभी कोई लोन नहीं लिया या क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल ही नहीं किया, तो इसका मतलब यह नहीं कि आपका स्कोर अच्छा है। क्रेडिट स्कोर बनाने के लिए आपको कुछ क्रेडिट एक्टिविटीज करनी पड़ती हैं। पुराने क्रेडिट अकाउंट बंद कर देना भी लॉन्ग-टर्म क्रेडिट हिस्ट्री को मिटा देता है, जिससे स्कोर कम हो सकता है।
गलतियां और फ्रॉड (Errors & Fraudulent Activity)
कई बार क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियां हो सकती हैं। जैसे कि:
- पुराने लोन रिकॉर्ड अपडेट न होना
- गलत पर्सनल डिटेल्स
- बिना आपकी जानकारी के किसी और के द्वारा लिया गया लोन (Fraudulent Activity)
- अगर आप अपनी क्रेडिट रिपोर्ट नियमित रूप से नहीं देखते हैं, तो ये गलतियां आपके स्कोर को प्रभावित कर सकती हैं।
बैंक के बजाय दोस्तों और परिवार से लोन लेना
कई बार लोग जरूरत पड़ने पर हमेशा दोस्तों, रिश्तेदारों या लोकल मनी लेंडर्स से लोन लेते हैं। वे बैंक से लोन लेने में करते हैं। इससे आपका कोई क्रेडिट स्कोर नहीं बनता। इससे भविष्य में जब आपको बड़ा लोन चाहिए होगा, तो दिक्कत आ सकती है।
क्रेडिट स्कोर खराब होने के कारण और सुधारने का तरीके
कारण | प्रभाव | सुधारने के तरीके |
वित्तीय जानकारी की कमी | लोग क्रेडिट स्कोर की अहमियत नहीं समझते और गलती कर बैठते हैं। |
क्रेडिट स्कोर के महत्व को जानें और वित्तीय शिक्षा बढ़ाएं।
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लेट पेमेंट और EMI डिफॉल्ट | समय पर भुगतान न करने से क्रेडिट स्कोर गिरता है और ब्याज बढ़ता है। |
ऑटो-डेबिट सेट करें और समय पर बिल चुकाएं।
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जरूरत से ज्यादा कर्ज लेना | अधिक कर्ज लेने से कर्ज चुकाने की क्षमता पर असर पड़ता है और स्कोर गिरता है। |
अपनी क्रेडिट लिमिट का 30% से कम उपयोग करें।
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बार-बार लोन के लिए आवेदन करना | हर लोन या क्रेडिट कार्ड एप्लिकेशन पर “हार्ड इन्क्वायरी” होती है, जिससे स्कोर गिरता है। |
सोच-समझकर लोन अप्लाई करें और बार-बार आवेदन करने से बचें।
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पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री को बंद करना | पुराने अकाउंट बंद करने से लंबी क्रेडिट हिस्ट्री खत्म हो जाती है। |
पुरानी क्रेडिट लाइन को जारी रखें और एक्टिव बनाए रखें।
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क्रेडिट रिपोर्ट में गलतियां | रिपोर्ट में गलत जानकारी से स्कोर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। |
हर 6 महीने में क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें और गलती सुधारें।
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केवल कैश या UPI पर निर्भर रहना | बिना क्रेडिट कार्ड या लोन के उपयोग के क्रेडिट स्कोर नहीं बनता। |
सीमित उपयोग के लिए क्रेडिट कार्ड लें और समय पर भुगतान करें।
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बैंक के बजाय दोस्तों/रिश्तेदारों से लोन लेना | अनौपचारिक लोन लेने से क्रेडिट स्कोर पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता। |
बैंक या NBFC से छोटे लोन लें और समय पर चुकाएं।
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क्रेडिट स्कोर सुधारने के 5 आसान तरीके
- समय पर क्रेडिट कार्ड बिल और लोन EMI चुकाएं
अगर आप हर बार समय पर भुगतान करेंगे, तो आपका स्कोर अपने आप सुधर जाएगा। ऑटो-डेबिट सुविधा का उपयोग करें, ताकि आपके बिल कभी लेट न हों। - क्रेडिट कार्ड का सीमित इस्तेमाल करें
क्रेडिट लिमिट का 30% से ज्यादा इस्तेमाल न करें। अगर आपकी लिमिट 1,00,000 रुपये है, तो कोशिश करें कि 30,000 रुपये से ज्यादा खर्च न करें। - बार-बार लोन अप्लाई करने से बचें
अगर किसी बैंक ने लोन रिजेक्ट कर दिया है, तो तुरंत दूसरी जगह अप्लाई न करें। थोड़ा इंतजार करें और अपना क्रेडिट स्कोर सुधारने के बाद ही दोबारा अप्लाई करें। - अपनी क्रेडिट रिपोर्ट नियमित रूप से चेक करें
हर 6 महीने में एक बार फ्री क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें। अगर कोई गलती नजर आए, तो तुरंत उसे ठीक करवाने के लिए शिकायत दर्ज करें। - छोटे लोन और क्रेडिट कार्ड का सही इस्तेमाल करें
अगर आपके पास क्रेडिट कार्ड नहीं है, तो एक एंट्री-लेवल क्रेडिट कार्ड लें और उसका सही तरीके से इस्तेमाल करें। छोटे लोन लेकर और समय पर चुका कर भी अपना क्रेडिट स्कोर सुधार सकते हैं।
अगर आपका क्रेडिट स्कोर खराब है, तो घबराने की जरूरत नहीं है। सही रणनीति और आदतें अपनाकर आप 6-12 महीनों में अपना क्रेडिट स्कोर बड़ी आसानी से बेहतर बना सकते हैं। इसके लिए सबसे जरूरी चीज समय पर बिल और EMI चुकाना, कम क्रेडिट इस्तेमाल करना और बार-बार लोन के लिए अप्लाई न करना है। अगर आप इन बातों का ध्यान रखेंगे, तो जल्द ही आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर होगा और आपको लोन व क्रेडिट कार्ड मिलने में कोई दिक्कत नहीं होगी।
क्रेडिट स्कोर से जुड़े अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQ)
- क्रेडिट स्कोर क्या होता है?
उत्तर: क्रेडिट स्कोर एक तीन-अंकों की संख्या (300-900 के बीच) होती है, जो आपकी क्रेडिट हिस्ट्री और लोन भुगतान की क्षमता को दर्शाती है। इसे बैंकों और वित्तीय संस्थानों द्वारा लोन या क्रेडिट कार्ड देने से पहले चेक किया जाता है। - अच्छा क्रेडिट स्कोर क्या होता है?
उत्तर: आमतौर पर 750 या उससे अधिक का स्कोर अच्छा माना जाता है। 300 से 549 को सबसे खराब मानते हैं। इसमें लोन अप्रूव होना तकरीबन नामुमकिन ही होता है। - क्रेडिट स्कोर कैसे सुधारा जा सकता है?
उत्तर: क्रेडिट कार्ड बिल और EMI समय पर चुकाएं। क्रेडिट कार्ड लिमिट का 30% से कम उपयोग करें। बार-बार लोन अप्लाई करने से बचें। हर 6 महीने में क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें और गलती सुधारें। अपनी पुरानी क्रेडिट हिस्ट्री बनाए रखें। - अगर मेरा क्रेडिट स्कोर खराब हो जाए तो क्या मैं लोन ले सकता हूं?
उत्तर: हां, लेकिन उच्च ब्याज दरों पर लोन मिलेगा। कुछ बैंक और NBFCs खराब क्रेडिट स्कोर वाले लोगों को सिक्योर्ड लोन (जैसे गोल्ड लोन या फिक्स्ड डिपॉजिट के बदले लोन) देते हैं। - क्या बिना क्रेडिट कार्ड लिए क्रेडिट स्कोर बनाया जा सकता है?
उत्तर: हां, आप छोटे लोन (जैसे कंज्यूमर लोन या EMI पर प्रोडक्ट खरीदकर) चुकाकर अपना क्रेडिट स्कोर बना सकते हैं। - क्या क्रेडिट स्कोर चेक करने से स्कोर कम हो जाता है?
उत्तर: नहीं, जब आप खुद अपना क्रेडिट स्कोर चेक करते हैं तो इसे “सॉफ्ट इन्क्वायरी” कहा जाता है, जिससे स्कोर पर कोई असर नहीं पड़ता। लेकिन जब कोई बैंक या लोन देने वाली संस्था इसे चेक करती है, तो यह “हार्ड इन्क्वायरी” होती है, जो स्कोर को प्रभावित कर सकती है। - क्या सिर्फ सैलरी वाले लोगों का ही क्रेडिट स्कोर होता है?
उत्तर: नहीं, सेल्फ-इम्प्लॉयड, बिजनेसमैन या स्टूडेंट्स भी क्रेडिट कार्ड या लोन लेकर क्रेडिट स्कोर बना सकते हैं। - क्रेडिट स्कोर फ्री में कैसे चेक करें?
उत्तर: आप CIBIL, Experian, CRIF High Mark और Equifax जैसी अधिकृत एजेंसियों से साल में एक बार मुफ्त में अपना क्रेडिट स्कोर चेक कर सकते हैं। - क्या UPI या डेबिट कार्ड से भुगतान करने से क्रेडिट स्कोर बढ़ता है?
उत्तर: नहीं, UPI और डेबिट कार्ड के लेन-देन क्रेडिट स्कोर पर कोई असर नहीं डालते, क्योंकि वे उधारी (Credit) के बजाय सीधे आपके बैंक अकाउंट से भुगतान करते हैं। - अगर मेरे नाम पर फर्जी लोन लिया गया हो तो क्या करूं?
उत्तर: तुरंत अपनी क्रेडिट रिपोर्ट चेक करें और गलती को रिपोर्ट करें। संबंधित बैंक या क्रेडिट ब्यूरो को विवाद (Dispute) दर्ज कराएं। साइबर क्राइम पोर्टल (https://cybercrime.gov.in/) पर शिकायत करें।
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