
US Stock Market Crash: क्यों गिर रहा है अमेरिकी शेयर बाजार, 5 प्वाइंट में समझिए पूरा मामला?
US Stock Market Crash: अमेरिका का शेयर बाजार इस वक्त भारी गिरावट से गुजर रहा है। Dow Jones, Nasdaq और S&P 500 – तीनों प्रमुख इंडेक्सेस में ऐसी तेज गिरावट देखी गई है, जो COVID महामारी के बाद से नहीं हुई थी। इस बार ट्रिगर बना है, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) का टैरिफ धमाका। ट्रंप ने रेसिप्रोकल टैरिफ (Reciprocal Tariffs। का ऐलान करते हुए अमेरिका के बड़े ट्रेडिंग पार्टनर्स पर भारी शुल्क लगाने की बात की, जिससे Trade War का खतरा गहराता दिख रहा है।
इससे शुक्रवार (4 अप्रैल 2025) को S&P 500 करीब 6% टूटा, Nasdaq 5.7% गिरा और Dow Jones ने भी 5.5% की गिरावट दर्ज की। S&P ने मार्च 2020 के बाद की सबसे बड़ी साप्ताहिक गिरावट देखी, जबकि Nasdaq अब अपने रिकॉर्ड हाई से 20% से ज्यादा नीचे आ चुका है (US Stock Market Crash)। आइए जानते हैं अमेरिकी शेयर बाजार में गिरावट के 5 बड़े कारण।
ट्रंप के टैरिफ वॉर से अनिश्चितता
Trump की नई टैरिफ नीति से चीन, कनाडा और यूरोप जैसे देशों ने पलटवार शुरू कर दिया है। चीन ने US इम्पोर्ट्स पर 34% अतिरिक्त शुल्क लगाने की बात की है। कनाडा ने भी इसी तरह के संकेत दिए है। EU ने भी संकेत दिए हैं कि वे Countermeasures तैयार कर रहे हैं।
भारत भी इस मुद्दे पर अमेरिकी अधिकारियों से बात कर रहा है ताकि समाधान निकले। लेकिन फिलहाल माहौल तनावपूर्ण है, और यही Global Trade Uncertainty निवेशकों में डर भर रही है।
फिर से लौट रहा महंगाई का डर
Post-COVID दुनिया में महंगाई पहले से ही एक चुनौती रही है। अब टैरिफ युद्ध से इसमें और आग लगने का डर (Inflation Worries) है। अमेरिका कई जरूरी चीजें- जैसे फल, सब्जियां, पेट्रोलियम प्रोडक्ट्स, इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स- बाहर से मंगाता है।
अब जब इन पर भारी टैरिफ लगेगा, तो कीमतें बढ़ेंगी और महंगाई ऊपर जाएगी (Sticky Inflation)। इसका असर सीधा कंपनियों की Profit Margins और उपभोक्ताओं की जेब पर पड़ेगा।
Stagflation का खतरा
अर्थशास्त्र में जब महंगाई तो ऊपर जाए लेकिन ग्रोथ रुक जाए, तो उसे Stagflation कहते हैं। यही खतरा अब सामने है। अमेरिकी इन्वेस्टमेंट बैंक JP Morgan के मुताबिक, अमेरिका की GDP इस साल -0.3% तक गिर सकती है। पहले अनुमान था कि अमेरिकी जीडीपी ग्रोथ 1.3% रहेगी। यानी महंगाई भी बनी रहेगी और ग्रोथ भी ठंडी पड़ सकती है (Recession Risk)।
अमेरिकी फेडरल रिजर्व क्या करेगा?
फेडरल रिजर्व ब्याज दर में कटौती (Rate Cut Expectations) को लेकरमुश्किल में है। एक तरफ आर्थिक मंदी की आहट, दूसरी तरफ बढ़ती महंगाई। Fed चेयर Jerome Powell ने कहा कि अभी साफ नहीं है कि आगे मॉनिटरी पॉलिसी का रास्ता क्या होगा।
कुछ आर्थिक जानकार मानते हैं कि अगर हालत बिगड़ी, तो फेड को ब्याज दरें घटानी पड़ सकती हैं (Interest Rate Cuts)। लेकिन Powell का कहना है कि जल्दबाजी नहीं की जाएगी।
सुरक्षित निवेशक की ओर भागते निवेशक
रिस्क से डरकर निवेशक अब Safe Haven एसेट्स की तरफ भाग रहे हैं। इसका असर US Treasury Bonds पर पड़ा है। 10-वर्षीय बॉन्ड की यील्ड 4% से नीचे आ गई है। इससे जाहिर होता है कि बॉन्ड की डिमांड काफी तेजी से बढ़ी है (Flight to Safety)।
जब लोग डर के मारे बॉन्ड खरीदते हैं, तो उसकी कीमत ऊपर जाती है और रिटर्न यानी यील्ड नीचे आती है। इससे ये भी संकेत मिलता है कि बाजार को लगता है कि फेड भविष्य में रेट कम करेगा।
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