Penny Stock: एक महीने में 175 फीसदी रिटर्न दे चुका है ये पेनी स्टॉक, क्या आपने भी लगाया है पैसा?

Premier Energy and Infrastructure Share Price: प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (PEIL) के शेयर सिर्फ एक महीने पहले यानी 4 दिसंबर 2024 को 8.37 रुपये के स्तर पर थे। वहां से इस पेनी स्टॉक में तूफानी तेजी आई। यह शुक्रवार (3 जनवरी 2025) को 23.02 रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इसका मतलब है कि प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर के शेयर सिर्फ 1 महीने के भीतर 175.03 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न (Multibagger Returns) दे चुका है। आइए जानते हैं कि प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर क्या करती है और क्या आपको इसके शेयर खरीदने चाहिए।

Premier Energy and Infrastructure का बिजनेस

प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड (PEIL) की स्थापना 1988 में हुई। यह कंपनी कंस्ट्रक्शन, हाउसिंग डेवलपमेंट और एनर्जी सेक्टर से जुड़ी हुई है। इसका फोकस रियल एस्टेट सेक्टर में रेजिडेंशियल और कर्मशियल प्रोजेक्ट पर है। कंपनी ने बिजली उत्पादन में भी हाथ बढ़ाया है। इसका मुख्यालय चेन्नई (तमिलनाडु) में है।

प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रा के शेयरों में कितनी तेजी आई?

PEIL के शेयरों में ट्रेडिंग पिछले साल नवंबर के आखिरी में शुरू हुई। उस वक्त इसका दाम 7.24 रुपये था। वहां से प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रा का स्टॉक 217 फीसदी से अधिक का रिटर्न दे चुका है। अभी भी इस पेनी स्टॉक में लगातार अपर सर्किट लग रहा है। प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रा का मार्केट कैप 24.24 करोड़ रुपये है।

PEIL का फंडामेंटल और वित्तीय प्रदर्शन कैसा है?

Premier Energy and Infrastructure का फंडामेंटल काफी कमजोर है और इसके वित्तीय नतीजे भी कुछ खास नहीं है। कंपनी पिछले कुछ साल से लगातार लॉस में है। इसका कैश रिजर्व भी खत्म हो गया है और इसके सामने कैश की किल्लत है। इससे कंपनी के कई बिजनेस भी प्रभावित हुए हैं। हालांकि, प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रास्ट्रक्चर लगातार नए व्यावसायिक अवसरों की तलाश कर रही है।

क्या आपको प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रा में पैसे लगाने चाहिए?

प्रीमियर एनर्जी एंड इन्फ्रा एक पेनी स्टॉक है। पेनी स्टॉक में पैसे में काफी अधिक जोखिम रहता है। इस तरह की कंपनियों और उनके बिजनेस के बारे में ज्यादा डिटेल उपलब्ध नहीं रहती है। कई बार ऑपरेटर फर्जी तरीके से ऐसे शेयरों का भाव बढ़ाते हैं। फिर जब उसमें रिटेल इन्वेस्टर्स पैसा लगाते हैं, तो ऑपरेटर शेयर बेचकर निकल जाते हैं। आखिर में रिटेल इन्वेस्टर्स का पैसा फंस जाता है और उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ता है।

यह भी पढ़ें : शेयर मार्केट में कहां से आए Bull और Bear, क्या होता है इनका मतलब?

Shubham Singh
Shubham Singh
Articles: 135