Stock Market Crash Today: जानिए 5 बड़े कारण, जिनकी वजह से शेयर बाजार के निवेशकों की उड़ी नींद

मनीसनी डेस्क, नई दिल्ली। Stock Market Crash Today Explained: भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार (28 फरवरी 2025) को भारी गिरावट (Stock Market Crash) के साथ खुले। दोनों प्रमुख सूचकांक यानी सेंसेक्स और निफ्टी क्रैश कर गए। ग्लोबल शेयर मार्केट में मंदी और ग्लोबल ट्रेड वॉर की (Global Trade War) की आशंका के कारण निवेशक जमकर बिकवाली कर रहे हैं। सुबह 9:50 बजे तक सेंसेक्स 905.38 अंक यानी 1.21 फीसदी गिरकर 73,707.05 के स्तर पर आ गया। वहीं, निफ्टी 267.15 अंक यानी 1.18 फीसदी फिसलकर 22,277.90 के स्तर पर आ गया। बाजार में सभी 13 प्रमुख सेक्टर लाल निशान में खुले, जबकि स्मॉलकैप और मिडकैप इंडेक्स में 1.3% की गिरावट देखी गई। शेयर मार्केट क्रैश से शुरुआती कारोबार में ही निवेशकों के 7.46 लाख करोड़ रुपये साफ हो गए है।

अगर आप इस भारी बिकवाली (Stock Market Crash) की वजहों को समझना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है। आइए जानते हैं 5 मुख्य कारण, जिनकी वजह से शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिल रही है।

डोनाल्ड ट्रंप का टैरिफ वॉर

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा से आयात पर 25 फीसदी टैरिफ लगाने का फैसला किया था। AP की रिपोर्ट के मुताबिक, ट्रंप ने चीनी उत्पादों पर टैरिफ दोगुना कर 20 फीसदी करने वाले हैं। यह फैसला 4 मार्च से लागू होगा। उन्होंने यूरोपीय यूनियन पर भी टैरिफ बढ़ाने का फैसला किया है। इससे ग्लोबल ट्रेड वॉर छिड़ने की आशंका पैदा हो गई है। इसका सीधा असर अमेरिकी और वैश्विक बाजारों पर पड़ा क्योंकि बढ़ते टैरिफ से महंगाई बढ़ सकती है, उपभोक्ताओं की खर्च करने की क्षमता घट सकती है, और कंपनियों की प्रॉफिट मार्जिन पर असर पड़ सकता है। यही वजह है कि निवेशक बिकवाली करने पर जोर दे रहे हैं।

AI सेक्टर की ग्रोथ पर संदेह बढ़ना

AI चिप्स इंडस्ट्री की सबसे बड़ी कंपनी Nvidia के शेयरों में गुरुवार (27 फरवरी 2025) को 8.5 फीसदी तक की बड़ी गिरावट आई। Nvidia ने उम्मीद से बेहतर मुनाफे की रिपोर्ट दी। उसकी ग्रोथ गाइडेंस भी दमदार रही। लेकिन फिर भी उसके शेयर गिरे। इसकी वजह चीन की DeepSeek कंपनी है, जिसने दावा किया है कि उसने ऐसा AI मॉडल बना लिया है, जो महंगे चिप्स के बिना भी टॉप AI मॉडल्स को टक्कर दे सकता है। इससे निवेशकों को AI इंडस्ट्री की ग्रोथ पर संदेह हुआ, और टेक शेयरों में भारी बिकवाली देखी गई। Tokyo Electron और Advantest जैसी जापानी कंपनियों के शेयरों में क्रमशः 5.3% और 9.4% की गिरावट आई।

ग्लोबल शेयर मार्केट में मंदी का रुख

सूचकांक गिरावट (%) नया स्तर
Nikkei 225 (Japan) -3.40% 36,939.89
Hang Seng (Hong Kong) -2.30% 23,175.49
Shanghai Composite (China) -0.90% 3,358.28
Kospi (South Korea) -3.20% 2,538.07
S&P/ASX 200 (Australia) -1.10% 8,174.10
S&P 500 (USA) -1.60% 5,861.57
Dow Jones (USA) -0.40% 43,239.50
Nasdaq Composite (USA) -2.80% 18,544.42

सोर्स: AP

28 फरवरी 2025 को एशियाई शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। प्रमुख इंडेक्स, जैसे कि जापान का Nikkei 225, हांगकांग का Hang Seng, दक्षिण कोरिया का Kospi सभी लाल निशान में हैं। गुरुवार को अमेरिकी शेयर बाजार में भी गिरावट की आंधी आई। S&P 500 1.6%, Nasdaq 2.8%, और Dow Jones 0.4% नीचे आया। वैश्विक बाजारों में गिरावट से भारतीय निवेशकों का भी भरोसा कमजोर हुआ। कई रिटेल इन्वेस्टर्स अब पैनिक सेलिंग करने लगे हैं।

भारत की ग्रोथ और वैल्यूएशन को लेकर चिंता

भारत की अर्थव्यवस्था लंबी अवधि में मजबूत दिख रही है, लेकिन शॉर्ट-टर्म में कुछ चिंताएं बनी हुई हैं। बाजार में वैल्यूएशन बहुत ऊंचे स्तर पर हैं, जिससे विदेशी निवेशकों (FIIs) ने मुनाफावसूली शुरू कर दी है। वैश्विक निवेशक भारत को महंगा बाजार मान रहे हैं, खासकर जब इसे इंडोनेशिया, दक्षिण कोरिया और ताइवान जैसे अन्य उभरते बाजारों से तुलना की जाती है। डॉलर की मजबूती के चलते निवेशक अमेरिकी बाजारों की ओर जा रहे हैं, जिससे भारत से पूंजी निकासी हो रही है।

“चीन खरीदो, भारत बेचो” रणनीति (Buy China, Sell India Rant)

चीन ने सितंबर 2024 से कई वित्तीय और मौद्रिक सुधारों की घोषणा की। वह अपनी जीडीपी ग्रोथ 5 फीसदी तक करने की कोशिश कर रहा है। FIIs (Foreign Institutional Investors) अब भारत से पैसे निकालकर चीन में निवेश कर रहे हैं, क्योंकि चीन में सस्ते शेयरों का फायदा मिल रहा है। चीन के स्टॉक मार्केट में जबरदस्त उछाल आया है, जबकि भारतीय बाजार में गिरावट जारी है। SMC Global Securities की सीनियर रिसर्च एनालिस्ट सीमा श्रीवास्तव के अनुसार, “चीनी सरकार ने हाल ही में अपने उद्योगपतियों के साथ कई बड़े सुधारों की घोषणा की है। इससे वहां निवेशकों में भरोसा बढ़ा है और FIIs भारत से पैसे निकालकर चीन भेज रहे हैं।” एक्सपर्ट का यह भी मानना है कि चीन में मौजूदा तेजी भी अस्थायी हो सकती है, क्योंकि वहां की अर्थव्यवस्था में अब भी कई बुनियादी समस्याएं हैं।

क्या बाजार में आगे और गिरावट आएगी?

शेयर बाजार में मौजूदा गिरावट कई वैश्विक और घरेलू कारणों से जुड़ी हुई है। एक्सपर्ट का मानना है कि जब तक ट्रंप का टैरिफ वॉर किसी अंजाम तक नहीं पहुंचता, शेयर मार्केट में स्थिरता आना मुश्किल है। भारत के शेयर बाजार का लंबी अवधि का आउटलुक मजबूत है, लेकिन अभी कुछ महीनों तक इसमें अस्थिरता बनी रह सकती है। अगर US Fed ब्याज दरों में कटौती करता है, तो बाजार में रिकवरी देखने को मिल सकती है। लेकिन, अभी इसकी संभावना काफी कम है, क्योंकि अमेरिका में महंगाई भी लगातार बढ़ रही है। एक्सपर्ट का सुझाव है कि अभी निवेशकों को जल्दबाजी में कोई फैसला लेने से बचना चाहिए। उन्हें मार्केट स्थिरता आने का इंतजार करना चाहिए।

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Piyush Kumar
Piyush Kumar

पीयूष कुमार एक अनुभवी बिजनेस जर्नलिस्ट हैं, जिन्होंने Banaras Hindu University (BHU)
से शिक्षा ली है। वे कई प्रमुख मीडिया संस्थानों में काम कर चुके हैं। वित्त, शेयर बाजार और निवेश रणनीतियों पर उनकी गहरी पकड़ है। उनकी रिसर्च-बेस्ड लेखनी जटिल फाइनेंशियल विषयों को सरल और प्रभावी रूप में प्रस्तुत करती है। पीयूष को फिल्में देखने और क्रिकेट खेलने का शौक है।

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