सेंसेक्स की 5 दिन की तेजी पर ब्रेक, क्या ट्रंप के खौफ से दुनियाभर के बाजार हुए धड़ाम?

Share Market Crash Today Explained in Hindi: भारतीय शेयर बाजार में सोमवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली। सेंसेक्स (Sensex) 319.22 अंक (0.41 फीसदी) गिरकर 77,186.74 पर बंद हुआ। इससे इसकी पिछले पांच दिनों की तेजी पर ब्रेक लग गया। वहीं, निफ्टी (Nifty) 121.10 अंक (0.52 फीसदी) गिरकर 23,361.05 पर बंद हुआ।

क्यों आई बाजार में गिरावट?

  • वैश्विक बाजारों में कमजोरी: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन, मैक्सिको और कनाडा से आयातित उत्पादों पर नए टैरिफ लगाने की घोषणा की। इससे निवेशकों की चिंता बढ़ गई।
  • Trade War की आशंका: नए टैरिफ लागू होने से वैश्विक वित्तीय अस्थिरता बढ़ने की आशंका है। इससे शेयर बाजार प्रभावित हुआ।
  • रुपये में गिरावट: रुपये में तेज गिरावट आई। इससे विदेशी निवेशक (FII) भारतीय बाजार में बिकवाली और भी ज्यादा बढ़ा सकते हैं।

किस कंपनी के शेयर गिरे और कौन रहा टॉप गेनर?

गिरने वाले शेयर (Sensex Losers)

Larsen & Toubro, Tata Motors, Hindustan Unilever, Asian Paints, ITC, Power Grid, NTPC और Reliance Industries के शेयरों में गिरावट दर्ज की गई।

बढ़ने वाले शेयर (Sensex Gainers)

Bajaj Finance के शेयर 5 फीसदी तक उछले। वहीं, Mahindra & Mahindra, Bajaj Finserv, Bharti Airtel और Maruti Suzuki के शेयर भी बढ़त के साथ बंद हुए।

वैश्विक बाजारों का हाल

  • एशियाई बाजारों में गिरावट: सियोल, टोक्यो और हांगकांग के बाजारों में बड़ी गिरावट देखी गई।
  • यूरोपीय बाजारों में मंदी: यूरोप में भी बाजार बड़ी गिरावट के साथ ट्रेड कर रहे थे।
  • अमेरिकी बाजार लाल निशान में: शुक्रवार को अमेरिकी बाजार भी गिरावट के साथ बंद हुए थे।

डॉलर के मुकाबले रुपया भी पस्त

ट्रंप प्रशासन के कनाडा, मैक्सिको और चीन पर टैरिफ लगाए जाने के बाद वैश्विक बाजार की धारणा प्रभावित होने से सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपया 55 पैसे टूटकर 87.17 (अनंतिम) के सर्वकालिक निचले स्तर पर बंद हुआ। वहीं ब्रेंट क्रूड ऑयल 1.15 फीसदी बढ़कर 76.50 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया। इससे आने वाले दिनों में तेल कंपनियों और महंगाई पर असर पड़ सकता है।

एक्सपर्ट्स का क्या कहना है?

Mehta Equities Ltd में रिसर्च हेड Prashanth Tapse के मुताबिक, “वैश्विक शेयर बाजारों में गिरावट और ट्रंप की नई टैरिफ घोषणाओं से निवेशकों में चिंता बढ़ गई है। इसके अलावा, रुपये की कमजोरी के कारण विदेशी निवेशक बिकवाली कर सकते हैं।”

वहीं, Geojit Financial Services में रिसर्च हेड Vinod Nair का कहना है, “अमेरिका और अन्य देशों के बीच नए टैरिफ विवाद से वैश्विक अर्थव्यवस्था को कोई फायदा नहीं होगा। बल्कि इससे वित्तीय जोखिम और मंदी की संभावना बढ़ सकती है।”

आगे क्या होगा?

  • बाजार में उतार-चढ़ाव जारी रह सकता है, क्योंकि निवेशक आरबीआई (RBI) की आगामी ब्याज दर नीति और वैश्विक आर्थिक संकेतकों का इंतजार कर रहे हैं।
  • अगर रुपये में और गिरावट आती है, तो विदेशी निवेशक बिकवाली जारी रख सकते हैं।
  • एक्सपर्ट के मुताबिक, निवेशकों को सतर्क रहकर लंबी अवधि के निवेश पर फोकस करना चाहिए।

शनिवार को कैसा रहा था बाजार?

  • शनिवार को बजट 2025 पेश होने के कारण शेयर बाजार खुले थे।
  • उस दिन सेंसेक्स मामूली 5.39 अंकों की बढ़त के साथ 77,505.96 पर बंद हुआ था।
  • निफ्टी 26.25 अंक गिरकर 23,482.15 पर बंद हुआ था।
  • विदेशी निवेशकों (FIIs) ने शनिवार को 1,327.09 करोड़ रुपये की बिकवाली की थी।

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Piyush Kumar
Piyush Kumar

पीयूष कुमार एक अनुभवी बिजनेस जर्नलिस्ट हैं, जिन्होंने Banaras Hindu University (BHU)
से शिक्षा ली है। वे कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। वित्त, शेयर बाजार और निवेश रणनीतियों पर उनकी गहरी पकड़ है। उनकी रिसर्च-बेस्ड लेखनी जटिल फाइनेंशियल विषयों को सरल और प्रभावी रूप में प्रस्तुत करती है। पीयूष को फिल्में देखने और क्रिकेट खेलने का शौक है।

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