Personal Loan कब लेना चाहिए, क्या हैं इसके फायदे और नुकसान; समझें पूरा हिसाब

How to get personal loan: अगर आपको इमरजेंसी में अचानक मोटी रकम की जरूरत पड़ जाती है, तो पर्सनल लोन (Personal loan) सबसे अच्छा विकल्प रहता है। फिर चाहे यह मेडिकल इमरजेंसी हो, शादी का खर्च, पढ़ाई या फिर घर की मरम्मत जैसा जरूरी काम। पर्सनल लोन इस तरह की जरूरतों को फौरन पूरा तो कर देता है, लेकिन इसके कुछ नुकसान भी हैं। इसलिए आपको पर्सनल लोन लेने से पहले अच्छे से सोच-विचार कर लेना चाहिए।

Personal Loan आखिर है क्या?

पर्सनल लोन एक तरह का अनसिक्योर्ड लोन (Unsecured Loan) है। इसका मतलब है कि इसके लिए आपको कुछ गिरवी रखने की जरूरत नहीं होती है। अधिकतर बैंक या वित्तीय संस्थान आपकी कमाई और क्रेडिट स्कोर (Credit Score) को देखकर पर्सनल लोन ऑफर करते हैं। यही वजह है कि पर्सनल लोन काफी जल्दी और आसानी से मिल जाता है।

Personal Loan के फायदे क्या हैं?

  • कार लोन या होम लोन में आपको बैंक को बताना पड़ता है कि आप गाड़ी या घर खरीदने के लिए लोन ले रहे हैं। लेकिन, पर्सनल लोन में ऐसी कोई बंदिश नहीं होती।
  • पर्सनल लोन की प्रक्रिया काफी आसान और तेज होती है। कई बैंक और वित्तीय संस्थान पूरा प्रोसेस ऑनलाइन ही पूरा कर लेते हैं। वे प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन (Pre-approved loan) का ऑफर भी देते हैं।
  • आपको पर्सनल लोन में कुछ भी गिरवी (Collateral) रखने की जरूरत नहीं होती है। इसलिए यह उन लोगों के लिए काफी अच्छा विकल्प बन जाता है, जो अपनी कोई चीज गिरवी नहीं रखना चाहते हैं।
  • Personal Loan की चुकाने की अवधि अमूमन एक से पांच साल तक होती है। ऐसे में आपको अपनी कमाई और बजट के हिसाब से कर्ज चुकाने की सहूलियत मिल जाती है।
  • अगर आप समय पर पर्सनल लोन चुका देते हैं, आपका क्रेडिट स्कोर बेहतर हो सकता है। इससे आगे चलकर आपको कार लोन या होम लोन लेने में काफी आसानी हो सकती है।

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Personal Loan के नुकसान क्या हैं?

  • इसकी ब्याज दर काफी अधिक होती है, क्योंकि यह अनसिक्योर्ड लोन होता है। इसके लिए आपको अमूमन 10 से 24 फीसदी तक का ब्याज देना पड़ सकता है।
  • पर्सनल लोन लेने के बाद EMI चुकाने का दबाव से आपकी वित्तीय स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है। इससे आपकी दूसरी वित्तीय योजनाएं प्रभावित हो सकती हैं।
  • पर्सनल लोन लेने का प्रोसेस काफी आसान है। इसमें गिरवी भी कुछ नहीं रखना पड़ता है। ऐसे में कई बार लोग जरूरत से अधिक लोन ले लेते हैं। इससे कर्ज के जाल (Debt Traps) में फंसने का खतरा रहता है।
  • पर्सनल लोन लेते समय Processing fees, prepayment penalties और अन्य हिडेन चार्ज (hidden charges) भी हो सकते हैं। इससे आपके लोन की कुल लागत बढ़ सकती है और यह महंगा पड़ सकता है।
  • अगर आप पर्सनल लोन चुकाने में चूक (Default on personal loan) करते हैं, तो आपका क्रेडिट स्कोर खराब हो सकता है। इससे भविष्य में किसी भी तरह का लोन लेने में आपको दिक्कत हो सकती है।

क्या Personal Loan लेना सही है?

इस सवाल का जवाब पूरी तरह से आपकी जरूरत पर निर्भर करता है। आपको पहले अपनी आर्थिक स्थिति का आकलन करना चाहिए। पैसे जुटाने के अन्य विकल्पों पर भी गौर करना चाहिए। जैसे कि किसी दोस्त या रिश्तेदार से उधार लेना। पर्सनल लोन लेना आखिरी विकल्प होना चाहिए, क्योंकि इसकी ब्याज दर काफी अधिक होती है। आपको पर्सनल लोन लेने से पहले अलग-अलग बैंकों की ब्याज दर भी पता कर लेनी चाहिए। लोन वहीं से लें, जो सबसे सस्ता दे रहा हो।

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Shikha Singh
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