Term Insurance: रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम वाला टर्म इंश्योरेंस प्लान चुनना गलती, हो जाएगा लाखों का नुकसान
Term Insurance Plan: अब टर्म इंश्योरेंस प्लान की अहमियत काफी ज्यादा बढ़ गई है। यह परिवार के वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने का सबसे बेहतरीन तरीका है। लेकिन, कई बार लोगों की समझ में नहीं आता है कि वे नॉर्मल टर्म प्लान (Normal Term Plan) लें या फिर रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम (Return-of-Premium Plan)। आइए इन दोनों टर्म प्लान में अंतर और इनके फायदों के बारे में जानते हैं, ताकि आप अपना फैसला आसानी से ले सकें।
Normal और Return-of-Premium Insurance Plan में अंतर
नॉर्मल और रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम (ROP), दोनों में ही बीमाधारक (Policyholders) को असमय मृत्यु के बाद समान रकम मिलती है। इन दोनों में अंतर सिर्फ मैच्योरिटी के बाद वाली मिलने वाली रकम में होता है। अगर नॉर्मल टर्म प्लान की बात करें, तो इसमें मैच्योरिटी अमाउंट (Maturity Amount) जैसी कोई चीज नहीं होती। वहीं, रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम वाली टर्म इंश्योरेंस पॉलिसी (Term Insurance Policy) में आपको मैच्योरिटी के बाद प्रीमियम का पूरा पैसा वापस मिल जाता है।
क्या Return-of-Premium टर्म इंश्योरेंस कराने में फायदा है?
टर्म इंश्योरेंस प्लान की मैच्योरिटी के बाद पूरा प्रीमियम वापस मिलने का ऑफर कभी लुभावना लग सकता है। लेकिन, असलयित में इसमें बड़ा झोल है। इसका प्रीमियम काफी अधिक होता है। अमूमन, नॉर्मल टर्म प्लान के प्रीमियम से करीब ढ़ाई से तीन गुना ज्यादा। वहीं, इसमें मैच्योरिटी पर प्रीमियम वापस मिलने के अलावा कोई फायदा नहीं होता है। अग पूरा हिसाब लगाएंगे, यह फायदे से नुकसान का सौदा लगेगा।
Return-of-Premium Term Insurance के नुकसान क्या हैं?
रिटर्न ऑफ प्रीमियम वाला टर्म इंश्योरेंस पूरी तरह से नुकसान का सौदा है। अब फर्ज कीजिए कि आप 30 साल के हैं और आपने अगले 30 साल के लिए 1 करोड़ रुपये का टर्म इंश्योरेंस कवर (Term Insurance Cover) लिया है। ICICI प्रूडेंशियल के नॉर्मल टर्म प्लान का सालाना प्रीमियम 12,686 रुपये है। वहीं, रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम के लिए आपको साल में 28,360 रुपये देने होंगे।
दोनों ही परिस्थितियों में असमय मौत की स्थिति में आपको 1 करोड़ रुपये मिलेंगे। लेकिन, नॉर्मल प्लान के मुकाबले रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम आपको करीब ढ़ाई गुना अधिक रकम चुकानी पड़ेगी। बस मैच्योरिटी के बाद आपका 8.54 लाख रुपये का प्रीमियम वापस मिल जाएगा।
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क्या Normal Term Insurance के साथ SIP करने में ज्यादा फायदा है?
अगर आप रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम के बजाय नॉर्मल प्लान लेते हैं और बचने वाली रकम को सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं, तो यह आपके लिए ज्यादा फायदे का सौदा हो सकता है। अब ICICI प्रूडेंशियल वाले उदाहरण को ही आगे बढ़ाते हैं।
आप 30 साल बाद 8.54 लाख रुपये का रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम तो पाएंगे, लेकिन इस पर कोई ब्याज नहीं मिलेगा। इसका मतलब है कि महंगाई को एडजस्ट करने पर 30 साल बाद आपके 8.54 लाख रुपये की वैल्यू आज के 50 हजार रुपये के आसपास आ जाएगी।
वहीं, अगर आप रिटर्न-ऑफ-प्रीमियम के बजाय नॉर्मल टर्म प्लान चुनते हैं और बाकी बचने वाले 1,300 रुपये की मंथली SIP करते हैं, तो आप ज्यादा फायदे में रहेंगे। आपको 30 साल बाद 15 फीसदी औसतन रिटर्न के हिसाब से भी करीब 92 लाख रुपये मिलेंगे। कई सुरक्षित निवेश मानी जानी सरकारी योजनाएं 7 से 10 फीसदी का सालाना रिटर्न देती हैं। इस हिसाब से भी आपके 8.54 लाख रुपये 30 साल में 25 लाख से 50 लाख रुपये बन जाएंगे।
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