FD या शेयर मार्केट, किसमें करें निवेश? डिटेल में समझिए फायदे और नुकसान

FD (Fixed Deposit) vs Stock Market: अगर लॉन्ग टर्म इन्वेस्टमेंट की बात करें, तो फिक्स्ड डिपॉजिट और शेयर बाजार काफी शानदार विकल्प माने जाते हैं। पिछले कुछ साल में शेयर मार्केट में निवेश का चलन बढ़ा है। लेकिन, अभी भी बहुत-से निवेशक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) में पैसे लगाने को प्राथमिकता देते हैं। अगर आप भी निवेश करने की सोच रहे हैं और तय नहीं कर पा रहे कि फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) या शेयर मार्केट (Stock Market) में पैसा लगाएं, तो यह आर्टिकल आपकी मदद करेगा। यहां हम दोनों ऑप्शन के फायदे, नुकसान और कौन-सा निवेश आपके लिए बेहतर रहेगा, इसका पूरा एनालिसिस करेंगे।

FD (Fixed Deposit) vs शेयर मार्केट में मुख्य अंतर

पैरामीटर फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)
शेयर मार्केट (Stock Market)
रिटर्न (Returns) 6% – 8% सालाना (बैंक के अनुसार)
12% – 15% सालाना (औसत)
जोखिम (Risk) बहुत कम, गारंटीड रिटर्न
हाई रिस्क, मार्केट के उतार-चढ़ाव पर निर्भर
लिक्विडिटी (Liquidity) मेच्योरिटी से पहले निकालने पर पेनल्टी लग सकती है
शेयरों को कभी भी खरीदा या बेचा जा सकता है
इन्वेस्टमेंट अवधि (Investment Duration) 1 से 10 साल
कोई फिक्स समय नहीं, लॉन्ग टर्म बेहतर
टैक्स (Taxation) ब्याज पर टैक्स देना होता है
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन पर 10% टैक्स
सुरक्षा (Security) 100% सुरक्षित
जोखिमभरा, पर लॉन्ग टर्म में फायदे का सौदा

अगर आसान शब्दों में कहें, तो FD सुरक्षित है, लेकिन कम रिटर्न देता है। वहीं, शेयर मार्केट ज्यादा रिटर्न दे सकता है, लेकिन इसमें जोखिम भी ज्यादा है।

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के फायदे

  • जोखिम नहीं होता: बैंक में जमा पैसा सुरक्षित रहता है।
  • गारंटीड रिटर्न: सालाना 6-8% का निश्चित ब्याज मिलता है।
  • टैक्स सेविंग FD: 5 साल की टैक्स सेविंग FD पर टैक्स छूट मिलती है।

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) के नुकसान

  • महंगाई (Inflation) से कम रिटर्न: FD का रिटर्न कम होता है, जिससे महंगाई के कारण इसकी असली वैल्यू घट जाती है।
  • लॉन्ग टर्म ग्रोथ नहीं: इसमें स्टॉक्स या म्यूचुअल फंड की तरह पैसा तेजी से नहीं बढ़ता।
  • प्री-मेच्योर विदड्रॉल पर पेनल्टी: अगर आपको पैसों की जरूरत पड़ती है और आप समय से पहले FD तोड़ते हैं, तो बैंक पेनल्टी काटता है।

शेयर मार्केट में निवेश के फायदे

  • उच्च रिटर्न की संभावना: लॉन्ग टर्म में शेयर बाजार से 12-15% या उससे ज्यादा का रिटर्न मिल सकता है।
  • डिविडेंड इनकम: कुछ कंपनियां सालाना डिविडेंड देती हैं, जिससे एक्स्ट्रा इनकम होती है।
  • इन्फ्लेशन को मात देता है: महंगाई बढ़ने के साथ शेयर बाजार भी बढ़ता है, जिससे आपका पैसा मजबूत होता है।
  • लिक्विडिटी अच्छी होती है: जब चाहें शेयर खरीद-बेच सकते हैं, FD की तरह लॉक-इन नहीं होता।

शेयर मार्केट के नुकसान

  • जोखिम ज्यादा होता है: शेयर मार्केट में उतार-चढ़ाव रहता है, जिससे नुकसान भी हो सकता है।
  • नॉलेज और रिसर्च जरूरी: बिना जानकारी के निवेश करने पर नुकसान होने की संभावना रहती है।
  • गलत फैसले से नुकसान: कई बार लोग डर या लालच में गलत फैसले ले लेते हैं, जिससे नुकसान हो सकता है।
  • टैक्स का नुकसान: लंबी अवधि में शेयर बेचने पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स लगता है।

FD vs Stock Market: कौन-सा निवेश आपके लिए सही है?

अगर आप रिस्क लेने से बचना चाहते हैं और अपने पैसों की पूरी सेफ्टी चाहते हैं, तो आपके लिए FD बेहतर है। इसमें आपके पैसे पूरी तरह से सुरक्षित रहेंगे और उसमें आपको सालाना रिटर्न भी मिलेगा। हालांकि, अगर आप लंबी अवधि (5-10 साल) के लिए निवेश कर सकते हैं और जोखिम ले सकते हैं, तो शेयर बाजार में निवेश फायदेमंद हो सकता है।

FD उनके लिए सही है, जो:

जोखिम नहीं लेना चाहते।
रिटर्न भले ही कम हो, लेकिन गारंटीड इनकम चाहिए।
रिटायर्ड लोग या कम जोखिम सहने वाले निवेशक।

शेयर बाजार उनके लिए सही है, जो:

  • लॉन्ग टर्म ग्रोथ चाहते हैं।
  • जोखिम लेने को तैयार हैं और मार्केट को समझ सकते हैं।
  • अपनी इनकम को बढ़ाना चाहते हैं।

निवेश की बेस्ट स्ट्रैटेजी क्या हो सकती है?

आपको सिर्फ FD या सिर्फ स्टॉक्स पर निर्भर रहना सही नहीं है। सबसे अच्छा तरीका FD और शेयर मार्केट का बैलेंस बनाकर निवेश करना है। इससे आपका जोखिम कम होगा और रिटर्न बढ़ेगा। आइए जानते हैं कि एफडी और स्टॉक मार्केट में कितना-कितना पैसा लगाना चाहिए।

60% FD में और 40% शेयर मार्केट में: अगर आप कम जोखिम लेकर ज्यादा रिटर्न पाना चाहते हैं।
50% FD और 50% स्टॉक्स में: बैलेंस्ड अप्रोच, जिससे सुरक्षा भी रहे और ग्रोथ भी मिले।
30% FD और 70% स्टॉक्स में: अगर आप यंग इन्वेस्टर हैं और लॉन्ग टर्म ग्रोथ चाहते हैं।

FD या Stock Market: कहां करें निवेश?

अगर आप सेफ इन्वेस्टमेंट चाहते हैं, तो FD सही है। खासकर, अगर रिटायर्ड पर्सन हैं और जोखिम लेने से बचना चाहतेहैं। वहीं, अगर आप ज्यादा रिटर्न चाहते हैं और जोखिम उठा सकते हैं, तो शेयर बाजार सही रहेगा। यह युवा निवेशकों के लिए ज्यादा बेहतर हो सकता है, जिनके पास अधिक जोखिम लेने की गुंजाइश रहती है। आप बेहतर रणनीति के लिए किसी फाइनेंशियल एक्सपर्ट की सलाह भी ले सकते हैं।

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डिस्क्लेमर: मनीसनी (MoneySoney) का यह आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए लिखा गया है। कोई भी निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की सलाह जरूर लें। किसी भी नुकसान के लिए मनीसनी उत्तरदायी नहीं होगा।

Shubham Singh
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