Explained: Mishtann Foods पर क्यों चला SEBI का चाबुक, कंपनी ने कैसे किया Scam; समझिए पूरा मामला

Mishtann Foods News: मार्केट रेगुलेटर SEBI ने मिष्ठान फूड्स लिमिटेड (Mishtann Foods Ltd – MFL) के खिलाफ बड़ा एक्शन लिया है। उसने कंपनी और उसके प्रमोटर व CMD हितेशकुमार गौरीशंकर पटेल (Hiteshkumar Gaurishankar Patel) को सिक्योरिटीज मार्केट से बैन कर दिया है। मिष्ठान फूड्स और उसके प्रमोटर पर गलत तरीके से फंड जुटाने समेत कई गंभीर आरोप हैं। सेबी के इस फैसले के बाद मिष्ठान फूड्स के शेयर (Mishtann Foods Share Price) एकदम से क्रैश हो गए। यह आज 19.97 फीसदी के लोअर सर्किट के साथ 12.42 रुपये पर बंद हुआ।

हितेशकुमार गौरीशंकर पटेल कंपनी के इकलौते प्रमोटर हैं। उनके पास कंपनी की करीब 43 फीसदी हिस्सेदारी है। सेबी ने मिष्ठान फूड्स, उसके प्रमुख अधिकारियों समेत 12 संस्थाओं को कारण बताओ नोटिस (SEBI Notice) भी जारी किया है। सभी को 21 दिनों के अंदर अपना जवाब दाखिल करना होगा। मिष्टान फूड्स की स्थापना 1981 में हुई थी। यह चावल, गेहूं और अन्य कृषि उत्पादों की प्रोसेसिंग और मैन्युफैक्चरिंग में लगी हुई है।

Mishtann Foods ने क्या गड़बड़ी की है?

  • सेबी ने अपनी जांच में पाया कि Mishtann Foods के Financial Statements में गंभीर खामियां हैं।
  • कंपनी ने कई फर्जी ट्रांजैक्शन किए और खरीद-बिक्री के आंकड़े को काफी बढ़ा-चढ़ाकर दिखाया।
  • मिष्ठान फूड्स (Mishtann Foods )ने जितनी बिक्री दिखाई, इन्वेंट्री उसके मुताबिक बेहद कम थी।
  • मिष्ठान फूड्स के शेयरधारकों (Shareholders) की संख्या वित्त वर्ष 2018 के आखिर में मात्र 516 थी।
  • शेयरहोल्डर्स की संख्या मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (FY2025 Q2) तक 4.23 लाख पहुंच गई।
  • Mishtann Foods के Promoter हितेशकुमार मार्च तिमाही से हिस्सेदारी बेचकर 50 करोड़ मा चुके हैं।

SEBI ने Mishtann Foods पर क्या एक्शन लिया?

सेबी ने अगले आदेश तक मिष्ठान फूड्स और उसके प्रमोटर को सिक्योरिटीज मार्केट (Securities Market) में किसी भी तरह का लेनदेन करने से प्रतिबंधित कर दिया। मार्केट रेगुलेटर ने यह भी कहा कि मिष्ठान फूड्स को वह फंड वापस लौटाना होगा, जो उसने ग्रुप की इकाइयों के जरिए गलत तरीके से जुटाया और उसे कंपनी के प्रमोटर और डायरेक्टर्स के पास डायवर्ट किया। इसमें 49.12 करोड़ रुपये का राइट्स इश्यू और 47.10 करोड़ रुपये का फंड शामिल है।

SEBI के आदेश के मुताबिक, अब मिष्ठान फूड्स अगले आदेश तक जनता से पैसे भी नहीं जुटा सकेगी। उसने हितेशकुमार, नवीनचंद्र पटेल (CFO), रविकुमार पटेल (पूर्व CFO) और जतिनभाई पटेल (पूर्व पूर्णकालिक निदेशक) सहित 12 संस्थाओं को बैन कर दिया है। SEBI ने बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) को भी निर्देश दिया है कि वह अगले आदेश तक मिष्ठान फूड्स के किसी भी राइट्स इश्यू (Dessert Foods Shares) को मंजूरी न दे।

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Mishtann Foods के शेयरों का क्या हाल है?

मिष्ठान फूड्स के शेयरों में पिछले पांच कारोबारी सत्रों से तेजी देखने को मिल रही थी। हालांकि, सेबी के एक्शन के बाद मिष्ठान फूड्स के शेयर 20 फीसदी तक टूट (Mishtann Foods shares crash) गए। पिछले 6 महीने में Mishtann Foods के शेयरों ने 22 और एक साल में 20 फीसदी का नेगेटिव रिटर्न दिया। इसका एक साल का हाई लेवल 25.36 रुपये है। वहीं, लो-लेवल 11.77 रुपये है।

अगर Mishtann Foods के शेयरहोल्डिंग पैटर्न की बात करें, तो इसमें सितंबर तिमाही तक प्रमोटर के पास 43.48 हिस्सेदारी थी। वहीं, फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FII) 5.63 फीसदी हिस्से के मालिक थे। रिटेल इन्वेस्टर्स के पास 50.90 हिस्सा था। मिष्ठान फूड्स के कुल शेयरधारकों की संख्या 4,23,254 है।

Mishtann Foods ने अपनी सफाई में क्या कहा?

मिष्ठान फूड्स ने एक रेगुलेटरी फाइलिंग में अपनी सफाई पेश की है। उसका सेबी के अंतरिम आदेश और अपने ऊपर लगे आरोपों से सहमत नहीं है। मिष्ठान फूड्स ने कहा, “मिष्ठान फूड्स (MFL) का मैनेजमेंट 05/12/2024 के अंतरिम आदेश सह कारण बताओ नोटिस में उल्लिखित सभी कथित आरोपों से पूरी तरह से इनकार करता है। MFL की कानूनी और अनुपालन टीम कानून में निहित अधिकारों के अनुसार उचित कार्रवाई करने का प्रयास कर रही है।”

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Shubham Singh
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